3 बड़ी बातें जो हमें ONE Friday Fights 2 से पता चलीं
ONE Championship ने 27 जनवरी को लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में हुए ONE Friday Fights 2 के साथ धमाकेदार मार्शल आर्ट्स एक्शन को जारी रखा।
11 लाजवाब मॉय थाई और MMA बाउट्स में लगे पंचों, किक्स, नी अटैक्स और एल्बोज़ की आवाज ऐतिहासिक एरीना में गूंज उठी थी।
ONE Friday Fights सीरीज का दूसरा इवेंट अब इतिहास के पन्नों में अपनी जगह दर्ज करा चुका है। इसलिए आइए नजर डालते हैं कि इसमें क्या बड़ी बातें निकलकर सामने आईं।
कुलबडम जीते, रैंकिंग्स में शामिल होने के लिए दी दस्तक
“लेफ्ट मीटियोराइट” कुलबडम सोर. जोर. पिएक उथाई ने “द मिलियन डॉलर बेबी” सांगमनी पीके.साइन्चाई पर लगातार दूसरी जीत हासिल करते हुए खुद को बेंटमवेट डिविजन के टॉप रैंक के कंटेंडर्स में से एक साबित कर दिया है।
ये रीमैच “लेफ्ट मीटियोराइट” के लिए पिछले मुकाबले जितना आसान तो बिल्कुल भी नहीं था। अगस्त 2020 में हुई उस फाइट में नॉकआउट देखने को मिला था, लेकिन यहां ऐसा कुछ नहीं हो पाया। सांगमनी ने पूरे 9 मिनट तक अपने प्रतिद्वंदी को छकाया, लेकिन कुलबडम के ताकतवर पंचिंग कॉम्बिनेशंस, घातक लेग किक्स और तीसरे राउंड में करीब-करीब आए नॉकडाउन ने उन्हें अपने थाई प्रतिद्वंदी पर जीत दिलाने में मदद की।
पिछले कुछ मुकाबलों में सामान्य प्रदर्शन करने वाले कुलबडम के लिए ये जीत बहुत मायने रखती है। उनके प्रदर्शन ने दिखाया कि वो किसी भी चुनौती का सामना कर, उससे सीखकर और पहले से कहीं ज्यादा खतरनाक अंदाज में वापसी कर सकते हैं।
24 वर्षीय स्टार ने अपने प्रदर्शन से साबित किया कि वो टॉप 5 रैंकिंग्स में शामिल होने के हकदार हैं और इस साल खिताबी मुकाबले में शामिल हो सकते हैं।
चालमखाओ ने खुद को स्ट्रॉवेट कंटेंडर के रूप में स्थापित कर दिया
आखिर कैसे कोई खुद को अपने ONE Championship डेब्यू में ही खतरनाक वर्ल्ड टाइटल कंटेंडर के रूप में स्थापित कर सकता है? ये कर दिखा चालमखाओ पीके.साइन्चाई ने पेटटोंग कियटसोंग्रिट के खिलाफ धमाकेदार प्रदर्शन से।
तीन राउंड तक चालमखाओ ने अपने प्रतिद्वंदी से दो कदम आगे रहकर बेहतरीन प्रदर्शन किया। जब Kiatsongrit Muay Thai Gym के एथलीट ने अपनी गति को बढ़ाया तो चालमखाओ ने अपने डिफेंस और काउंटर अटैक्स के जरिए विरोधी को रोकने में कामयाबी पाई।
PK.Saenchai Muaythaigym के प्रतिनिधि ने मात्र एक ही बाउट के बाद खुद को ONE स्ट्रॉवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन जोसेफ लसीरी के खिलाफ खिताबी मैच का दावेदार बना दिया है। उस जीत ने भविष्य के एक यादगार मैच की नींव रख दी है, जो कि डिविजन के किंग के लिए परफेक्ट रह सकता है।
चालमखाओ ने ONE Friday Fights 2 में खुद को भविष्य का स्टार बनाने के लिए पूरा दमखम लगा दिया था। इसके अलावा उन्होंने अपने आप को 2023 के उभरते हुए स्टार्स की सूची में डाल लिया है।
योडलैकपेट अपने निकनेम पर खरे उतरे
जब भी किसी एथलीट का निकनेम “द डेस्ट्रॉयर” हो तो उनके बारे में अलग तरह की धारणा बन जाती है। चार बार के मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन योडलैकपेट ओर.अटचारिया ना सिर्फ उस निकनेम पर खरे उतरे बल्कि दूसरे राउंड में सिल्वियू वितेज़ पर तकनीकी नॉकआउट जीत से उन उम्मीदों को पार कर दिया।
140-पाउंड कैचवेट मुकाबला पहली घंटी बजने के साथ ही धमाकेदार रहा। वितेज़ ने अपने अलग-अलग तरह के अटैक्स के जरिए विरोधी के सामने कड़ी चुनौती पेश की। लेकिन योडलैकपेट ने संयम बनाकर रखा और धारदार तरीके से दूसरे राउंड में दिखाया कि उन्हें “द डेस्ट्रॉयर” क्यों कहा जाता है।
एक तेजतर्रार एल्बो ने रोमानियाई स्ट्राइकर के गार्ड को भेदा और सिर पर जा लगी। रिंग के बाहर मौजूद डॉक्टर ने उन्हें चैक किया और फाइट को वहीं खत्म करने के लिए कहा और वहीं मुकाबले का अंत हो गया।
योडलैकपेट ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर खुद को भविष्य के दिलचस्प एथलीट के तौर पर स्थापित कर दिया है।