3 बड़ी बातें जो हमें ONE: NEXTGEN II से पता चलीं
शुक्रवार, 12 नवंबर को हुए ONE: NEXTGEN II के सभी 6 मुकाबलों में जबरदस्त एक्शन देखने को मिला। सर्कल में उतरने वाले सभी एथलीट्स ने अपने मैचों को यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
कई एथलीट्स ने अपना डेब्यू किया और उनके प्रदर्शन से मॉय थाई, किकबॉक्सिंग और मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स डिविजंस की स्थिति बदल गई है। वहीं कुछ नए कंटेंडर्स ने साबित किया कि वो एलीट लेवल के एथलीट्स का सामना करने को तैयार हैं।
विजेताओं के लिए नवंबर का महीना यादगार बन गया क्योंकि उन्होंने वर्ल्ड टाइटल की ओर एक कदम आगे बढ़ा दिया है।
यहां आप जान सकते हैं उन 3 बड़ी चीज़ों के बारे में जो हमें ONE: NEXTGEN II से पता चली हैं।
#1 सैमापेच Vs. रिट्टेवाडा II होना चाहिए
मेन इवेंट में टॉप रैंक के बेंटमवेट मॉय थाई कंटेंडर सैमापेच फेयरटेक्स का सामना अपना डेब्यू कर रहे रिट्टेवाडा पेटयिंडी एकेडमी से हुआ, जिसमें शुरू से लेकर अंत तक जबरदस्त एक्शन देखने को मिला।
अंत में रिट्टेवाडा ने दूसरे राउंड में तकनीकी नॉकआउट से जीत हासिल की।
सैमापेच के लिए शुरुआत अच्छी रही क्योंकि पहले राउंड में उन्होंने रिट्टेवाडा को नॉकडाउन किया था। मगर उनके हमवतन एथलीट मैच में बने रहे और मुकाबले को जल्द से जल्द फिनिश करने के मौके तलाश रहे थे। Petchyindee Academy के स्टार दूसरे राउंड में प्रवेश करने में सफल रहे, जहां उन्होंने बढ़त हासिल करनी शुरू की।
Fairtex टीम के मेंबर की स्ट्राइक्स सटीक निशाने पर लैंड हो रही थीं, लेकिन रिट्टेवाडा ने अपने विरोधी के सिर पर खतरनाक एल्बोज़ लगाकर जबरदस्त वापसी की। उनकी एक एल्बो के प्रभाव से डॉक्टर को भी सर्कल में बुलाना पड़ा, जिसके बाद एक्शन को रोक दिया गया और रिट्टेवाडा को तकनीकी नॉकआउट से विजेता घोषित किया गया।
दोनों एथलीट्स ने शानदार प्रदर्शन किया। सैमापेच ने दिखाया कि वो क्यों #1 रैंक के कंटेंडर हैं, वहीं रिट्टेवाडा ने दिखाया कि वो डिविजन के एलीट लेवल के एथलीट्स में से एक हैं। ये मुकाबला फैंस की उम्मीदों पर खरा उतरा है।
जबरदस्त एक्शन को देखने के बाद उनका रीमैच होना भी पूरी तरह संभव है।
#2 टांग फेदरवेट डिविजन के टॉप कंटेंडर्स को चुनौती देने के लिए तैयार
ONE: NEXTGEN II से पूर्व टांग काई को भरोसा था कि वो “द बिग हार्ट” यूं चांग मिन को नॉकआउट कर पाएंगे और ऐसा करते हुए उन्होंने खुद को फेदरवेट डिविजन के एलीट एथलीट्स में शामिल करवा लिया है।
चीनी एथलीट ने खतरनाक लेफ्ट हुक और उसके बाद दमदार ग्राउंड-एंड-पाउंड अटैक के दम पर दक्षिण कोरियाई फाइटर को पहले राउंड में तकनीकी नॉकआउट से मात दी। इस जीत के साथ उनका प्रोफेशनल रिकॉर्ड 13-2(ONE में 5-0) का हो गया है। उनकी विनिंग स्ट्रीक 8 मैचों और फिनिशिंग रेट 85 प्रतिशत हो गया है।
इस को-मेन इवेंट से पहले चीनी नॉकआउट आर्टिस्ट एक टॉप-5 कंटेंडर के खिलाफ मैच की मांग कर रहे थे। अब मिन के खिलाफ जीत के बाद उन्होंने अपनी मांग को और भी दृढ़ बना दिया है।
उनके नाम अब 11 नॉकआउट जीत हैं, ग्लोबल स्टेज पर अभी तक का रिकॉर्ड परफेक्ट रहा है और ONE: NEXTGEN II के शानदार प्रदर्शन के बाद टांग ने साबित किया कि वो फेदरवेट डिविजन के टॉप कंटेंडर्स को हराने के लिए तैयार हैं।
#3 किकबॉक्सिंग ग्रां प्री के अल्टरनेट दावेदार
ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री इस समय सुर्खियों में है। ONE: NEXTGEN II में इससे जुड़ी 2 अल्टरनेट बाउट्स हुईं, जिन्हें जरूरत पड़ने पर टूर्नामेंट में जगह मिल सकती है। दोनों मैचों में जबरदस्त एक्शन देखने को मिला, जिनमें से एक में धमाकेदार नॉकआउट फिनिश देखा गया।
अपनी फाइट के पहले राउंड के आखिरी 20 सेकंडों में स्मोकिन’ जो नाटावट ने यूरिक “मी खाओ जोम्हॉट” डवट्यान को खतरनाक ओवरहैंड राइट लगाया। जिसके प्रभाव से अर्मेनियाई-रूसी एथलीट लड़खड़ाते हुए मैट पर जा गिरे और उसके बाद फाइट को जारी नहीं रख पाए।
दोवीदास “रिमकेन्ज़ो” रिमकुस अपने डेब्यू मैच को यादगार बनाना चाहते थे, लेकिन ऐसा करने के लिए उन्हें 3 राउंड्स तक “बैम्बू स्वॉर्ड” झांग चुन्यू की कठिन चुनौती का सामना करना पड़ा।
नाटावट ने चाहे नॉकआउट से जीत दर्ज की हो, लेकिन रिमकुस ने खुद से कहीं अधिक अनुभवी फाइटर को हराकर दिखाया कि मौका मिलने पर वो ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री जीतने के मौके को खाली नहीं जाने देंगे। मगर ग्रां प्री में उन्हें जगह तभी मिल पाएगी, जब किसी एथलीट को किसी कारणवश बाहर होना पड़े।
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