ONE लाइटवेट वर्ल्ड चैंपियन ओक रे यूं की कामयाबी के 3 सबसे बड़े कारण
ओक रे यूं साल 2021 में ONE Championship के सबसे उभरते हुए MMA स्टार के रूप में सामने आए थे और अब वो साबित करना चाहते हैं कि वो अच्छी किस्मत की वजह से चैंपियन नहीं बने हैं।
26 अगस्त को ONE 160 के मेन इवेंट में ONE लाइटवेट वर्ल्ड चैंपियन को क्रिश्चियन “द वॉरियर” ली के खिलाफ अपने टाइटल को डिफेंड करना होगा।
दक्षिण कोरियाई स्टार ने पिछले साल ली पर सर्वसम्मत निर्णय से जीत दर्ज कर डिविजन का ताज हासिल किया था। इस जीत ने उन्हें ONE में नए स्टार से डिविजन का किंग बना दिया था।
हालांकि, “द वॉरियर” ने जजों के फैसले का विरोध किया था, लेकिन ओक मानते हैं कि वो जीत के हकदार थे और ली को रीमैच में भी हराने वाले हैं।
सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में ली और ओक रे यूं के रीमैच से पहले यहां जानिए 3 चीज़ों के बारे में जिन्होंने उन्हें ग्लोबल स्टेज पर इतनी कामयाबी दिलाई है।
#1 शानदार स्टैंड-अप स्किल्स
स्ट्राइकिंग ओक रे यूं की सबसे बड़ी ताकत है और इसी की मदद से उन्हें मरात गफूरोव, एडी अल्वारेज़ और ली पर भी जीत मिली।
दक्षिण कोरियाई स्टार अपनी रेंज का फायदा उठाकर स्ट्रेट पंच लगाते हैं। वो अपनी रीच (पहुंच) का अच्छे से फायदा उठाना जानते हैं और मौका मिलने पर राइट हैंड लगाने से कभी नहीं चूकते।
स्टैंड-अप गेम में अलग-अलग तरह के मूव्स होना भी उनकी एक बड़ी ताकत है।
31 वर्षीय स्टार सब्र से काम लेकर अपने विरोधी द्वारा गलती का इंतज़ार करते हैं और जरूरत पड़ने पर अटैक के बदले अटैक की रणनीति भी अपनाते आए हैं। मगर उन्हें फ्रंट-फुट पर रहकर अटैक या बैकफुट पर रहकर काउंटर करने में भी कोई दिक्कत नहीं है।
ओक के पंच भी दमदार होते हैं, जिसके बाद उन्हें अपने विरोधी के सिर और पैरों पर किक्स लगाना पसंद है। वहीं जब उनके प्रतिद्वंदी सोचने लगते हैं कि उन्होंने बढ़त हासिल कर ली है, ठीक उसी समय ओक रे यूं फ्लाइंग नी स्ट्राइक लगाकर अपने विरोधी को झकझोरने का काम करते आए हैं।
दक्षिण कोरियाई एथलीट के पास अलग-अलग तरह के मूव्स हैं और किसी भी लाइटवेट फाइटर के लिए स्टैंड-अप गेम में मुश्किल खड़ी कर सकते हैं और साथ ही वो अपनी पावर से भी विरोधियों के लिए मुसीबतें पैदा करते आए हैं।
#2 टॉप लेवल का टेकडाउन डिफेंस
स्ट्राइकिंग मूव्स लगाने के लिए ओक रे यूं को स्टैंड-अप गेम में बने रहने की जरूरत होगी और उन्हें ONE में अभी तक टेकडाउन करना एथलीट्स के लिए काफी मुश्किल साबित हुआ है।
अभी तक Team MAD के स्टार ने 42 में से 36 बार टेकडाउन के खिलाफ सफलतापूर्वक डिफेंड किया है, यानी उनका सफलता प्रतिशत 86 % रहा है।
वो अपने प्रतिद्वंदी से दूरी बनाए रखने में महारत रखते हैं इसलिए उनके विरोधी को टेकडाउन करने के लिए मजबूरन ज्यादा दूरी तय करनी पड़ती है।
ओक जब सर्कल वॉल से सटे रहते हैं तब उन्हें नीचे गिराना बहुत मुश्किल होता है और अगर गिर भी गए तो बहुत जल्दी दोबारा खड़े हो जाते हैं। इसका मतलब उन्हें टेकडाउन कर पाना बिल्कुल भी आसान नहीं है।
इससे उनके प्रतिद्वंदी की थकान बढ़ने लगती है, जिससे थोड़ा समय बीतने के बाद लाइटवेट किंग ज्यादा सटीकता से अपनी स्ट्राइक्स को लैंड करवा पाएंगे।
#3 आसानी से हार नहीं मानते
ओक के पास कई खतरनाक स्किल्स हैं, लेकिन जबरदस्त स्टैमिना और आसानी से हार ना मानने की मानसिकता उनकी स्किल्स को अधिक खतरनाक साबित कर रही होती है।
ONE लाइटवेट वर्ल्ड चैंपियन को कितने ही खतरनाक शॉट्स का प्रभाव क्यों ना झेलना पड़ रहा हो, लेकिन वो हार नहीं मानते।
उन्होंने गफूरोव की सबमिशन स्किल्स को मात दी, अल्वारेज़ को कड़ी टक्कर दी और क्रिश्चियन ली को सबमिशन से करीब फिनिश कर दिया था। 31 वर्षीय एथलीट ने हर एक मैच में इसी मानसिकता के साथ फाइट की है और हर एक मुकाबले के साथ बेहतर होते गए हैं।
उनकी ठोड़ी बहुत मजबूत है, यानी वो फ्रंट-फुट पर रहकर या ग्राउंड गेम में पावरफुल अटैक करने वाले फाइटर्स के शॉट्स को भी झेल सकते हैं।
उनका सबमिशन डिफेंस भी शानदार है और कुछ ऐसा ही उन्होंने “द वॉरियर” के खतरनाक रीयर-नेकेड चोक से भी खुद को बचाए रखा था।
ये जरूर उन एथलीट्स के लिए निराशाजनक लम्हा रहा होगा, जो अपना सर्वश्रेष्ठ देने के बाद भी ओक रे यूं को फिनिश नहीं कर पाए और अंत में वो बेहतर साबित होते आए हैं।
ये मानसिकता उन्हें नियमित रूप से अच्छा करने में मदद करती है क्योंकि गफूरोव को हराने के केवल 3 हफ्ते बाद ही उन्होंने अल्वारेज़ का सामना किया था। उन्होंने क्वारंटीन में रहते हुए उस फाइट के लिए खुद को तैयार किया था।
ये स्पष्ट है कि ओक रे यूं हार मानने वालों में से नहीं हैं इसलिए उन्हें हराने के लिए एक चमत्कारी प्रदर्शन की जरूरत होगी।