3 कारण जो रीनियर डी रिडर को MMA के सबसे खतरनाक पाउंड-फोर-पाउंड फाइटर्स में से एक बनाते हैं
2013 में डेब्यू के बाद 16-0 का रिकॉर्ड कायम कर चुके ONE मिडलवेट और लाइट हेवीवेट वर्ल्ड चैंपियन रीनियर डी रिडर इस समय दुनिया के बेस्ट मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट्स में से एक हैं।
ONE Championship में अपनी 7 फाइट्स में जूडो और BJJ ब्लैक बेल्ट होल्डर ने दिखाया कि वो कितने शानदार ग्रैपलर और खतरनाक ग्राउंड-एंड-पाउंड आर्टिस्ट हैं।
अब अमेरिकी प्राइमटाइम पर शुक्रवार, 21 अक्टूबर (भारत में शनिवार, 22 अक्टूबर) को ONE Fight Night 3 में उन्हें शामिल अब्दुलेव के खिलाफ अपने मिडलवेट टाइटल को डिफेंड करना होगा।
“द डच नाइट” एक बार फिर अपनी वर्ल्ड-क्लास स्किल्स से ग्लोबल स्टेज के फैनबेस का दिल जीतना चाहेंगे और इस बार अमेरिकी प्रशंसक भी उनकी फाइट को लाइव देख रहे होंगे।
सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में लाइव एक्शन के शुरू होने से पहले यहां जानिए उन 3 कारणों के बारे में, जो डी रिडर को MMA के सबसे खतरनाक पाउंड-फोर-पाउंड फाइटर्स में से एक बनाते हैं।
#1 फ्रंट हेडलॉक लगाकर खतरनाक नी स्ट्राइक्स लगाते हैं
डी रिडर का ग्रैपलिंग गेम उन्हें खतरनाक स्ट्राइक्स लगाने के मौके देता है और अक्सर डार्स चोक लगाते समय उनका ये भयंकर रूप सामने आता है।
एनाकोंडा चोक की तरह डार्स चोक भी फ्रंट हेडलॉक का एक प्रकार है और इसका इस्तेमाल अपने विरोधी को कंट्रोल करने के अलावा सबमिशन मूव लगाने के लिए भी किया जा सकता है।
डच स्टार डार्स चोक लगाने का प्रयास करते समय अपने विरोधी के सिर पर नी स्ट्राइक्स भी लगाते हैं। वो ONE में ग्राउंड पर अपने प्रतिद्वंदी के सिर पर नी स्ट्राइक्स लगा सकने के MMA रूल का फायदा उठाकर टर्टल पोजिशन में सामने वाले एथलीट को पिन करते हैं।
अगर उनका विरोधी खुद को डिफेंड करने की कोशिश करता है, वो उस समय नी स्ट्राइक्स लगाना पसंद करते हैं। वहीं अगर वो एकदम सबमिशन ना लगाने की रणनीति अपनाते हैं तो मौका मिलने पर उन्हें चोक लगाने में कोई दिक्कत नहीं।
अपनी दूसरी ONE Championship फाइट में उन्होंने जिल्बर्टो गल्वाओ को इसी तरह का अटैक करते हुए स्ट्राइक्स लगाईं और ग्राउंड गेम में खतरनाक नी स्ट्राइक्स लगाते हुए फिनिश किया।
#2 अनोखे और रचनात्मक सबमिशन मूव्स
इस बात में कोई संदेह नहीं कि डी रिडर एक बेहतरीन ग्रैपलर हैं, जिसकी मदद से वो सभी फाइट्स में बढ़त बनाने की कोशिश करते हैं।
उनके अनोखे सबमिशन मूव्स उन्हें एक खास ग्रैपलर बनाते हैं, जिनके खिलाफ खुद को डिफेंड कर पाना बहुत कठिन होता है।
32 वर्षीय स्टार ने अपने हालिया मैच में विटाली बिगडैश को अनोखा सबमिशन मूव लगाकर अपने ONE मिडलवेट वर्ल्ड टाइटल को डिफेंड किया था।
मैच को शुरू हुए 1 मिनट से ऊपर हुआ था और “द डच नाइट” पीछे से अटैक कर रहे थे, लेकिन बिगडैश को इस पोजिशन में रहकर कोई दिक्कत नहीं हो रही थी।
मगर बिगडैश की मुश्किलें जल्द बढ़ने वाली थीं क्योंकि कुछ समय बाद ही डी रिडर ने उन्हें रिवर्स ट्रायंगल चोक में जकड़ लिया था।
अपने नाम की तरह इस सबमिशन मूव को एक पारंपरिक ट्रायंगल चोक से बहुत अलग तरीके से लगाया जाता है। बहुत कम फाइटर्स इसका इस्तेमाल करते हैं, जिससे बाहर निकल पाना बहुत मुश्किल है।
#3 जबरदस्त बैक कंट्रोल
2-डिविजन किंग एक शानदार फिनिशर और सबमिशन स्पेशलिस्ट हैं इसलिए एक छोटी सी गलती की वजह से किसी फाइटर को हार झेलनी पड़ सकती है।
वहीं उनका ग्राउंड कंट्रोल बहुत शानदार होता है और खासतौर पर अपने विरोधी पर बैक कंट्रोल प्राप्त करते हुए सबमिशन मूव्स को सेटअप करते हैं।
डी रिडर बॉडी ट्रायंगल, 2 या 1 हुक जैसी पोजिशंस या माउंट पोजिशन के साथ सामंजस्य बैठाना अच्छे से जानते हैं और यही बात उनके बैक अटैक को दिलचस्प बनाती है।
इसी स्किल सेट की मदद से डच स्टार ने आंग ला न संग के खिलाफ दूसरे वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच में जीत दर्ज की थी, जिसमें उन्होंने 25 मिनट तक डिफेंडिंग चैंपियन को डोमिनेट किया था।
ग्राउंड गेम में अपने प्रतिद्वंदी को एक ही पोजिशन में बनाए रखने के बजाय उन्होंने बहुत आसानी से पोजिशन बदलीं। वो बैक कंट्रोल से माउंट और माउंट से दोबारा बैक कंट्रोल प्राप्त करने जैसी चीज़ें करते हुए आंग ला न संग को थका रहे थे।