इन 3 कारणों से ONE Friday Fights 1 में नोंग-ओ को हराकर चैंपियन बन सकते हैं रामज़ानोव
रूसी नॉकआउट फाइटर अलावेर्दी रामज़ानोव इतिहास रचने से बस कुछ ही कदम दूर हैं।
इस शुक्रवार, 20 जनवरी को “बेबीफेस किलर” के नाम से पहचाने जाने वाले फाइटर ONE Friday Fights 1 के मेन इवेंट में लंबे समय से ONE बेंटमवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन नोंग-ओ गैयानघादाओ को चुनौती देंगे। ये जाने-माने लुम्पिनी स्टेडियम में होने वाला संगठन का पहला शो होगा।
दुनिया के सबसे प्रसिद्ध कॉम्बैट स्थल पर दिग्गज थाई स्ट्राइकर की गोल्डन बेल्ट हासिल करने के लिए रामज़ानोव आत्मविश्वास से भरे हुए नजर आ रहे हैं।
उन्होंने ONEFC.com को बताया:
“मुझे पता है कि नोंग-ओ मेरे सबसे खतरनाक प्रतिद्वंदी हैं, लेकिन मुझे ये भी पता है कि अगर आप मेरी तुलना उनके पिछले प्रतिद्वंदियों से करें तो मैं उनके मुकाबले काफी खतरनाक हूं। मैं उनसे छोटा जरूर हूं, लेकिन बहुत आक्रामक हूं। मेरे पास ऐसा कुछ है, जो अब उनके पास नहीं है। मुझे पूरा यकीन है इसलिए मैं ही जीतूंगा और उनसे खिताब छीन लूंगा।”
वर्ल्ड चैंपियन की सर्कल के अंदर 9 जीत और 5 साल के अपराजित विजय रथ को देखने के बाद रूसी फाइटर के आत्मविश्वास को महज एक सरल प्रवृति वाले साहसिक एथलीट के रूप में आसानी से खारिज किया जा सकता है।
हालांकि, इस दौरान नोंग-ओ को किसी तरह की गलती से बचना होगा क्योंकि शायद रामज़ानोव उनके अब तक के सबसे खतरनाक प्रतिद्वंदी हैं। वो एक पूर्व ONE बेंटमवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन और दमदार स्ट्राइकर भी हैं।
यहां हम ऐसे तीन कारण बता रहे हैं कि क्यों 28 साल के फाइटर के पास शुक्रवार को नोंग-ओ की प्रतिष्ठित बेल्ट को हासिल करने का सच में मौका होगा।
#1 नोंग-ओ के लिए पहले भी कर चुके हैं तैयारी
रामज़ानोव लगभग तीन साल से डिविजन के अपराजित किंग के खिलाफ फाइट के एक मौके की तलाश में रहे हैं।
दोनों फाइटर्स मूल रूप से मार्च 2020 में ONE Championship के एक इवेंट में भिड़ने के लिए तैयार थे, लेकिन कोविड-19 की वजह से उसे रद्द कर दिया गया था। उसके बाद से दोनों फाइटर्स ने कई मुकाबले किए हैं, लेकिन इसमें कोई दोराय नहीं कि “बेबीफेस किलर” ने बीते कुछ साल खुद को नोंग-ओ के साथ सर्कल में भिड़ने की कल्पना करते बिताए हैं।
इस अप्रत्याशित देरी ने रामज़ानोव के थाई दिग्गज को हराने की संभावना को बढ़ा दिया है क्योंकि उन्होंने तब से लेकर अब तक खुद में सिर्फ सुधार ही किया है। उन्होंने अपनी स्किल्स बेहतर कीं और खुद को आत्मविश्वास से पूरी तरह भर लिया है। उन्हें अपने चालाक दिग्गज एथलीट के खिलाफ एक गेम प्लान तैयार करने का भी ज्यादा वक्त मिल गया है।
#2 नोंग-ओ के खिलाफ उम्र, लंबाई और पहुंच का फायदा
Venum Training Camp के प्रतिनिधि के पास कागज पर बहुत सी एडवांटेज दिखती हैं।
सबसे पहला कि वो सिर्फ 28 साल के हैं और अभी-अभी अपने एथलेटिक प्राइम में प्रवेश कर रहे हैं। दूसरी ओर, नोंग-ओ 36 साल के हैं और करियर में 300 से अधिक मुकाबलों के बाद लंबे व शानदार करियर के शारीरिक प्रभावों को महसूस कर रहे हैं।
इसके अलावा, रामज़ानोव की शारीरिक बनावट बेंटमवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन के लिए गंभीर चुनौती पेश कर सकती है। वो टाइटल होल्डर से 4 इंच लंबे हैं और 5 इंच लंबी पहुंच का फायदा उठा सकते हैं। उन्हें नोंग-ओ को चुनौती देने के लिए अपने लंबे हाथों और पैरों का इस्तेमाल करके रास्ता बनाना होगा, इससे पहले कि वो उन पर हमला करने के बारे में सोच भी सकें।
खास बात ये है कि दागेस्तानी स्ट्राइकर अपने लंबी कद-काठी का सही से इस्तेमाल करते हैं। गोली की रफ्तार से स्ट्रेट पंच मारते हैं और विरोधी को जबरदस्त चोट पहुंचाने के लिए ताकतवर किक्स लगाते हैं।
#3 पहले राउंड में नॉकआउट करने में माहिर
रामज़ानोव ONE Championship रोस्टर के सबसे खतरनाक पहले राउंड में नॉकआउट करने वाले मॉय थाई स्ट्राइकर्स में से एक हैं।
“बेबीफेस किलर” के सर्कल में तीनों नॉकआउट्स 3 मिनट के भीतर ही आए हैं। इसकी वजह से वो एक फाइटर के रूप में मनोरंजक होने के साथ बेहद खतरनाक भी हैं।
नोंग-ओ के खिलाफ आक्रामक शुरुआत उनको काफी फायदा पहुंचा सकती है। दरअसल, कई अन्य थाई स्ट्राइकर्स के विपरीत गोल्डन बेल्ट से सुसज्जित वर्ल्ड चैंपियन धीमी शुरुआत करने में यकीन रखते हैं। वो शुरुआती राउंड में अपने प्रतिद्वंदी के तौर-तरीकों को जानने-समझने की कोशिश करते हैं।
अगर नोंग-ओ ने पहले राउंड में रफ्तार नहीं पकड़ी तो रामज़ानोव को आप तेज-तर्रार स्ट्राइकिंग करते हुए देख सकते हैं क्योंकि वो ONE बेंटमवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियनशिप हासिल करने के लिए एक और तेज नॉकआउट स्कोर करने की कोशिश करेंगे।