3 कारण क्यों फेदरवेट मॉय थाई चैंपियन पेटमोराकोट एक बेहद खतरनाक स्ट्राइकर हैं
पेटमोराकोट पेटयिंडी कॉम्बैट स्पोर्ट्स के फैंस को एक बार फिर से याद दिलाने को तैयार हैं कि उनके जखीरे में दुनियाभर की सबसे खतरनाक स्ट्राइकिंग मौजूद है।
शुक्रवार, 20 मई को थाई सुपरस्टार ONE 157 के मेन इवेंट में अपने ONE फेदरवेट मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल को चैलेंजर जिमी विन्यो के खिलाफ दांव पर लगाएंगे।
विन्यो उन कुछ पश्चिमी एथलीट्स में से एक हैं, जिन्होंने थाइलैंड में एलीट स्टेडियम टाइटल्स जीते हैं, लेकिन उन्हें पेटमोराकोट की शानदार स्ट्राइकिंग से बचने के लिए अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।
सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में होने वाले इस दिलचस्प मुकाबले से पहले आइए जानते हैं वो तीन कारण, जो पेटमोराकोट को एक खतरनाक मॉय थाई एथलीट बनाते हैं।
#1 लंबी रीच और बेहतर होती बॉक्सिंग
हालांकि, विन्यो के साथ मुकाबला उन कुछ चुनिंदा मौकों में से एक है, जिसमें पेटमोराकोट अपने विरोधी से कुछ कम ऊंचे रह जाएंगे, वरना 180 सेंटीमीटर का कद और लंबी रीच (पहुंच) उनकी सफलता में अहम किरदार निभाते हैं।
इसके अलावा 28 साल के एथलीट ने ONE Championship में अपने आखिरी मुकाबले के बाद से चार प्रोफेशनल बॉक्सिंग मुकाबलों में भी हिस्सा लिया है, जिसमें 4-0 के साथ अपने गेम के कई पहलुओं को और भी अधिक विकसित किया है।
इस नए अनुभव के साथ पेटमोराकोट के जबरदस्त जैब और लॉन्ग साउथपॉ लेफ्ट क्रॉस पहले से कहीं ज्यादा घातक हो गए हैं। लंबे पैरों के साथ उनकी खतरनाक किक्स का कॉम्बिनेशन और उच्च स्तर वाली उनकी बॉक्सिंग क्षमता किसी भी प्रतिद्वंदी के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकती है।
लंबी रेंज वाले अपने हाथ-पैरों के साथ दुबले-पतले फेदरवेट एथलीट का सामना करना निश्चित रूप से एक टेढ़ी खीर साबित हो सकता है।
#2 करीब से चलने वाली एल्बो और नीज़
पेटमोराकोट अपने विरोधियों पर रहम नहीं करते हैं। खासकर, जब विरोधी से मुकाबला लॉन्ग रेंज का हो। ऐसे में अगर प्रतिद्वंदी पास आने की कोशिश करते हैं तो उन्हें शक्तिशाली एल्बो और नीज़ का सामना करना पड़ सकता है।
मॉय खाओ स्टाइलिस्ट का मतबल है कि नी स्पेशलिस्ट, जो अपने घुटने से ज्यादा अटैक करे। इसमें वो विरोधियों को रोप या सर्कल वॉल तक ले जाते हैं और अपने घातक छोटे हथियारों का इस्तेमाल करना शुरू कर देते हैं।
लंबी कद-काठी का मतलब है कि वो दूर से ही विरोधी के शरीर पर नीज़ से हमला कर सकते हैं। साथ ही अपने विरोधी के कमजोर अंगों पर प्रहार का लक्ष्य खोजने और साधने में वो काफी माहिर हैं, खासकर लिवर और सोलर प्लेक्सेज जैसी जगहों पर।
ऐसे में जब बात करीब से मुकाबले की आती है तो बहुत ही समझदारी से वो अपनी हैंड-फाइटिंग तकनीक का इस्तेमाल करते हैं, ताकि वो अपने विरोधी के डिफेंस को भेद सकें, जिससे उनकी एल्बोज का विरोधी के सिर पर वार करने का रास्ता साफ हो जाता है।
इस वजह से जब उनके विरोधियों को एक ही साथ हेड और बॉडी पर स्ट्राइक लग रही होती हैं तो उनसे बचाव करना काफी मुश्किल हो जाता है और पेटमोराकोट इस मौके का पूरा फायदा उठाने से नहीं चूकते हैं।
#3 हमेशा फिनिश की तलाश में रहते हैं
पेटमोराकोट केवल निर्णय के जरिए जीत हासिल करने के लिए ही अपने खतरनाक जखीरे का इस्तेमाल नहीं करते हैं।
मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन ONE Super Series में नॉकआउट करने के मामले में संयुक्त रूप से पहले स्थान पर मौजूद हैं। 7 जीतों में 4 स्टॉपेज के साथ वो लगातार फिनिश की ओर ले जाने का प्रयास करते हैं। इसके साथ ही हाल ही में उन्होंने बॉक्सिंग में अपने दोनों विरोधियों को स्टॉपेज से रोका है।
ऐसे में अगर थाई एथलीट ये नहीं कर पाते हैं तो भी सर्कल में उनके विरोधियों को ये पता चल जाता है कि वो हार की कगार पर हैं।
Petchyindee टीम के प्रतिनिधि पहले ONE फेदरवेट मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल जीतने के लिए ONE Super Series में पोंगसिरी पीके.साइन्चाई के खिलाफ शानदार 170 स्ट्राइक्स का रिकॉर्ड बना चुके हैं। साथ ही योडसंकलाई IWE फेयरटेक्स को भी शानदार अंदाज में पछाड़ा था।