इन 3 कारणों से रीनियर डी रिडर को MMA में हराने वाले पहले फाइटर बन सकते हैं शामिल अब्दुलेव
शामिल अब्दुलेव को अपने ONE Championship डेब्यू में बेहद कठिन चुनौती मिली है।
अमेरिकी प्राइमटाइम पर शुक्रवार, 21 अक्टूबर (भारत में शनिवार, 22 अक्टूबर) को ONE Fight Night 3 में रूसी स्टार का सामना मिडलवेट वर्ल्ड चैंपियनशिप बाउट में अपराजित 2-डिविजन MMA किंग रीनियर डी रिडर से होगा।
हालांकि कुछ लोग अब्दुलेव को कम आंक सकते हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि वो उलटफेर नहीं कर सकते। आपको बता दें कि रूसी स्टार एक बेहतरीन और अनुभवी फाइटर हैं और पल भर में किसी फाइट को फिनिश कर सकते हैं।
32 वर्षीय एथलीट के पास वो स्किल्स हैं जो उन्हें डी रिडर पर जीत दिलाकर नया चैंपियन बना सकती हैं, लेकिन उनका चैंपियन बनना इसी बात पर निर्भर करता है कि वो किस तरीके से अपनी स्किल्स का इस्तेमाल करते हैं।
यहां जानिए उन 3 कारणों के बारे में जिनसे अब्दुलेव, डी रिडर को हराकर ना केवल उनके अपराजित रिकॉर्ड को समाप्त कर सकते हैं बल्कि उनसे मिडलवेट टाइटल भी ले सकते हैं।
#1 शानदार किक्स लगाते हैं
अब्दुलेव की किक्स उनके सबसे खतरनाक हथियारों में शामिल हैं।
वो चाहे स्पिनिंग बैक किक लगा रहे हों, पारंपरिक राउंडहाउस किक, क्वेश्चन मार्क किक या फ्रंट स्नैप किक, ये सभी दमदार रहती हैं और उनकी किक्स ज्यादा खतरनाक इसलिए भी होती हैं क्योंकि उनके पास स्पीड भी है।
हालांकि वो फाइट की शुरुआत बॉक्सिंग से करते हैं, लेकिन अधिकांश मौकों पर लेग अटैक्स उन्हें बढ़त दिलाने का काम करती आई हैं।
इन्हीं खतरनाक किक्स की मदद से उन्होंने अपने प्रोफेशनल करियर में 54 प्रतिशत के नॉकआउट रेट के साथ 13 जीत दर्ज की हैं।
वहीं डी रिडर एक BJJ और जूडो ब्लैक बेल्ट होल्डर हैं इसलिए उन्हें टेकडाउन होने के डर से किक्स लगाने में झिझक हो सकती है, लेकिन डच एथलीट के खतरनाक गेम से बचने के लिए उन्हें ये रिस्क लेना ही होगा।
शुरुआत में अब्दुलेव सावधानी बरत सकते हैं और शायद उन्हें किक्स लगाने के लिए लय प्राप्त करने से पहले अपने विरोधी के गेम को परखते हुए देखा जाएगा। मगर उनकी स्पीड और पावर को देखते हुए ये कहा जा सकता है कि वो एक क्लीन शॉट में मैच को फिनिश कर सकते हैं।
#2 टेकडाउन डिफेंस अच्छा है
ये बात किसी से छुपी नहीं है कि डी रिडर MMA के सबसे बेहतरीन ग्रैपलर्स में से एक हैं इसलिए वो इस बार भी अपने चैलेंजर को ग्राउंड पर लाना चाहेंगे।
दूसरी ओर, अब्दुलेव को ग्रैपलर्स से फाइट करने का अच्छा खासा अनुभव प्राप्त है और हमेशा से दिखाते आए हैं कि उनका टेकडाउन डिफेंस कितना शानदार है। वहीं उन्हें टेकडाउन के प्रयासों को विफल करते हुए टॉप पोजिशन हासिल करना भी अच्छा लगता है।
डी रिडर रूसी स्टार के रेसलिंग गेम की कड़ी परीक्षा ले रहे होंगे, खासतौर पर क्लिंच करते हुए क्योंकि मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन इसी पोजिशन में रहते टेकडाउन स्कोर करने की कोशिश करते हैं।
मगर अब्दुलेव जितनी देर स्टैंड-अप गेम में बने रहेंगे, उसी हिसाब से उनका आत्मविश्वास बढ़ता चला जाएगा।
#3 चैंपियनशिप जीत और हाई-लेवल कॉम्पिटिशन का काफी अनुभव है
अब्दुलेव का प्रोफेशनल रिकॉर्ड 13-1 का है, लेकिन इसमें उनका शानदार एमेच्योर MMA बैकग्राउंड का रिकॉर्ड सम्मिलित नहीं है।
उनका एमेच्योर करियर शानदार रहा और उसी अनुभव ने उन्हें प्रोफेशनल वर्ल्ड में चैंपियनशिप मैच तक पहुंचने में मदद की है।
वो अपने एमेच्योर करियर में कई बार रूसी और वर्ल्ड MMA चैंपियन रहे हैं। 32 वर्षीय स्टार करीब एक दशक के समय से इस खेल से जुड़े हुए हैं, कई धमाकेदार फाइट्स कीं, जिनमें वन-नाइट टूर्नामेंट भी शामिल रहे। उनका एमेच्योर करियर का अनुभव बताता है कि अब्दुलेव इस खेल के दिग्गजों में से एक हैं।
इसलिए वो चाहे ONE Fight Night 3 में अपने पहले प्रोफेशनल वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच में फाइट कर रहे हों, लेकिन उन्हें हाई-लेवल के कॉम्पिटिशन का पहले से अनुभव है।