3 बड़ी बातें जो हमें ONE Friday Fights 6 से पता चलीं
24 फरवरी को बैंकॉक में हो रही वीकली ONE Friday Fights सीरीज के इवेंट ने एक बार फिर फैंस का खूब मनोरंजन किया।
लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में हुए ONE Friday Fights 6 में 11 MMA, किकबॉक्सिंग और मॉय थाई मुकाबले हुए, जिनमें शुरू से लेकर अंत तक जबरदस्त एक्शन देखने को मिला।
इससे पहले कि ONE Friday Fights 7 का लाइव एक्शन शुरू हो, यहां देखिए उन 3 चीज़ों के बारे में जो हमें ONE Friday Fights 6 से पता चलीं।
बेंटमवेट किकबॉक्सिंग डिविजन के सबसे बड़े स्टार बन सकते हैं इलियास एनाहाचि
कुछ महीनों पहले पूर्व ONE फ्लाइवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन इलियास एनाहाचि ने इस डिविजन को छोड़ने का फैसला लेकर सबको चौंका दिया था।
एनाहाचि ने बीते शुक्रवार अपना बेंटमवेट डेब्यू किया, जहां अलीअसगर घोड़रातिसरासकन को दूसरे राउंड में नॉकआउट करते हुए लुम्पिनी स्टेडियम के क्राउड के अंदर रोमांच भरा।
एनाहाचि के इस प्रदर्शन ने साबित किया है कि उनसे लोगों को आने वाले मैचों में क्या उम्मीद रखनी चाहिए। ONE बेंटमवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन पेटटानोंग पेटफर्गस को तैयारियां शुरू कर देनी चाहिए क्योंकि मोरक्कन-डच एथलीट अब एक नए डिविजन पर अपना वर्चस्व कायम करने के लिए तैयार हैं।
बोगडन शुमारोव खतरनाक लाइटवेट कंटेंडर के रूप में उभरकर सामने आए
नीदरलैंड्स से आए अधिकांश फाइटर्स खतरनाक स्ट्राइकर्स होते हैं और बोगडन शुमारोव भी उन्हीं में से एक हैं। शुमारोव SB Gym के प्रतिनिधि हैं और दुनिया के कई बेस्ट कोचों की निगरानी में ट्रेनिंग करते आए हैं। इसी ट्रेनिंग की वजह से उन्हें ONE Friday Fights 6 में बड़ी जीत मिली।
अपने ONE डेब्यू में उन्होंने ट्यूनीशियाई स्ट्राइकर मारवन हूली को लाइटवेट किकबॉक्सिंग बाउट में हराया। 26 वर्षीय एथलीट ने पहले राउंड में हूली को ओवरहैंड राइट लगाकर फिनिश किया।
शुमारोव उसी जिम से आते हैं, जिसमें एनाहाचि ट्रेनिंग करते हैं और वो लाइटवेट डिविजन के अन्य फाइटर्स के लिए बड़ा खतरा बनकर उभरे हैं, जिसे इस समय रेगिअन इरसल डॉमिनेट कर रहे हैं।
ONE में नई जनरेशन के स्ट्राइकर्स का आगमन
कार्ड में कई अनुभवी एथलीट्स शामिल थे, लेकिन 2 युवा स्ट्राइकर्स ने उनसे स्पॉटलाइट छीनकर दिखाया है कि ONE का भविष्य कैसा रहने वाला है।
पहले 16 वर्षीय स्टार जोहान गज़ाली ने केवल 16 सेकंड में पाडेत्सुक फेयरटेक्स को फ्लाइवेट मॉय थाई मैच में राइट हुक लगाकर फिनिश किया।
दूसरी ओर, 17 साल के खुनसुएकलैक बूमदेक्सेन ने एटमवेट मॉय थाई बाउट में कांटेदार टक्कर के बाद कोको सोर सोमाई पर विभाजित निर्णय से जीत दर्ज की।
ये खुनसुएकलैक की ONE में दूसरी जीत रही और अगर वो इसी तरह से जबरदस्त प्रदर्शन करते रहे तो वो प्रोमोशन के अगले बड़े सुपरस्टार बन सकते हैं।