ONE 159 में जेसा खान के डेब्यू से पहले उनके बारे में जानिए 5 रोचक बातें
जेसा खान सबसे उभरती हुई ब्राजीलियन जिउ-जित्सु स्टार्स में से एक हैं और शुक्रवार, 22 जुलाई को वो ग्लोबल फैनबेस के सामने अपना ONE Championship डेब्यू करने वाली हैं।
20 वर्षीय टेक्सास निवासी एथलीट का सामना ONE 159: De Ridder vs. Bigdash के लीड कार्ड में अमेंडा आलेक्विन से एटमवेट सबमिशन ग्रैपलिंग बाउट में होगा। खास बात ये है कि दोनों पहले भी आमने-सामने आ चुकी हैं।
इस बार युवा स्टार पिछले साल सितंबर आलेक्विन के खिलाफ मिली हार का बदला पूरा करना चाहेंगी और उनकी स्किल्स उन्हें जीत दिलाने में पूरी तरह सक्षम हैं।
#1 बहुत छोटी उम्र में बड़ी स्टार बनीं
केवल 20 साल की उम्र में खान अपने करियर में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल कर चुकी हैं।
जूनियर लेवल पर उन्होंने 2017 और 2018 में IBJJF वर्ल्ड चैंपियनशिप्स, कई बड़े इवेंट्स और IBJJF Pan और European चैंपियनशिप भी जीतीं।
16 साल की उम्र तक वो बड़े स्टार्स को चुनौती देने के लिए तैयार हो चुकी थीं और आगे चलकर उन्होंने IBJJF World, Pan और European Championships में अपनी जीत कायम रखी।
#2 ब्लैक बेल्ट बनने के बाद जबरदस्त प्रदर्शन जारी है
अक्टूबर 2020 में खान केवल 18 साल की उम्र में BJJ ब्लैक बेल्ट होल्डर बनी थीं और अपने वर्ल्ड-क्लास स्किल-सेट की मदद से वो ग्लोबल सुपरस्टार्स को चैलेंज करने के लिए तैयार हो चुकी थीं।
इस दौरान उन्होंने IBJJF Pan चैंपियनशिप और वर्ल्ड चैंपियनशिप्स में मेडल जीतकर इस खेल में अपनी छाप छोड़ी।
युवा अमेरिकी स्टार सबमिशन ग्रैपलिंग की बड़ी स्टार्स में से एक बन चुकी हैं और WNO इवेंट में भी कई बड़ी जीत दर्ज कर चुकी हैं।
#3 टॉप BJJ स्टार्स की निगरानी में ट्रेनिंग करती हैं
खान के पिता यूनाइटेड स्टेट्स नेवी में हैं, इसलिए उन्हें अपने पिता के बार-बार होने वाले तबादलों के कारण डेश भर में अलग-अलग कोचों की निगरानी में ट्रेनिंग लेनी पड़ी।
मगर अंत में उन्होंने कैलिफॉर्निया में स्थित AOJ में आइकॉनिक मेंडेज ब्रदर्स की निगरानी में ट्रेनिंग लेनी शुरू की, जो दोनों कई बार के BJJ वर्ल्ड चैंपियंस रहे हैं।
वर्ल्ड-क्लास कोच मिलने से खान का गेम निरंतर बेहतर होता गया है और इसी कारण वो अमेरिकी इतिहास की सबसे बेहतरीन ग्रैपलर्स में से एक बन पाई हैं।
#4 कंबोडिया के लिए मेडल जीते
खान की मां कंबोडिया से आती हैं और उन्होंने 2018 एशियाई और 2019 दक्षिण एशियाई खेलों में कंबोडिया का प्रतिनिधित्व किया था।
हालांकि जिउ-जित्सु फॉर्मेट, BJJ जैसा नहीं है, लेकिन खान ने दोनों इवेंट्स में स्वर्ण पदक जीता था।
#5 अभी से नई पीढ़ी के फाइटर्स को तैयार कर रही हैं
कड़ी मेहनत के बल पर इस मुकाम तक पहुंचने के बाद खान जानती हैं कि उन्हें अपने बचपन के सपने को पूरा करने के लिए क्या करना है।
अब AOJ में ट्रेनिंग देकर उन्होंने अभी से युवाओं की नई पीढ़ी को तैयार करना शुरू कर दिया है।
जिम में वर्ल्ड-क्लास ट्रेनर्स के होने से इन ग्रैपलर्स का भविष्य सुरक्षित नजर आ रहा है और खास बात ये है कि युवा फाइटर्स अभी से सफलता प्राप्त करने लगे हैं।