जापानी मॉय थाई स्टार शिंजी सुज़ुकी से जुड़ी 5 दिलचस्प बातें
ONE 169: Malykhin vs. Reug Reug में जापानी स्ट्राइकिंग स्टार शिंजी सुज़ुकी का सामना बेंटमवेट मॉय थाई मैच में ब्रिटिश-कनाडाई सनसनी जेक “द वन” पीकॉक से होगा और वो लगातार दूसरी जीत का प्रयास करेंगे।
ये मुकाबला शनिवार, 9 नवंबर को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के लुम्पिनी स्टेडियम से लाइव प्रसारित होगा और सुज़ुकी के पास ग्लोबल स्टेज पर छाने पर एक बड़ा मौका होगा।
ONE Friday Fights 32 में सुआब्लैक टोर प्रान49 के खिलाफ डेब्यू मैच में हार के बाद 38 वर्षीय स्टार ने मार्च में हुए ONE 166: Qatar में वापसी करते हुए पूर्व ONE वर्ल्ड टाइटल चैलेंजर हान ज़ी हाओ को हराया था।
भारी-भरकम हाथों और शानदार स्टैमिना की वजह से सुज़ुकी ने खुद को ONE 169 में शामिल अहम सितारे के रूप में स्थापित किया है और वो अपने विरोधी का डटकर सामना करेंगे। लेकिन इससे पहले उनसे जुड़ी हुई खास बातों पर गौर कर लेते हैं।
#1 मैगज़ीन देखकर मॉय थाई का पता चला
सुज़ुकी ने शुरुआत में प्रोफेशनल फाइटर बनने का सपना नहीं देखा था।
उनका पहला प्यार बास्केटबॉल था, लेकिन 14 साल की उम्र में उन्होंने एक बुक स्टोर में मार्शल आर्ट्स मैगज़ीन देखी, जिसमें मॉय थाई के बारे में लिखा था कि ये दुनिया का सबसे मजबूत स्ट्राइकिंग आर्ट है।
इस बात से उनकी खेल में दिलचस्पी बढ़ी और उन्होंने पास के जिम में जाकर ट्रेनिंग करने का फैसला किया और बाकी इतिहास है।
#2 थाईलैंड में मॉय थाई स्किल्स को निखारा
युवा स्टार को जल्द ही मॉय थाई से प्यार हो गया और वो सदियों पुरानी इस परंपरा को उसके घर में जाकर महसूस करना चाहते थे।
इस कारण वो मॉय थाई के गढ़ थाईलैंड में आ गए।
सुज़ुकी ने ट्रेनिंग के लिए ये ट्रिप अकेले की, अपने स्ट्राइकिंग स्किल्स को धार दी और “द आर्ट ऑफ 8 लिंब्स” में लंबे और सम्मानित करियर की नींव रखी।
#3 जापानी मॉय थाई दिग्गज की देखरेख में ली ट्रेनिंग
एक प्रोफेशनल फाइटर के तौर पर सुज़ुकी ने अच्छी शुरुआत की। जब वो जापान वापस आए तो उन्होंने सर्वश्रेष्ठ ट्रेनिंग लेने के बारे में सोचा। इसके चलते वो टोक्यो आकर मशहूर टोशियो फुजिवारा की निगरानी में ट्रेनिंग करने लगे।
आपको बता दें कि फुजिवारा 1978 में Rajadamnern Stadium मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल जीतने वाले पहले गैर-थाई फाइटर थे। ऐसे में सुज़ुकी ने उस शख्स से खेल के गुर सीखे, जिन्होंने इस खेल में इतिहास रचा था।
#4 जीवन यापन के लिए दूसरे काम भी करते रहे
भले ही वो अब दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स संगठन में शामिल हो गए हैं, लेकिन जापानी स्ट्राइकर का जीवन पहले ऐसा नहीं था।
मॉय थाई स्ट्राइकर के रूप में अपने सपनों को पूरा करने के लिए सुज़ुकी ने 10 साल तक किराने की एक दुकान में काम किया और वहां से वक्त निकालकर ट्रेनिंग और एशिया के बाकी देशों में फाइट करते थे।
#5 ‘Road To ONE’ टूर्नामेंट विजेता बने
साल 2022 तक सुज़ुकी ने काफी अच्छा करियर बना लिया था और उन्होंने ढेर सारे घरेलू टाइटल अपने नाम किए। लेकिन फाइटिंग के अंतिम दिनों में उनके पास एक बहुत ही खास मौका आया, जब उन्हें Road to ONE: Japan टूर्नामेंट में हिस्सा लेने का मौका मिला।
अनुभवी स्टार ने साबित किया कि उनके पास अभी भी ताकत और फिनिश करने की खतरनाक काबिलियत है। उन्होंने अपने दोनों प्रतिद्वंदियों को फिनिश कर टूर्नामेंट जीता और ONE Championship के ग्लोबल रोस्टर का हिस्सा बने।
अब वो ONE के सबसे प्रतिभाशाली स्ट्राइकर्स के बीच अपनी जगह बनाना चाहते हैं।