लंबे समय से ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड चैंपियन बने रहने वाले एड्रियानो मोरेस से जुड़ी 5 बेहद रोचक बातें
मौजूदा ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड चैंपियन एड्रियानो मोरेस आधिकारिक तौर पर डिमिट्रियस जॉनसन के साथ एक बहुप्रतीक्षित वर्ल्ड टाइटल रीमैच में वापसी करने वाले हैं।
दोनों सुपरस्टार्स 26 अगस्त को ONE 161 के मेन इवेंट में भिड़ेंगे, जिसमें मोरेस ये साबित करने की कोशिश करेंगे कि 12 बार के MMA वर्ल्ड चैंपियन पर उनका शानदार नॉकआउट महज कोई संयोग नहीं था।
34 वर्षीय ब्राजीलियाई एथलीट “माइटी माउस” को एक बार फिर से फिनिश करना चाहते हैं और डिविजन के किंग के रूप में अपनी स्थिति और मजबूत करना चाहते हैं।
यूएस प्राइम टाइम के दौरान इस बड़े मुकाबले के खत्म होने से पहले आइए वर्तमान फ्लाइवेट किंग को थोड़ा अच्छी तरह से जान लेते हैं।
ये रहे एथलीट के बारे में पांच रोचक तथ्य, जिन्हें “मिकीन्यो” के उपनाम से बुलाया जाता है।
#1 स्केटबोर्डिंग के हैं शौकीन
मार्शल आर्टिस्ट अपने खाली समय में फुटबॉल या बास्केटबॉल जैसे अन्य खेलों में भाग लेते हैं, जो कोई असामान्य बात नहीं है। हालांकि, मोरेस के लिए अपने स्केटबोर्ड पर दक्षिण फ्लोरिडा के चारों ओर घूमने के मौके से बढ़कर कुछ नहीं है।
पहली बार “मिकीन्यो” ने अपने देश ब्राजील में एक बच्चे के रूप में स्केटबोर्डिंग शुरू की थी। वो स्केटबोर्डिंग करते समय हर मिनट का आनंद लेते रहते हैं। भले ही वो अपने दिमाग को आराम दे रहे हों, कोई नई स्किल सीख रहे हों या स्केटिंग कम्युनिटी के साथ घूम रहे हों।
MMA सुपरस्टार ने ONE Championship को बताया:
“ये MMA की तुलना में काफी कम जोश पैदा करने वाला स्पोर्ट है। ये रोमांच के लिए शरीर में एड्रेनेलिन हार्मोन को तेज़ी से बढ़ा देता है। इससे आप कॉन्क्रीट की सड़कों पर सर्फ करते हैं और करतब दिखाने में सक्षम हो जाते हैं। ऐसे में आप और आपका स्केटबोर्ड एक हो जाता है। आप दोनों एक ही बन जाते हैं। इससे बहुत अच्छा महसूस होता है।”
#2 वो ‘बुशेशा’ के काफी करीब हैं
मोरेस को अच्छे लोगों के साथ रहना और उठना-बैठना पसंद है, विशेषकर कॉम्बैट स्पोर्ट्स की दुनिया में।
वास्तव में, वो 17 बार के ब्राजीलियन जिउ-जित्सु वर्ल्ड चैंपियन मार्कस “बुशेशा” अल्मेडा के करीबी दोस्त और रोजाना के ट्रेनिंग पार्टनर हैं, जो 2020 में American Top Team (ATT) में “मिकीन्यो” के साथ शामिल हुए थे।
इन दो ब्राजीलियाई एथलीट्स के बीच काफी कुछ एक जैसा है, विशेष रूप से ग्रैपलिंग आर्ट्स के प्रति उनका प्यार। अल्मेडा अब ONE Championship के हेवीवेट MMA डिविजन में सबसे तेजी से उभरने वाले सितारों में से एक हैं और मोरेस का कहना है कि उन्होंने BJJ दिग्गज से बहुत कुछ सीखा है।
उन्होंने ONE को बताया:
“जब वो ATT में आए, तब मुझे पहले से ही पता था कि वो ONE के लिए मुकाबला करने जा रहे हैं इसलिए वो मुझसे इवेंट के बारे में पूछने आए। फिर दूसरी चीजों के बारे में हमारी बातें होने लगीं और हमारी दोस्ती वहीं से शुरू हो गई।
“भले ही वो एक हेवीवेट एथलीट हैं, लेकिन वो लाइट एथलीट्स के साथ भी बहुत अच्छी तरह से घुल-मिल जाते हैं। वो बहुत कमाल के व्यक्ति हैं। उन्हें सीखना और सिखाना दोनों पसंद है। वो बहुत मिलनसार एथलीट हैं। हमारा व्यक्तित्व काफी कुछ मिलता-जुलता है और मुझे लगता है कि इसलिए हम बहुत अच्छे दोस्त बन गए हैं।”
#3 बचपन में उन्हें त्याग दिया गया था
अप्रैल 1988 में उनके जन्म के कुछ ही दिनों बाद मोरेस की असली मां ने उन्हें ब्राजील के ब्राजीलिया की सड़कों पर छोड़ दिया था। भविष्य के MMA वर्ल्ड चैंपियन को अंततः उठाकर एक अनाथालय में ले जाया गया।
तीन साल के बाद मोरेस ने अनाथालय छोड़ दिया और मिर्तेस मोरेस ने उन्हें गोद ले लिया। उन्होंने मोरेस की देखभाल की और अपने बेटे की तरह ही उनका पालन-पोषण किया।
मोरेस का कहना है कि उनके पास जो कुछ भी है, वो मिर्तेस का ही दिया हुआ है। उन्होंने बाद में मोरेस को कापोएरा, जूडो, ब्राजीलियन जिउ-जित्सु और अन्य मार्शल आर्ट्स की विधाओं में शामिल करवाया था, ताकि वो अपने जीवन के सबसे चहेते कॉम्बैट स्पोर्ट्स की चाहत को पूरा कर सकें।
उन्होंने ONE को बताया:
“मेरे लिए वो ही सब कुछ हैं। वो मेरी आदर्श हैं। मैंने जो कुछ भी किया है, सब उन्हीं के लिए किया और आगे भी ऐसा करना जारी रखूंगा। उनके प्यार के लिए मैं सब कुछ करना जारी रखूंगा।”
#4 एक दशक से भी अधिक के करियर में कभी फिनिश नहीं हुए
20-3 के प्रोफेशनल रिकॉर्ड के साथ मोरेस ONE Championship में सबसे प्रभावशाली एथलीट्स में से एक हैं और नि:संदेह पूरी दुनिया में सबसे प्रतिभाशाली फाइटर्स में से एक हैं।
उनके शानदार रिकॉर्ड में 4 जीत नॉकआउट और 10 गजब के सबमिशन के जरिए शामिल हैं।
इससे भी शानदार बात ये है कि मोरेस एक दशक से भी अधिक समय तक चलने वाले करियर में कभी भी फिनिश नहीं हुए और ना ही सर्वसम्मत निर्णय के माध्यम से हारे हैं।
जो हार उन्होंने अनुभव कीं, वो पूर्व फ्लाइवेट टाइटल होल्डर जेहे युस्ताकियो और काइरत अख्मेतोव के साथ दागेस्तानी ग्रैपलर युसुप सादुलेव के खिलाफ करीबी विभाजित निर्णय के माध्यम से आई थीं।
कई प्रशंसकों और जानकारों का ये भी मानना था कि मोरेस अपने पहले मुकाबले में जॉनसन से अपनी फ्लाइवेट बेल्ट हार जाएंगे क्योंकि अमेरिकी एथलीट प्रतिभा के धनी हैं।
हालांकि, “मिकीन्यो” ने दुनिया को तब हैरान कर दिया, जब उन्होंने “माइटी माउस” के खिलाफ बाजी पलट दी, जो जॉनसन के शानदार करियर की पहली स्टॉपेज हार थी।
#5 वो ONE के इतिहास में सबसे प्रभावशाली फ्लाइवेट एथलीट हैं
मोरेस ने लंबे समय तक ONE Championship के फ्लाइवेट MMA डिविजन पर राज किया, जो कि प्रोमोशन में सबसे पुरानी और प्रतिभाशाली वेट क्लास में से एक है। उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में सबसे अच्छे एथलीट्स का सामना किया है और आमतौर पर उन्हें इसमें जीत ही मिली है।
हालांकि, युस्ताकियो और अख्मेतोव ने ब्राजीलियाई एथलीट को हराकर वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतने का आनंद उठाया, लेकिन वो बहुत लंबे समय तक नहीं टिक सके और “मिकीन्यो” ने अंततः दोनों एथलीट्स से अपना हिसाब बराबर कर लिया।
कुल मिलाकर मोरेस ने 8 ONE वर्ल्ड टाइटल फाइट्स जीती हैं और खुद को प्रोमोशन के इतिहास में सबसे शानदार प्रतियोगियों में से एक के रूप में स्थापित किया है।
मार्च में ONE X में खतरनाक जापानी नॉकआउट आर्टिस्ट युया वाकामात्सु पर अपनी हालिया जीत के बाद “मिकीन्यो” के पास अब फ्लाइवेट में सबसे अधिक जीत (11) का ONE Championship रिकॉर्ड है।
वो इस रिकॉर्ड को आगे बढ़ाने और अगस्त में ONE 161 पर अपने बड़े रीमैच में जॉनसन पर एक और जीत के साथ अपना प्रभुत्व स्थापित करने की योजना बना रहे हैं।