5 चीजें जो हमें ONE: WARRIOR’S CODE से सीखने को मिलीं
ONE: WARRIOR’S CODE एक बेहतरीन मार्शल आर्ट्स इवेंट रहा जहाँ एक के बाद एक कई सरप्राइज़ देखने को मिले।
7 फरवरी को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में देखे गए जबरदस्त एक्शन ने फैंस को ONE Championship के नए हीरो प्रदान किए हैं और लोग इन नए स्टार्स को जरूर एक बार फिर बेहतरीन मुकाबलों का हिस्सा बनते देखना चाहेंगे।
इस आर्टिकल में हम ऐसी कुछ चीजें आपको बताने वाले हैं जो ONE: WARRIOR’S CODE से सीखने को मिली हैं।
#1 पेटमोराकोट किकबॉक्सिंग के लिए बेहतर हैं
पेटमोराकोट पेटयिंडी एकेडमी ने अपने फ़ेवरेट स्पोर्ट में वापसी कर जकार्ता में ONE फेदरवेट मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल अपने नाम करते हुए इतिहास रच दिया है।
हाल ही में हुए मैच में शुरुआत से लेकर अंत तक बैंकॉक से आने वाले 25 वर्षीय एथलीट की लेफ्ट किक और नी का प्रभाव देखने लायक रहा। उन्होंने पोंगसिरी पीके. साइन्चेमॉयथाईजिम को कुछ शानदार पंच भी लगाए लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ा उनका अटैक करने का तरीका भी बदलता जा रहा था।
ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री में हुए जियोर्जियो “द डॉक्टर” पेट्रोसियन के साथ मुकाबलों से मिले सबक के बारे में पेटमोराकोट बात भी कर चुके हैं और उनके प्रयासों ने इटालियन एथलीट की पंचिंग एबिलिटी का डटकर सामना किया था। कुछ उसी तरह का उनका प्रदर्शन इंडोनेशिया में भी देखने को मिला।
हालांकि थाई स्टार और “द डॉक्टर” के बीच काफी कम समानताएं हैं लेकिन उन्होंने अपने गेम में एक अलग ही तरह का सुधार किया है, खासतौर पर आखिरी राउंड्स के लिए। वो मूवमेंट कर रहे थे, जैब लगा रहे थे और अपने ताकतवर हाथ से स्ट्राइक करने के लिए मौके का इंतज़ार कर रहे थे।
उबोन राचाथानी से आने वाले पेटमोराकोट का मॉय थाई गेम एक अलग ही स्तर पर जा पहुंचा है और चीजें में तालमेल बिठाने की काबिलियत उन्हें सबसे टफ़ चैंपियंस में से एक साबित करने के लिए काफी है।
#2 एको रोनी सपुत्र के मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स सफ़र की जबरदस्त शुरुआत
ONE: WARRIOR’S CODE से पहले एको रोनी सपुत्र ने काफी कम समय रिंग में बिताया था, उनके लिए मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स स्किल्स के साथ बैठा पाना काफी मुश्किल रहा है।
हालांकि कई बार के रेसलिंग चैंपियन रह चुके सपुत्र को 7 फरवरी को अपने मुकाबले को जीतने के लिए केवल 4 मिनट का समय लगा। आखिरकार उन्हें वो मौका मिल चुका है जहाँ से वो साबित कर सकते हैं कि वो क्या करने में सक्षम हैं।
जैसे ही उन्होंने खॉन सिचान के खिलाफ टेकडाउन किया, उन्होंने बता दिया था कि Evolve टीम में सीखी गई ब्राजीलियन जिउ-जित्सु स्किल्स आखिरकार उनके लिए कारगर साबित हो रही हैं। एल्बो लगाने से पहले पास गार्ड और इसके बाद जैसे ही उन्हें मौका मिला वो सबमिशन के लिए आगे कूद पड़े। शायद अगले मैच में 28 वर्षीय स्टार की स्टैंड-अप स्किल्स भी हमें देखने को मिल सकती हैं।
#3 मत्सुशीमा का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन आना अभी बाकी है
ऐसे बहुत कम एथलीट रहे हैं जिन्हें कोयोमी मत्सुशीमा की तरह अपने पहले ही वर्ल्ड टाइटल मुकाबले में बहुत जल्दी हार का मुंह देखना पड़ा है।
एक तरफ योकोहामा से आने वाले 27 वर्षीय एथलीट को पिछले साल मार्टिन “द सीटू-एशियन” गुयेन के खिलाफ वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच में हार झेलनी पड़ी थी, उन्होंने खुद पर भरोसा बनाए रखा और इसी भरोसे के बलबूते अब उन्होंने अपने करियर की सबसे बड़ी जीत में से एक हासिल की है।
मत्सुशीमा का सामना खतरनाक नॉकआउट एबिलिटी वाले “द फाइटिंग गॉड” किम जे वूंग से हुआ लेकिन जापानी स्टार ने मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स के हर क्षेत्र में अपने प्रतिद्वंदी को हराने का पूरा प्रयास किया। मत्सुशीमा ने किम की स्ट्राइकिंग को टेकडाउन से काउंटर किया और कुछ पंच भी लगाए और अपनी फिनिशिंग स्किल्स का प्रदर्शन करते हुए तीसरे राउंड में TKO से जीत दर्ज की।
इतने धमाकेदार प्रदर्शन के साथ वो दिखा चुके हैं कि वो फेदरवेट डिविजन के टॉप-क्लास एथलीट्स को चुनौती देने की तैयारी कर चुके हैं।
#4 नाइटो ONE Super Series के बड़े स्टार बनने के लिए तैयार हैं
जापान के टाईकी “साइलेंट स्निपर” नाइटो ने पिछले साल ग्लोबल स्टेज पर अपने दोनों मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन किया था लेकिन “द बेबी फेस किलर” सावास माइकल पेटयिंडी एकेडमी के खिलाफ उन्होंने पहले से भी बेहतर प्रदर्शन किया है।
साइप्रस से आने वाले माइकल 2 बार के मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन रह चुके हैं और थाईलैंड की सबसे बड़ी जिम के मेंबर हैं लेकिन नाइटो ने उन्हें हर क्षेत्र में परास्त किया है।
नाइटो के पिटारे में मॉय थाई के अलावा भी कई अन्य स्किल्स हैं। किकबॉक्सिंग में अनुभव और शूट बॉक्सिंग उन्हें हर क्षेत्र में एक बेहतरीन स्ट्राइकर साबित करती हैं और माइकल ने जो भी अड़चनें उनके सामने खड़ी कीं, उनका उन्होंने अनोखे अंदाज में जवाब भी दिया।
2 नॉकडाउन ने उन्हें ग्लोबल स्टेज पर बेहतरीन जीत दिलाई है और ये भी देखने योग्य बात है कि वो दुनिया के बेस्ट फ़्लाइवेट एथलीट्स में से एक का सामना कर रहे थे। इसी के साथ उन्होंने दिखा दिया है कि वो किसी को भी हराने का दमखम रखते हैं और शायद रोडटंग “द आयरन मैन” जित्मुआंगनोन को भी।
#5 स्ट्रॉवेट डिविजन में आने से टोना की ताकत दोगुनी हो गई है
जोश “टाइमबॉम्ब” टोना ने जोसेफ “हरिकेन” लसीरी और योशिहिशा मोरीमोटो के खिलाफ जीत दर्ज कर पहले ही अपनी स्किल्स से अन्य एथलीट्स को अवगत क्रा दिया था लेकिन हालिया मुकाबले में वो पूरी लय में नजर आए।
ONE Super Series में स्ट्रॉवेट डिविजन के लॉन्च के साथ, अब ऑस्ट्रेलियाई स्टार अपनी नेचुरल वेट क्लास में मैच लड़ सकते हैं। यानी अब उनके प्रतिद्वंदियों को साइज़ एडवांटेज नहीं मिलेगा और उनकी स्ट्राइक्स में भी गज़ब की ताकत है।
इसी तरह का प्रदर्शन उनहोंने ब्रिटिश मॉय थाई लैजेंड एंडी “पनिशर” हाओसन के खिलाफ किया। पिछले मुकाबलों से उलट टोना ने इस बार धीमी शुरुआत नहीं की, उन्होंने शुरुआती राउंड से ही अपने प्रतिद्वंदी को कड़ी टक्कर दी और दूसरे राउंड में बढ़त बनाई जैसा कि वो अक्सर करते हैं। वो आगे बढ़कर बॉडी पर दमदार नी और आखिर में उन्होंने सिर पर जबरदस्त नी लगाते हुए मैच को अंतिम रूप दिया।
आने वाले समय में ये देखने योग्य बात होगी कि ISKA K-1 वर्ल्ड चैंपियन अन्य स्ट्रॉवेट एथलीट्स के खिलाफ क्या करने में सक्षम हैं।
सिंगापुर | 28 फरवरी | ONE: KING OF THE JUNGLE | टिकेट्स: यहां क्लिक करें
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