5 सबक जो हमें ONE: MASTERS OF FATE से सीखने को मिले

प्रशंसकों में दुनियाभर के बेहतरीन मार्शल आर्ट्स योद्धाओं के बीच कुछ वास्तविक पिक-एम मुकाबलों को लेकर ONE: MASTERS OF FATE में बहुत सारे सवाल थे।
अब स्टैक्ड, 13-बाउट कार्ड का निष्कर्ष आ गया है। इसमें मॉय थाई और मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स प्रतियोगिता के विजेताओं ने अपने प्रतिद्वंद्वियों पर श्रेष्ठता साबित की है। हालांकि, इन मुकाबलों में प्रशंसकों को योद्धाओं के कौशल के बारे में बहुत कुछ सीखने को मिला है।
ये कुछ सबसे बड़े सबक हैं, जो हमने शुक्रवार 8 नवंबर को फिलीपींस के मनीला में मॉल ऑफ एशिया एरिना से लिए थे।
1. पैचीओ को उनके पद से हटाना मुश्किलभरा होगा
जोशुआ पैचीओ “द पैशन” ने दिखा दिया है कि वह मुश्किल परिस्थितियों में भी मजबूती से लड़ने वाले योद्धा हैं क्योंकि उन्होंने अपने ONE Strawweight World Title को बचा लिया।
फिलीपींस के हीरो के लिए तब मुश्किल खड़ी हो गई थी, जब रेने कैटलन “द चैलेंजर” ने उन्हें पहले राउंड में पैर लॉक के साथ डरा दिया था। हालांकि, उन्होंने हार न मानते हुए मैदान छोड़ा नहीं और लगातार विपक्षी से लोहा लेते रहे।
खतरे की सीमा में आने पर टीम लेके के योद्धा ने प्रतियोगिता में उलटफेर करते हुए अपना नियंत्रण जमा लिया और मजबूत आर्म ट्राईएंगल चोक के साथ प्रतिद्वंद्वी को बचने का कोई मौका ना देकर जीत पक्की कर ली।
अब भी “द पैशन” दुनिया के निर्विवाद रूप से नंबर एक योद्धा हैं क्योंकि उनके हर मैच में सुधार नजर आ रहा है। यहां तक कि वह पहले योशिताका नाइटो “नोबिता” और योसूके सारूटा “द निंजा” के खिलाफ असफलताओं का सामना कर चुके हैं। फिर भी उन्होंने रीमैच में बड़े पैमाने पर उन्हें हराकर रिबाउंड किया है।
अब जब उन्होंने उस व्यक्ति को हरा दिया है, जो इस वजन वर्ग में लंबे समय तक जीतने वाला था। अब यह तय करना मुश्किल है कि कौन किस पर और कब भारी पड़ सकता है।
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2. युस्ताकियो हैं रीमैच किंग
शुक्रवार रात से पहले पिछले तीन मौकों पर जेहे युस्ताकियो “ग्रैविटी” ने खुद को तब भुनाया, जब वह अपने पूर्व विजेताओं से लड़े। ONE: MASTERS OF FATE में उन्होंने इस उल्लेखनीय रिकॉर्ड में एक और शानदार जीत जोड़ी है।
अनतपोंग “माक माक” ब्यून्रड, केराट “कजाख” अखमेतोव और एड्रियानो मोरेस “मिकीन्यो” के खिलाफ निराशाजनक परिणामों के बाद बगुइओ शहर के मूल निवासी योद्धा ने अपनी गलतियों से सीखा। उन्होंने फिर इन योद्धाओं का सामना किया। अपने सकारात्मक दृष्टिकोण पर भरोसा करते हुए उसका उपयोग किया और परिणाम उनकी झोली में गिरे। अब उन्होंने टोनी टोरु “डायनामाइट” के खिलाफ भी ऐसा ही किया है।
तीन साल पहले अपने पहले मुकाबले की तरह फिनिश एथलीट ने पहले दौर में रियर-नेक्ड चोक किया लेकिन इस बार फिलिपिनो प्रतिद्वंद्वी ने मैच में बने रहने, दूसरे दौर में जाने और जीतने की रणनीति लागू करने का एक तरीका ढूंढ निकाला।
बाउट से आगे युस्ताकियो ने कहा कि मैं खुद को ONE’s के रीमैच किंग की तरह स्थापित करना चाहता हूं और मैं इसमें सफल रहा। युया वाकामत्सु “लिटिल पिरान्हा” ग्रेविटी” को हराने वाले अंतिम व्यक्ति हैं, जो उन्हें एक बड़ी जगह दे सकते हैं।
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3. मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स के लिए स्टैंप का स्ट्राइकिंग लेवल ऊपर है
ONE Atomweight Kickboxing और मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन के रूप में यह आश्चर्य वाली बात नहीं होनी चाहिए थी कि स्टैम्प फेयरटेक्स बी “किलर बी” गुयेन को पछाड़ने में सक्षम थीं।
हालांकि, जिस तरह आसानी से उन्होंने अपने तीसरे मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स बाउट में एक महिला के खिलाफ, जो स्टैंड-अप में माहिर है, उसके पैरों पर नियंत्रण जमाया था, वो बेहद आकर्षक था।
वियतनानी-अमेरिकी योद्धा जब अपनी जीत से दूर होने लगी तो उसने खतरे को अच्छी तरह से समझते हुए लैंड पंचेज और किक्स से अपनी महारत बनाए रखने की पूरी कोशिश की।
उनके प्रतिद्वंद्वियों के लिए चिंता की बात यह है कि वह अपनी जीत का रास्ता बुरे वक्त में भी देख सकती हैं। थाई सुपरस्टार पूरे मैच में अपने पैरों पर खड़ी रही थीं।
जिस तरह स्टैंप के युद्ध कौशल में सुधार हो रहा है, उसे देखकर लगता है कि उसे रोकने के लिए असाधारण योद्धा को लाया जाएगा। माना जा रहा है कि उनके वजन वर्ग में उन्हें बराबर से टक्कर देने वाला योद्धा तक नहीं है।
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4. आक्रामकता मैच के लिए सही तकनीक नहीं है
चीन के हान ज़ी हाओ ने अपने विरोधियों को नॉकआउट करने के लिए पूरी ताकत के साथ हमला करके ONE Super Series की सौवीं सफलता हासिल की थी।
हालांकि, कोंगसक पीके. साँचाईमॉयथाईजिम “लेफ़्ट सैवेज” जैसे चालाक योद्धा के खिलाफ उनका आक्रामकता का तरीका काम नहीं आया क्योंकि तीन बार के लुम्पिने स्टेडियम मॉय थाई विश्व चैंपियन ने अपने युवा प्रतिद्वंद्वी को मात देने के लिए चालाकी का इस्तेमाल किया।
रास्ते में आने वाली दिक्कतों के बावजूद बैंकाक का योद्धा पूरी तरह से बना रहा। फिर भी उसके पास एक आसान गेम प्लान था। उसने विपक्षी को देखा समझा और शांति से काम लेना शुरू किया।
कोंगसाक की बार-बार तेजी से लेफ्ट क्रॉस और लेफ्ट राउंडहाउस के बारे में किसी ने कल्पना ही नहीं की थी। उन्होंने अपनी हिट्स को सही समय, सटीकता और शक्ति के साथ जोड़ा और हान के पास कोई जवाब ही नहीं बचा।
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5. भारत के पास है एक और सुपरस्टार
लाखों भारतीयों की आंखें कुश्ती का बड़ा नाम ऋतु फोगाट “द इंडियन टाइग्रेस के ONE: AGE OF DRAGONS में मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स डेब्यू पर होगी। हालांकि, वह देश की एकमात्र उभरती हुई प्रतिभा नहीं हैं।
जो लोग शो की शुरुआत से मनीला में एक्शन के लिए तैयार थे, उन्होंने एक और ग्रेपलर को देखा, जो वैश्विक मंच पर शानदार प्रदर्शन करने के लिए तैयार है।
चार बार के दिल्ली राज्य कुश्ती चैंपियन रोशन मैनम “द इंडीयन नोटॉरीयस” ने मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स करियर शुरू करने के लिए अन्य विषयों के साथ प्रयोग करने से पहले प्रसिद्ध गुरु हनुमान अखाड़ा कुश्ती शिविर में अपनी क्षमताओं को उभारा। अब, वह सिंगापुर में विकसित विश्व चैंपियंस की स्टैक्ड टीम के साथ, जो कुछ भी सीख रहे हैं या सीख चुके हैं, उसे और अधिक विकसित कर रहे हैं।
23 वर्षीय योद्धा ने खॉन सिचान जैसे अनुभवी योद्धा को तीन मिनट से भी कम समय में हराकर अपनी पहली जीत का दावा कर ताकत और कौशल को साबित किया।
इस तरह उनकी सौ प्रतिशत फिनिशिंग रेट बरकरार रही। अब उन्हें अपने करियर के अगले कदमों को आत्मविश्वास से भरना चाहिए। कोच और ट्रेनिंग पार्टनर्स के साथ मेहनत कर वह अपनी युद्ध कौशल नीति को और विकसित कर रहे हैं। यह देखकर लगता है कि वह भविष्य में बहुत कुछ करने वाले हैं।
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