5 कारणों से मरात ग्रिगोरियन ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग ग्रां प्री में जीत के प्रबल दावेदार हैं
ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री में दुनिया के कई बेस्ट फाइटर्स शामिल हैं, लेकिन काफी फैंस मरात ग्रिगोरियन को जीत का प्रबल दावेदार मान रहे हैं।
शुक्रवार, 15 अक्टूबर को ONE: FIRST STRIKE में टूर्नामेंट के क्वार्टरफाइनल मैच में उनका सामना डच लैजेंड एंडी “सावर पावर” सावर से होगा और एक जीत उन्हें सिल्वर बेल्ट जीतने के एक कदम करीब पहुंचा देगी।
ग्रिगोरियन की सर्कल में एंट्री से पहले यहां जानिए उन 5 कारणों के बारे में कि क्यों उन्हें ग्रां प्री में जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
#1 हाथों में गज़ब की ताकत है
Hemmers Gym टीम के स्टार के पंचों में गज़ब की ताकत है। अपने करियर में 37 मैचों को नॉकआउट से जीता है, जिनमें से अधिकतर उन्हें अपने पंचों की मदद से मिली हैं।
30 वर्षीय स्टार के हुक्स और अपरकट्स बहुत खतरनाक होते हैं और अपने विरोधी के लीवर के हिस्से पर लेफ्ट हैंड को लैंड करवाकर तुरंत फाइट को फिनिश कर सकते हैं।
मगर उनका राइट हुक सबसे ज्यादा खतरनाक है, जिसकी मदद से वो 2018 में सबसे पहले ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल चैलेंजर सुपरबोन को हरा चुके हैं।
#2 अपने विरोधी पर दबाव बनाकर रखते हैं
ग्रिगोरियन के पंच तो प्रभावशाली होते ही हैं, साथ ही उनका फ्रंट-फुट पर रहने वाला स्टाइल भी काफी प्रभावी रहा है।
उन्हें रोक पाना काफी मुश्किल होता है क्योंकि अपने दमदार शॉट्स की मदद से वो अपने विरोधी को लगातार क्षति पहुंचाते रहते हैं।
अर्मेनियाई स्टार बहुत कम मौकों पर अपने प्रतिद्वंदी को अटैक करने का मौका देते हैं और उनकी ओर से लग रहीं निरंतर स्ट्राइक्स के कारण उनके विरोधियों को थकान महसूस होने लगती है।
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#3 किक्स बहुत खतरनाक हैं
ग्रिगोरियन के हाथों के साथ उनके पैर भी विरोधी को खूब क्षति पहुंचाते हैं।
जब भी उनके प्रतिद्वंदी काउंटर अटैक करने की कोशिश करते हैं, तब ग्रिगोरियन को लो किक्स और बॉडी पर नी स्ट्राइक्स लगाना काफी पसंद है।
उनकी हाई किक्स इतनी प्रभावशाली होती हैं कि वो अपने दोनों पैरों की मदद से नॉकआउट फिनिश कर सकते हैं।
#4 ठोड़ी बहुत मजबूत है
अपनी चिन (ठोड़ी) के मजबूत होने के कारण ग्रिगोरियन फ्रंट-फुट पर रहकर अटैक कर पाते हैं।
अपने 75 मैचों के करियर में उन्हें केवल एक बार स्टॉपेज से हार मिली है। उनका ये रिकॉर्ड इसलिए भी शानदार है क्योंकि इस दौरान वो योडसंकलाई IWE फेयरटेक्स, सिटीचाई और चिंगिज़ अलाज़ोव समेत कई दिग्गज फाइटर्स का सामना कर चुके हैं।
ग्रां प्री में कई दमदार स्ट्राइकर्स मौजूद हैं। क्या उनमें से कोई ग्रिगोरियन को नॉकआउट कर पाएगा?
#5 मैच के आगे बढ़ने के साथ ज्यादा आक्रामक हो जाते हैं
जब भी ग्रिगोरियन का कोई प्रतिद्वंदी आखिरी समय तक मैच में बने रहने की कोशिश करता है तो मुश्किलें उसके लिए बढ़ती ही चली जाती हैं।
ONE: BIG BANG में इवान कोंद्रातेव को भी इस बात का अहसास हो गया होगा, जिन्हें अर्मेनियाई स्टार ने पहले राउंड में नी स्ट्राइक लगाकर नॉकडाउन किया था।
ग्रिगोरियन ने ज्यादा आक्रामक अंदाज में वापसी की और परफेक्ट अंदाज में बॉडी शॉट लगाकर कोंद्रातेव को दूसरे राउंड में नॉकआउट किया।
उन्हें सिटीचाई के खिलाफ मैचों के आखिरी क्षणों में वापसी करते भी देखा गया है और किसी के खिलाफ भी उनका आक्रामक स्टाइल कमजोर पड़ता दिखाई नहीं दिया है। उन्हें निरंतर अटैक करते हुए अपने विरोधियों पर दबाव बनाए रखना बहुत पसंद है।
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