5 कारणों से इस बार फेदरवेट ग्रां प्री को जीत सकते हैं सैमी सना
आमतौर पर फाइटर्स को दूसरा चांस नहीं मिलता, लेकिन सैमी “AK47” सना को शुक्रवार, 15 अक्टूबर को ONE: FIRST STRIKE में दूसरा मौका मिलने वाला है, जहां वो ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री में फाइट करेंगे।
सना का सामना टूर्नामेंट के क्वार्टरफाइनल में चिंगिज़ “चिंगा” अलाज़ोव से होगा और उन्हें ग्रां प्री जीत के प्रबल दावेदारों में से एक माना जा रहा है। इससे पहले उन्होंने 2019 के टूर्नामेंट में फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन फाइनल में जियोर्जियो “द डॉक्टर” पेट्रोसियन के खिलाफ हार मिली थी।
इस बार भी सना के सामने 7 अन्य महान किकबॉक्सर्स की चुनौती होगी, जिनमें मरात ग्रिगोरियन, एंडी “सावर पावर” सावर और सिटीचाई “किलर किड” सिटसोंगपीनोंग जैसे लैजेंड्स होंगे। फिर भी फैंस को सना से इस बार जीत की उम्मीद होगी।
#1 2019 ग्रां प्री के सेमीफाइनल में पहुंचे थे
सना के साथ 2019 ग्रां प्री में पेट्रोसियन, पेटमोराकोट पेटयिंडी एकेडमी, साशा मोइसा, स्मोकिन’ जो नाटावट, “द बॉक्सिंग कंप्यूटर” योडसंकलाई IWE फेयरटेक्स, ज़ाबर एस्केरोव और एनरिको “द हरिकेन” केह्ल भी शामिल थे।
इतने शानदार लाइन-अप के होने के कारण कुछ फैंस ने सना को टूर्नामेंट से बाहर रखने की बात कही थी क्योंकि सना टूर्नामेंट के अकेले एथलीट थे जो एक संपन्न किकबॉक्सर नहीं थे। असल में वो मॉय थाई बैकग्राउंड से आते हैं।
मगर इससे फ्रेंच-अल्जीरियाई स्टार को खास फर्क नहीं पड़ा और लगातार 2 बड़ी जीत दर्ज कर ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई थी।
#2 किकबॉक्सिंग लैजेंड्स को हरा चुके हैं
2019 ग्रां प्री के क्वार्टरफाइनल में “AK47” का सामना स्ट्राइकिंग सुपरस्टार योडसंकलाई से हुआ, जो उससे पहले एंडी सावर को हरा चुके थे। दूसरी ओर, सना को उससे पिछले मुकाबले में नाटावट से हार मिली थी।
“द बॉक्सिंग कंप्यूटर” को टूर्नामेंट के प्रबल दावेदारों में से एक माना जा रहा था, लेकिन सना ने जब थाई लैजेंड को पहले राउंड में लेफ्ट हुक लगाकर नॉकडाउन किया तो सब चौंक उठे थे। अंत में उन्होंने सर्वसम्मत निर्णय से जीत हासिल की थी।
सेमीफाइनल में उनकी भिड़ंत एस्केरोव से हुई और 3 राउंड तक चले इस मैच में उन्हें बहुमत निर्णय से जीत प्राप्त हुई।
सना उन मैचों में जीत से खुद के आत्मविश्वास को बढ़ाना चाहेंगे क्योंकि योडसंकलाई और एस्केरोव 2021 के टूर्नामेंट के 3 फाइटर्स को हरा चुके हैं, जिनमें सावर, ग्रिगोरियन और केह्ल शामिल हैं।
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#3 पेट्रोसियन से रीमैच चाहते हैं
2021 ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री को जीतना ही एक बड़ी उपलब्धि होगी, लेकिन एक अन्य कारण से भी सना को प्रोत्साहन मिल रहा है। वो अपने पुराने प्रतिद्वंदी पेट्रोसियन के खिलाफ रीमैच चाहते हैं।
दोनों की पहली भिड़ंत ONE: CENTURY PART II में 2019 ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री चैंपियनशिप के फाइनल में हुई थी। जिसमें 3 राउंड्स के जबरदस्त एक्शन के बाद पेट्रोसियन को सर्वसम्मत निर्णय से विजेता घोषित किया गया, जिसके चलते उन्हें सिल्वर बेल्ट और 1 मिलियन यूएस डॉलर्स का प्राइज़ मिला।
“द डॉक्टर” अब #1 रैंक के कंटेंडर हैं और ONE: FIRST STRIKE में सबसे पहले ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच में उनका सामना #2 रैंक के कंटेंडर सुपरबोन से होगा।
अगर सना ने ग्रां प्री को जीता और सुपरबोन को हराकर पेट्रोसियन नए चैंपियन बने तो जरूर “AK47” को अपनी हार का बदला पूरा करने का अवसर मिल सकता है।
#4 उन्हें कठिन चुनौतियों की पहले से उम्मीद है
7 महान किकबॉक्सर्स की चुनौती से पार पाना एक बहुत मुश्किल काम है, लेकिन सना को इस तरह की चुनौती का पहले से अनुभव है, इसलिए वो पहले से कठिन चुनौतियों के लिए तैयार रहेंगे।
इससे उन्हें अलाज़ोव के खिलाफ मैच में मानसिक बढ़त मिल सकती है, जो 2017 K-1 वर्ल्ड ग्रां प्री चैंपियनशिप के विजेता रहे थे।
“AK47” जानते हैं कि इस तरह के टूर्नामेंट के लिए किस तरह की तैयारी करनी चाहिए और वो हर तरह की चुनौती के लिए पहले से तैयार रहेंगे।
#5 जीत के लिए प्रतिबद्ध हैं
2019 ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री के क्वार्टरफाइनल और सेमीफाइनल में जीत के बाद फाइनल में सना को पेट्रोसियन के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी।
वहीं पिछले साल दिसंबर में जमाल “खेरौ” युसुपोव के खिलाफ मॉय थाई मैच में उन्हें हार झेलनी पड़ी थी।
उन मैचों के बाद फ्रेंच-अल्जीरियाई स्ट्राइकर ने पहले से भी कड़ी मेहनत करनी शुरू की और जिम में उन्होंने पुरानी गलतियों में सुधार करने का अथक प्रयास किया है।
ONE में लगातार 2 हार के बाद “AK47” टूर्नामेंट में धमाकेदार अंदाज में एंट्री लेना चाहेंगे और साबित करना चाहेंगे कि वो दुनिया के महान किकबॉक्सर्स में से एक हैं।
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