5 कारणों से आपको ONE Friday Fights 2 जरूर देखना चाहिए
पिछले हफ्ते लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम के धमाकेदार एक्शन को देखने के बाद ये पता चल गया है कि ONE Friday Fights के दूसरे इवेंट से क्या उम्मीद रखनी चाहिए और इसके कार्ड में ऐसे एथलीट्स हैं, जिनके मैचों में जबरदस्त एक्शन का देखा जाना तय है।
शुक्रवार, 27 जनवरी को कई अंतर्राष्ट्रीय और थाई स्टार्स परफॉर्म करेंगे।
कार्ड में कुल 9 मॉय थाई और 2 MMA मैच शामिल हैं। यहां जानिए उन 5 कारणों के बारे में, जिनसे आपको ONE Friday Fights 2 जरूर देखना चाहिए।
#1 मेन इवेंट में होगा धमाकेदार रीमैच
सांगमनी पीके.साइन्चाई और कुलबडम सोर. जोर. पिएक उथाई के बीच बेंटमवेट मॉय थाई रीमैच लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में हो रहे इस इवेंट को हेडलाइन करेगा, लेकिन दोनों इस स्टेडियम से अच्छी तरह वाकिफ हैं।
सांगमनी यहां वर्ल्ड चैंपियन और 2012 में फाइटर ऑफ द ईयर भी बने थे। दूसरी ओर इस स्टेडियम में कुलबडम 2 बार वर्ल्ड चैंपियन बने हैं, वहीं उन्हें 2018 और 2019 में लगातार 2 साल फाइटर ऑफ द ईयर बनाया गया था।
लुम्पिनी उनके लिए एक खास जगह है और यही बात उनके अंदर जीत की भूख को बढ़ा रही होगी।
“लेफ्ट मीटियोराइट” ने 2020 में हुई पहली भिड़ंत में पहले राउंड में नॉकआउट से जीत दर्ज की थी, लेकिन सांगमनी के स्टाइल को देखते हुए उन्हें कम नहीं आंका जाना चाहिए।
कुलबडम हर बार की तरह अपने विरोधी की ठोड़ी पर खतरनाक मूव्स लगाते हुए उन्हें जल्द से जल्द फिनिश करने की कोशिश करेंगे। वहीं “द मिलियन डॉलर बेबी” ने भी पिछली हार से सबक सीखा है।
इस मैच में जीतने वाला फाइटर बेंटमवेट रैंकिंग्स में टॉप पर पहुंचने के करीब आ जाएगा और दोनों ही एथलीट्स डिविजन के चैंपियन नोंग-ओ गैयानघादाओ के लिए नए चैलेंजर्स होंगे। इसलिए एक शानदार जीत उन्हें वर्ल्ड टाइटल शॉट के करीब पहुंचा सकती है।
#2 उभरते हुए स्टार्स को-मेन इवेंट में भिड़ेंगे
को-मेन इवेंट में उभरते हुए स्टार्स चालमखाओ पीके.साइन्चाई और पेटटोंग कियटसोंग्रिट के बीच स्ट्रॉवेट मॉय थाई मैच होगा। दोनों एथलीट्स ने बैंकॉक स्टेडियम सर्किट में खूब नाम कमाया है और अभी खुद में बहुत सुधार कर सकते हैं।
उनकी उम्र क्रमशः 21 और 18 है, वो साबित कर चुके हैं कि उन्हें टॉप फाइटर्स से भिड़ने में कोई दिक्कत नहीं है। ऐसा कोई कारण नजर नहीं आता कि वो क्यों अपने डेब्यू मैच को जीतकर डिविजन पर अपनी छाप नहीं छोड़ सकते।
Omnoi Stadium चैंपियन चालमखाओ के पास कई तरह की स्किल्स हैं, वहीं IBF चैंपियन पेटटोंग को उम्मीद है कि उनके साउथपॉ (बाएं हाथ के) पंच उन्हें इस मैच में बढ़त दिलाएंगे।
लुम्पिनी स्टेडियम में परफॉर्म करने और अपने विरोधी के बारे में सोचकर उन्हें डर नहीं लग रहा। वहीं इस बात से वाकिफ होना कि एक जीत उन्हें ONE स्ट्रॉवेट मॉय थाई रैंकिंग्स में जगह दिला सकती है इसलिए उन्हें अच्छा करने का प्रोत्साहन मिल रहा है।
#3 PK.Saenchai Muaythaigym का रहेगा जलवा
सांगमनी और चालमखाओ के अलावा PK.Saenchai Muaythaigym के 2 अन्य स्टार्स भी कार्ड में शामिल हैं, जो फेमस जिम में की गई ट्रेनिंग से सबको प्रभावित करना चाहेंगे।
अवतार पीके.साइन्चाई का सामना फेदरवेट मॉय थाई मैच में मोहम्मद सियासरानी से होगा, वहीं पोंगसिरी पीके.साइन्चाई की भिड़ंत बेंटमवेट मॉय थाई बाउट में फरज़ान चिचेक से होगी।
2014 में महान मॉय थाई फाइटर साइन्चाई ने इस जिम की शुरुआत की थी। हालांकि इसे ज्यादा समय नहीं हुआ है, लेकिन यहां देश के कई टॉप फाइटर्स ट्रेनिंग करते हैं। एकसाथ ट्रेनिंग और स्पारिंग करते हुए एथलीट्स ने खूब सफलता और कई उपलब्धियां भी हासिल कीं। इनमें ONE वर्ल्ड चैंपियनशिप जीत भी शामिल हैं।
कार्ड में PK.Saenchai Muaythaigym के इतने स्टार को देखते हुए ये कहना गलत नहीं होगा कि अगले इवेंट में खतरनाक मॉय थाई एक्शन देखने को मिलेगा।
#4 योडलैकपेट ओर. पिटीसेक का डेब्यू
4 बार मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन रह चुके योडलैकपेट ओर. पिटीसेक इवेंट को हेडलाइन कर रहे होंगे, जहां उनके सामने बेंटमवेट मॉय थाई मैच में सिल्वियू वितेज़ की चुनौती होगी।
पिछले हफ्ते सेकसन ओर. क्वानमुआंग का सामना टायसन हैरिसन से हुआ था और इस बार सेकसन की तरह योडलैकपेट साउथपॉ फाइटर की भूमिका निभाएंगे, जिन्हें अपने आक्रामक स्टाइल के लिए जाना जाता है।
“द पंच डेस्ट्रॉयर” के नाम से मशहूर 28 वर्षीय स्टार पंच और लो किक्स की मदद से अपने विरोधियों को क्षति पहुंचाते आए हैं।
ये वितेज़ के लिए कठिन चुनौती होगी, लेकिन वो जानते हैं कि योडलैकपेट के खिलाफ जीत से उनका ग्लोबल स्टेज पर कद बढ़ जाएगा।
#5 ऑस्ट्रेलियाई ग्रैपलिंग स्टार अपनी छाप छोड़ने को तैयार
हैरी ग्रेच ने अपने MMA करियर की शुरुआत लगातार 3 स्टॉपेज से आई जीतों के साथ की थी और अब अपराजित ऑस्ट्रेलियाई स्टार ONE Championship में अपनी छाप छोड़ना चाहते हैं।
33 वर्षीय सबमिशन स्पेशलिस्ट ने ग्रैपलिंग में कई उपलब्धियां प्राप्त की हैं। वो ADCC नेशनल्स चैंपियन रहे हैं। उन्हें “किमुरा” निकनेम दिया गया है क्योंकि इसी मूव की मदद से उन्होंने 3 विरोधियों को मात देते हुए सबमिशन ग्रैपलिंग टूर्नामेंट में जीत दर्ज की थी।
मगर उन्होंने MMA में अपनी स्ट्राइकिंग से भी प्रभावित किया है, जो दर्शाता है कि वो एक संपन्न MMA फाइटर बनने की ओर अग्रसर हैं।
ग्रेच का सामना मिडलवेट बाउट में ईरान के अराश मर्दानी से होगा। अराश के देश को खतरनाक रेसलर्स के लिए जाना जाता है इसलिए उम्मीद होगी कि वो ऑस्ट्रेलियाई ग्रैपलर को कड़ी टक्कर देंगे।