इन 5 कारणों से BJJ मेगास्टार टाय रुओटोलो को ONE Championship में कोई भी मात नहीं दे पाया

टाय रुओटोलो हर बीतते दिन के साथ ब्राजीलियन जिउ-जित्सु और सबमिशन ग्रैपलिंग इतिहास के सबसे बेहतरीन एथलीट्स में से एक के रूप में अपनी विरासत को मजबूत करते जा रहे हैं।
3 मई को होने वाले ONE Fight Night 31: Kongthoranee vs. Nong-O II के को-मेन इवेंट में अमेरिकी मेगास्टार अपने ONE वेल्टरवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड टाइटल को कनाडाई एथलीट डान्टे लियोन के खिलाफ डिफेंड करते नजर आएंगे।
दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स संगठन में सात मुकाबलों में सात जीत हासिल कर चुके रुओटोलो अभी तक शानदार नजर आ रहे हैं और खेल के जानकार उन्हें सर्वश्रेष्ठ पाउंड-फोर-पाउंड ग्रैपलर्स में से एक मानते हैं।
इससे पहले कि वो थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के लुम्पिनी स्टेडियम में अपने खिताब को डिफेंड करें, 22 वर्षीय BJJ ब्लैक बेल्ट के बेहतरीन होने की वजह पर गौर करते हैं।
#1 लाजवाब स्पीड
जब भी रुओटोलो की वर्ल्ड क्लास ग्रैपलिंग की बात होगी तो उसमें उनके अति आक्रामक स्टाइल की हमेशा चर्चा होती रहेगी।
सामने चाहे विरोधी कोई भी हो, रुओटोलो तेज गति से दबाव बनाते हुए बढ़त बनाने की कोशिश करते हैं और मैच बढ़ने के साथ-साथ उनकी गति में कोई कमी नहीं आती।
कभी न रुकने और पीछे न हटने की कला के कारण उन्हें सबमिशन हासिल होते हैं। लेकिन जब फाइट जजों के स्कोरकार्ड तक जाती है तो भी वो अपने विरोधियों को छकाने में कामयाब रहते हैं।
#2 टेकडाउन की गजब काबिलियत
भले ही उनका रेसलिंग का बैकग्राउंड ना हो, लेकिन रुओटोलो एक बहुत ही कारगर टेकडाउन आर्टिस्ट हैं। वो मैच की पहली घंटी बजने के साथ ही अपने विरोधियों पर हावी होना शुरु कर देते हैं।
भले ही उनका गैरी टोनन के खिलाफ हुआ यादगार प्रमोशनल डेब्यू हो या फिर हाल ही में युवा सनसनी जोज़ेफ चैन के खिलाफ आई जीत, कैलिफोर्निया निवासी कोलर टाई मूव के बाद टेकडाउन करते हुए मैच की दशा और दिशा को तय कर देते हैं।
#3 सबमिशन की विविधता
Atos टीम के स्टार को अपने डार्स चोक के लिए जाना जाता है – इसी की मदद से उन्होंने टोनन को दो मिनट से कम समय में हराया था – लेकिन ONE में उन्होंने कई तरह से सबमिशन मूव दिखाए हैं।
डार्स चोक के अलावा उन्होंने आर्मबार, रीयर-नेकेड चोक और एक खास “रुओटोलोटीन” (बैक से एक आर्म-इन चोक) से विरोधियों पर जीत दर्ज की हैं।
#4 बच निकलने की कला
मुश्किल परिस्थितियों में रुओटोलो निखरकर सामने आते हैं और उनकी जटिल और समस्या पैदा करने वाले मूव्स से बच निकलने की कला उन्हें एक बेहतरीन ग्राउंड फाइटर बनाती है।
उदाहरण के तौर पर, ऑस्ट्रेलिया के आइज़ैक मिशेल के खिलाफ ONE वर्ल्ड टाइटल डिफेंड करते हुए एक छोटे से मौके का फायदा उठाते हुए उन्होंने विरोधी के दांव को पटलकर बैक पोजिशन हासिल कर ली थी।
अपनी सालों की ट्रेनिंग और अनुभव के चलते रुओटोलो को मुश्किल समय में बच निकलने में महारथ हासिल हो गया है।
#5 ONE के बाहर भी चुनौतियों से पीछे नहीं हटते
गौर करने वाली बात है कि रुओटोलो ONE के बाहर और अलग नियमों में भी खुद को धाकड़ विरोधियों के खिलाफ परखने से हिचकते नहीं हैं। इस अनुभव ने उन्हें ONE में प्रभावशाली बने रहने में मदद की है।
मई 2022 में अपने ONE डेब्यू के बाद उन्होंने गी (मैच के दौरान पहने जाने वाली कॉस्ट्यूम) पहनी और इतिहास के सबसे युवा IBJJF ब्लैक बेल्ट वर्ल्ड चैंपियन बने। उसी साल उन्होंने ADCC वर्ल्ड चैंपियनशिप के एब्सोल्यूट डिविजन में कांस्य पदक जीता।
ONE वेल्टरवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड टाइटल जीतने और उसे डिफेंड करने के बाद रुओटोलो ने पहला क्रेग जॉन्स इन्विटेशनल टूर्नामेंट जीता, जो साबित करता है कि वो किसी चुनौती से पीछे नहीं हटते।