5 कारण क्यों हैम सिओ ही 2023 में भी अपनी जीत की लय को बरकरार रख सकती हैं
दक्षिण कोरियाई MMA स्टार हैम सिओ ही ने ONE Championship के विमेंस एटमवेट डिविजन की रैंकिंग्स में ऊपर की ओर बढ़ना शुरू कर दिया है और साफतौर पर उनका आखिरी लक्ष्य वर्ल्ड टाइटल जीतना ही है।
डिविजन की #2 रैंक कंटेंडर हैम शनिवार, 25 मार्च को ONE Fight Night 8 में जापानी सनसनी इत्सुकी हिराटा का सामना करने के बाद टॉप रैंक के करीब पहुंच सकती हैं।
हिराटा प्रोमोशन की सबसे लोकप्रिय युवा एथलीट्स में से एक हैं, लेकिन “हैमज़ैंग” एक सम्मानित दिग्गज फाइटर हैं, जो सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में होने वाली भिड़ंत में अपनी सभी तरह की स्किल्स और अनुभव का परिचय देने वाली हैं।
इन चीजों को ध्यान में रखते हुए हम यहां 5 वजह बता रहे हैं कि क्यों हैम “द लॉयन सिटी” में जीत के साथ 2023 की शुरुआत करते हुए अपना दबदबा बनाए रख सकती हैं।
#1 लगातार 8 फाइट जीतकर विजय रथ पर हैं सवार
हैम बेहतरीन अंदाज में लगातार 8 फाइट जीतकर विजय रथ पर सवार हैं, जिसकी शुरुआत उन्होंने 2017 से की थी।
Team MAD की प्रतिनिधि की आखिरी पराजय 2016 में निर्णय के माध्यम से स्ट्रॉवेट डिविजन में आई थी, लेकिन उसके बाद से उन्होंने हार का मुंह देखना छोड़ दिया।
अपने नेचुरल एटमवेट डिविजन में “हैमज़ैंग” ने दक्षिण कोरिया और जापान में मुकाबले किए, जहां उन्होंने एशिया की कुछ टॉप MMA फाइटर्स को धूल चटाई और इन सबके बीच दो रीजनल टाइटल्स पर भी कब्जा जमाया।
#2 ONE में हैं अपराजित
हैम ने करियर की दो हालिया जीत ONE में दर्ज की हैं और हर बाउट में दक्षिण कोरियाई एथलीट आत्मविश्वास से भरी हुई नज़र आई हैं।
उन्होंने सितंबर 2021 में प्रोमोशनल डेब्यू के दौरान करीबी मुकाबले में डेनिस ज़ाम्बोआंगा को हराया था। इसके बाद ये एथलीट्स मार्च 2022 में रीमैच के जरिए फिर आमने-सामने आईं। दूसरी बार भी “हैमज़ैंग” ने अपनी प्रतिद्वंदी पर हावी होकर साबित कर दिया कि वो सर्कल के अंदर ज्यादा ताकतवर हैं।
हालांकि, बाद में वो कुछ निर्धारित बाउट्स से चूक गई थीं, जिसमें पिछले साल नवंबर में हिराटा के खिलाफ एक मैच भी शामिल था। दरअसल, जापानी फाइटर अपना वजन बनाए रखने में असफल रही थीं, जिसकी वजह से मुकाबला रद्द कर दिया गया था। ऐसे में हैम को अब थोड़ा तनाव मुक्त होना चाहिए क्योंकि वो फिर से एक्शन में लौटने वाली हैं।
#3 घातक स्ट्राइकिंग
एक बेहतरीन स्ट्राइकर के रूप में अपनी छवि बनाने वाली हैम हमेशा बराबरी से खड़े रहकर बाउट करने में सफल रही हैं।
दक्षिण कोरियाई स्टार को पंच लगाने पसंद हैं। उनके पास मजबूत आक्रामक व रक्षात्मक दोनों तरह की स्किल्स मौजूद हैं। इसके साथ ही उन्होंने बीते दिनों अपनी फिनिशिंग पावर भी हासिल कर ली है।
वर्तमान में चले आ रहे अपने जीत के क्रम के दौरान “हैमज़ैंग” ने कुछ फिनिश भी सबमिशन के जरिए हासिल की थीं। दरअसल, पिछली 8 में से 4 जीत नॉकआउट के जरिए दर्ज करके उन्होंने दिखा दिया कि उनकी ताकत का सम्मान किया जाना चाहिए।
#4 उन्हें फिनिश करना मुश्किल
करियर की 33 बाउट में महज 3 ही मौके ऐसे आए हैं, जब हैम को हार का मुंह देखना पड़ा है।
दक्षिण कोरियाई फाइटर के पास बेहतरीन सबमिशन डिफेंस व एक मजबूत ठोड़ी है, जो अपनी प्रतिद्वंदियों पर हमला करने के लिए आगे बढ़ने से रुकती नहीं और हर तरह के प्रहारों को भी झेल सकती हैं।
उनकी एकमात्र तकनीकी नॉकआउट पराजय पीठ की चोट के कारण आई थी। वो भी उनके करियर के शुरुआती दौर में, जब उन्हें उनसे ज्यादा अनुभवी प्रतिद्वंदियों के खिलाफ टैप आउट करना पड़ा। ऐसे में ONE की प्रतिद्वंदियों द्वारा सर्कल के अंदर उन्हें ढेर करने की संभावना कम ही नज़र आती है।
#5 बहुत ही ज्यादा अनुभवी
हैम ने अपने प्रोफेशनल करियर की शुरुआत 2007 में की थी। उन्होंने दुनिया की सबसे बेहतरीन फाइटर्स के खिलाफ 33 फाइट की हैं। ऐसे में कोई भी चीज़ ऐसी नहीं बची है, जिसे वो ना जानती हों।
हिराटा के अलावा भविष्य की उनकी अन्य प्रतिद्वंदियों को सर्कल के अंदर 35 साल की स्ट्राइकर को हराने के लिए कुछ अनोखे तरीके तलाशने होंगे, लेकिन इसकी संभावना कम ही नज़र आ रही है कि वो किसी भी चीज़ से परेशान होंगी।
ONE के विमेंस डिविजन में सबसे अनुभवी और स्किल्ड फाइटर्स में से एक के रूप में “हैमज़ैंग” हमेशा अपने अनुभव का सर्कल के अंदर लाभ उठाते हुए ही दिखाई देंगी।