इन 5 कारणों से यूरी लापिकुस ONE के वेल्टरवेट डिविजन में उथल-पुथल मचा सकते हैं
यूरी लापिकुस को काफी समय से सबसे खतरनाक लाइटवेट फाइटर्स में से एक माना जाता रहा है और वो अब वेल्टरवेट डिविजन में आकर बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं।
अमेरिकी प्राइमटाइम पर शुक्रवार, 26 अगस्त (भारत में शनिवार, 27 अगस्त) को ONE Fight Night 1 में मोल्दोवा के स्टार की भिड़ंत पूर्व ONE वेल्टरवेट वर्ल्ड चैंपियन ज़ेबज़्टियन कडेस्टम से होगी।
दोनों के रिकॉर्ड्स को देखा जाए तो इस मुकाबले के धमाकेदार रहने की उम्मीद है।
कडेस्टम की ONE में सभी 5 जीत नॉकआउट से आई हैं इसलिए वेल्टरवेट डेब्यू कर रहे लापिकुस को उनसे बचकर रहना होगा।
दूसरी ओर, ये लापिकुस के पास 185 पाउंड्स के डिविजन में अपनी छाप छोड़ने का सुनहरा मौका है।
फाइट शुरू होने से पहले यहां जानिए उन 5 कारणों के बारे में, जिनसे लापिकुस ONE के वेल्टरवेट डिविजन में उथल-पुथल मचा सकते हैं।
#1 उनके पास कई तरह के मूव्स हैं
लापिकुस के पास कई तरह की स्किल्स हैं, जो अपनी स्ट्राइकिंग और ग्राउंड गेम का मिश्रण करते हुए अटैक करते हैं।
उन्होंने अपने ONE डेब्यू में थाई स्टार शेनन विराचाई को भी रेसलिंग और शानदार सबमिशन ग्रैपलिंग की मदद से मात दी थी। लापिकुस ने पहले अपने वर्ल्ड क्लास ग्राउंड-एंड-पाउंड गेम का इस्तेमाल करते हुए रीयर नेकेड चोक लगाया।
मोल्दोवन स्टार की दूसरी फाइट भी कुछ ऐसी ही रही, लेकिन वो जल्दी समाप्त हो गई थी। उन्होंने पूर्व ONE फेदरवेट वर्ल्ड चैंपियन मरात गफूरोव को पहले राउंड में चोक लगाकर सबमिशन से हराया।
लापिकुस एक ग्राउंड स्पेशलिस्ट हैं, लेकिन उनके नाम 4 नॉकआउट जीत भी हैं, जो साबित करता है कि वो स्टैंड-अप गेम में भी अच्छा कर सकते हैं।
#2 एक जबरदस्त फिनिशर हैं
ये चौंकाने वाली बात है कि MMA में आज तक लापिकुस की कोई जीत जजों के स्कोरकार्ड्स से नहीं आई है।
26 वर्षीय स्टार का रिकॉर्ड 14-1 (1 नो कॉन्टेस्ट) रहा है, जिनमें 10 सबमिशन और 4 नॉकआउट फिनिश शामिल हैं।
उन्होंने कई अलग-अलग मूव्स की मदद से स्टॉपेज से जीत दर्ज की हैं, जिनमें रीयर-नेकेड चोक, आर्मबार, गिलोटीन चोक, ट्रायंगल चोक और दमदार स्ट्राइक्स से आए फिनिश भी शामिल हैं।
लापिकुस को फाइट्स को जबरदस्त अंदाज में फिनिश करना पसंद है और वो वेल्टरवेट डिविजन में भी उसी प्रदर्शन को जारी रखना चाहेंगे, जहां पहले ही कई खतरनाक फिनिशर्स मौजूद हैं।
#3 वो किकबॉक्सिंग लैजेंड के शिष्य हैं
एक कहावत है कि लोहा लोहे को धार देता है और लापिकुस को कॉम्बैट खेलों के एक लैजेंड ने ट्रेनिंग दी है।
लापिकुस इटली में स्थित Team Petrosyan के मेंबर हैं, जहां वो ONE Championship सुपरस्टार और महान किकबॉक्सर जियोर्जियो पेट्रोसियन की देखरेख में अपनी स्ट्राइकिंग में सुधार कर रहे हैं।
अपने गुरु की तरह लापिकुस भी स्टैंड-अप फाइटिंग के दौरान सब्र से काम लेकर स्ट्राइक्स लगाते हैं।
हालांकि वो फिनिश के लिए ग्रैपलिंग को ज्यादा तवज्जो देते हैं, लेकिन लापिकुस चोक लगाने से पहले अक्सर अपनी स्ट्राइकिंग से अपने विरोधियों की बॉडी को क्षति पहुंचाते हैं।
#4 उनके पास ताकत की कोई कमी नहीं है
मार्शल आर्ट्स हमेशा तकनीक पर आधारित रहा है, लेकिन एक फाइटर को ज्यादा ताकत भी फायदा पहुंचा सकती है।
लापिकुस मानते हैं कि उनकी तकनीक और ताकत के मिश्रण के कारण उन्हें हरा पाना बहुत मुश्किल है।
उनकी अभी तक सबसे शानदार जीत गफूरोव के खिलाफ आई। हालांकि रूसी एथलीट ONE के सबसे खतरनाक सबमिशन स्पेशलिस्ट्स में से एक रहे हैं, लेकिन ONE: WARRIOR’S CODE में वो लापिकुस की ताकत के आगे हार मान बैठे थे।
गफूरोव को ग्राउंड पर लाने के बाद लापिकुस के लिए बढ़त बनाना आसान हो गया था। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी पर बैक कंट्रोल प्राप्त करने के बाद कुछ ही सेकंडों में उन्हें फिनिश कर दिया।
#5 वेल्टरवेट उनके लिए बेहतर डिविजन प्रतीत होता है
5 फुट 11 इंच लंबे लापिकुस को लाइटवेट डिविजन के हिसाब से साइज़ में बड़ा एथलीट माना जाता था इसलिए वेल्टरवेट उनके बॉडी साइज़ से ज्यादा मेल खा सकता है।
उन्होंने अगर अपनी आक्रामक रणनीति पर काम करना जारी रखा तो वो अपनी ताकत में ज्यादा सुधार कर सकते हैं।
बात स्टैंड-अप गेम की हो रही हो या ग्राउंड गेम की, मोल्दोवन स्टार ने अपनी प्रतिबद्धता से सबको वाकिफ कराया है और इसी दृढ़ता के कारण वो कई यादगार फिनिश अपने नाम कर पाए हैं।
185 पाउंड्स की कैटेगरी उनके लिए बेहतर डिविजन साबित हो सकता है इसलिए अन्य वेल्टरवेट कंटेंडर्स को सावधान रहने की जरूरत है।