ONE Championship डेब्यू करने जा रहे राफी बोहिच से जुड़ी 5 बेहद दिलचस्प बातें
राफी बोहिच ONE Friday Fights 12 में अपना बहुप्रतीक्षित प्रोमोशनल डेब्यू करने से बस कुछ ही घंटे दूर हैं।
लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में फ्रांसीसी फाइटर बेंटमवेट मॉय थाई बाउट में टपाओकेउ सिंघा माविन का सामना करेंगे। लंबे समय से इस खेल के इतिहास में सबसे बेहतरीन पश्चिमी फाइटर में से एक माने जाने राफी को आखिरकार ग्लोबल फैन बेस के सामने अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिल ही गया।
वो 7 अप्रैल को ONE Championship की रिंग में पहुंचे, इससे पहले जान लेते हैं कि कैसे बोहिच ने बेहतरीन थाई फाइटर्स के बीच अपनी पहचान बनाई।
#1 सवात से की शुरुआत
अपने कई साथियों की तुलना में “द आर्ट ऑफ 8 लिम्ब्स” में बोहिच ने देर से आगाज़ किया।
उन्होंने 16 साल की उम्र में फ्रेंच मार्शल आर्ट के रूप सवात को अपनाया और 17 साल की उम्र तक मॉय थाई का सफर शुरू नहीं किया।
कई मॉय थाई एथलीट्स उनके समय तक अपने करियर का एक दशक पूरा कर चुके थे, लेकिन बोहिच ने इसे अपने रास्ते की बाधा नहीं बनने दी। दरअसल उन्होंने जब से शुरुआत की, तभी से खुद को इस स्पोर्ट के प्रति पूरी तरह समर्पित कर दिया।
#2 2012 में थाईलैंड में रहने आए
फ्रांस में हर दिन ट्रेनिंग करने और मॉय थाई से मोहब्बत के बाद बोहिच के कोच उन्हें 2009 में इस खेल की जन्मस्थली लेकर गए।
ले हावरे निवासी एथलीट को उस पहली यात्रा से ही मालूम चल गया था कि वो वहीं के लिए बने हैं। ऐसे में 3 साल बाद वो आधिकारिक तौर पर थाईलैंड में बस गए।
बोहिच फुकेट के Singpatong कैंप में शामिल हुए और शानदार लोकल चैंपियंस के साथ ट्रेनिंग करने लगे। 2012 में वहां जाने के बाद से उन्होंने “द लैंड ऑफ स्माइल्स” को ही अपना घर मान लिया।
#3 स्पोर्ट्स के सबसे बेहतरीन एथलीट्स के बीच करियर बनाया
हालांकि, बोहिच कभी-कभी अपने देश जाकर बाउट करते थे, लेकिन उन्होंने ज्यादातर मुकाबले थाईलैंड में ही किए।
उनके थाईलैंड जाने से पहले फ्रांस में पूरे प्रोफेशनल नियमों के साथ मॉय थाई बाउट को गैर कानूनी माना जाता था और उन्होंने 2012 में वहां जाने के साथ ही उस नियम के तहत प्रतिस्पर्धा करनी शुरू कर दी थी।
एक साल से भी कम वक्त बाद फ्रेंच फाइटर दिग्गज एथलीट साइन्चाई के खिलाफ रिंग में थे, जिसने उन्हें आने वाली अविश्वसनीय सफलता के लिए पूरी तरह से तैयार किया।
#4 सबसे बेहतरीन विदेशी मॉय थाई फाइटर्स में से एक
फ्रांस ने कुछ सालों में सबसे बेहतरीन फाइटर्स दिए हैं। उनमें से कुछ ही हैं, जो बोहिच की तरह प्रशंसा हासिल कर पाए हैं।
प्रसिद्ध Lumpinee, Rajadamnern और Omnoi स्टेडियम में नियमित रूप से मुकाबले करते हुए 31 साल के एथलीट ने WMC, WBC और MAX मॉय थाई के खिताब अपने नाम किए। यही नहीं, उन्होंने पोंगसिरी पीके.साइन्चाई, हान ज़ी हाओ, कोंगसक पीके. साइन्चेमॉयथाईजिम और योडपनोमरूंग जित्मुआंगनोन को पराजित किया।
गैर थाई एथलीट्स के बीच उनकी असाधारण सफलता Lumpinee Stadium मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन के रूप में दुर्लभ है। उन्होंने प्रतिष्ठित स्टेडियम में 5 बार वर्ल्ड टाइटल जीता है।
#5 शानदार फिनिशर
बैंकॉक के स्टेडियम सर्किट में उन्होंने हर बार सबसे बेहतर फाइटर से ही मुकाबला किया और 82-19-1 का शानदार रिकॉर्ड बनाया।
इन जीतों में से उन्होंने 39 प्रतिद्वंदियों को सर्कल के अंदर एक निश्चित वक्त में हरा दिया, जो उनके मॉय थाई में हाई फिनिशिंग रेट को दर्शाता है।
जबरदस्त पंच, लो किक और एल्बो की मदद से फ्रेंच फाइटर ढेर सारे हथियारों से लैस हैं, जो किसी भी रेंज में जाकर प्रतिद्वंदी को कभी भी फिनिश कर सकते हैं। स्पष्ट शब्दों में कहा जाए तो वो जितना प्रभावशाली नज़र आते हैं, उतने रोमांचक एथलीट भी हैं।