5 हथियार जो कोंगथोरानी को एक टॉप रैंक का फ्लाइवेट मॉय थाई कंटेंडर बनाते हैं

ONE Championship में 13 फाइट्स का हिस्सा रह चुके कोंगथोरानी सोर सोमाई ने खुद को फ्लाइवेट मॉय थाई डिविजन के सबसे खतरनाक दावेदारों में से एक बना लिया है।
3 मई को होने वाले ONE Fight Night 31 के मेन इवेंट में 28 वर्षीय थाई स्टार का सामना रीमैच में पूर्व ONE बेंटमवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन नोंग-ओ हामा से एक अहम फ्लाइवेट मैच में होगा।
फरवरी में हुए ONE Fight Night 28 में नोंग-ओ पर विभाजित निर्णय से जीत हासिल करने के बाद कोंगथोरानी को उम्मीद है कि वो अगली फाइट में भी दिग्गज फाइटर को हराकर अपने आपको बेहतर फाइटर साबित कर पाएंगे।
तीन बार के पूर्व Rajadamnern Stadium मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन कोंगथोरानी अभी तक ONE में बेहतरीन नजर आए हैं।
इससे पहले कि वो बैंकॉक के लुम्पिनी स्टेडियम में नोंग-ओ से दो-दो हाथ करें, आइए #3 रैंक के कंटेंडर के उन दांव-पेंचों को जानते हैं जो उन्हें बेहद खास बनाते हैं।
#1 काउंटर स्ट्राइकिंग
कोंगथोरानी एक लाजवाब तकनीकी फाइटर हैं। वो फाइट के दौरान अटैक को लीड अच्छे से करते हैं, लेकिन उनका सबसे बेहतरीन काम जवाबी हमलों के दौरान आता है।
इसका मतलब ये नहीं है कि उन्हें एक्टिव रहना पसंद नहीं बल्कि वो अपने विरोधी पर दबाव डालते हैं, उन्हें अटैक करने पर मजबूर करते हुए मौके मिलते ही जवाबी हमलों से वार करते हैं।
इसके अतिरिक्त वो बड़ी संख्या में वार करते हैं, जिसका तोड़ निकाल पाना विपक्षियों के लिए बहुत मुश्किल हो जाता है।
#2 घातक स्ट्रेट लेफ्ट
कोंगथोरानी का जबरदस्त स्ट्रेट लेफ्ट हैंड उनका सबसे घातक हथियार है। इस धारदार वार के जरिए उन्होंने ONE में 11 जीत हासिल करने में सफलता पाई है।
साउथपॉ (बाएं हाथ के) स्टांस में फाइट करने वाले स्ट्राइकर को काउंटर करते हुए स्ट्रेट लेफ्ट लगाने का विशेषज्ञ माना जाता है। उन्होंने #4 रैंक के फ्लाइवेट मॉय थाई कंटेंडर नाकरोब फेयरटेक्स (और अन्य) को इसी के जरिए मैट पर गिराया था।
#3 उनकी धारदार लेफ्ट किक
Sor Sommai टीम के प्रतिनिधि अपने लेफ्ट हैंड के वार के साथ-साथ लेफ्ट किक भी बहुत शानदार तरीके से लगाते हैं।
भले ही ये किक प्रतिद्वंदी के शरीर, सिर और या फिर टांगों पर लगे, ये हमेशा नुकसान पहुंचाती है और नॉकआउट की संभावना बनी रहती हैं। इसके चलते विरोधी रक्षात्मक रवैया अपनाने पर भी मजबूर हो जाते हैं।
#4 क्लिंच में चोट पहुंचाने वाली एल्बोज़
एक तरफ जहां कोंगथोरानी को रेंज में रहकर अटैक करना पसंद है, वहीं वो क्लिंच में आने पर बहुत ही घातक एल्बो स्ट्राइक्स लगाते हैं। इनका एक दमदार वार किसी को भी चारों खाने चित कर सकता है।
बिल्कुल, उन्हें नोंग-ओ के खिलाफ क्लिंच में एल्बो लगाकर सफलता हासिल हुई थी। लेकिन फैंस को ONE Friday Fights 43 में पारसा अमीनीपोर के खिलाफ आया उनका एल्बो नॉकआउट जरूर याद रहेगा।
#5 मानसिक तौर पर मजबूत
अपने रणनीतिक रवैये या फिर स्ट्राइक्स के अलावा कोंगथोरानी को एक चीज जो अलग बनाती है, वो है उनकी दृढ़ मानसिकता और मजबूती।
जब भी वो खुद को मुसीबत में पाते हैं तो अपनी आक्रामकता और संयम से वापसी कर लेते हैं।
ONE Friday Fights 58 में जाओसुयाई मोर क्रुंगथेपथोंगबुरी के खिलाफ बेहतरीन मुकाबले के दौरान उन्हें दूसरे राउंड में नॉकडाउन होने के बावजूद वापसी करते हुए अंत में सर्वसम्मत निर्णय से जीत हासिल की थी।