गुरदर्शन मंगत से जुड़ी 9 बेहद रोचक बातें
गुरदर्शन “सेंट लॉयन” मंगत एक बेहतरीन एथलीट हैं और सर्कल में उतरने से पहले हमेशा उनका आत्मविश्वास बढ़ा हुआ होता है, लेकिन परिस्थितियां उनके लिए हमेशा से ऐसी नहीं रही हैं।
फ्लाइवेट स्टार मोटापे से निजात पाकर आज एक टॉप लेवल के प्रोफेशनल एथलीट बन चुके हैं और उनकी कहानी को आप बिल्कुल भी मिस नहीं करना चाहेंगे।
आइए जानते हैं “सेंट लॉयन” से जुड़ी 9 बेहद रोचक बातों को।
#1 प्रो रेसलिंग स्टार्स को देखकर अंग्रेजी सीखी
मंगत के माता-पिता भारत से कनाडा आकर बसे थे और उत्तर अमेरिका में आने के बाद अंग्रेजी भाषा पर अच्छी पकड़ ना होने के कारण उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा।
इस वजह से मंगत ऐसे माहौल में पले-बढ़े, जहां वो अंग्रेजी को अपनी दूसरी भाषा के रूप में देखते थे और उन्होंने टीवी देखकर अंग्रेजी सीखी थी।
उन्होंने बताया, “मैंने प्रो रेसलिंग देख देखकर अंग्रेजी भाषा सीखी। मैं ‘द रॉक’ और ‘स्टोन कोल्ड’ स्टीव ऑस्टिन जैसे स्टार्स को बोलते हुए सुनता था।”
“मैं स्कूल जाकर वाकई में प्रो रेसलर्स की तरह बात करने की कोशिश करता था। शिक्षकों ने मुझसे ऐसे बात ना करने और बात करते समय हाथ ना हिलाने की सलाह दी।”
#2 अस्थमा से जूझते रहे हैं
अब “सेंट लॉयन” लंबी फाइट्स का हिस्सा बनने की काबिलियत रखते हैं और ये जबरदस्त स्टैमिना उन्हें कड़ी ट्रेनिंग और प्रतिबद्धता के कारण मिला है।
काफी समय पहले वो अस्थमा से जूझ रहे थे और दुर्भाग्यवश आज भी इस बीमारी से लड़ रहे हैं।
एक समय पर वो इस खेल को छोड़ना चाहते थे और फेफड़ों की खराब स्थिति के बावजूद मंगत अपने को काबिल बनाने में कामयाब रहे।
#3 McDonald’s में काम कर चुके हैं
मंगत मानते हैं कि बचपन में उनके परिवार को अच्छे खानपान के बारे में बहुत कम जानकारी थी। ये स्थिति तब और भी खराब हो गई जब उन्हें McDonald’s में नौकरी मिली, जहां उन्होंने हफ्ते में 5 दिन जंक फूड खाना शुरू कर दिया था।
अब वो ONE में फ्लाइवेट (61.2 किलोग्राम) डिविजन में परफॉर्म करते हैं, लेकिन युवावस्था में एक समय पर उनका वजन 80 किलो हुआ करता था।
मार्शल आर्ट्स में आने के बाद उन्होंने अपनी डाइट में बदलाव कर शानदार तरीके से अपनी बॉडी को ट्रांसफॉर्म किया।
#4 कोबी ब्रायंट को अपना रोल मॉडल मानते हैं
काफी लोग मंगत को अपने लिए प्रेरणा का स्रोत मानते होंगे, लेकिन वो एक लैजेंड बास्केटबॉल प्लेयर को अपना रोल मॉडल मानते आए हैं।
उन्होंने कहा, “मैं हमेशा लोगों से घिरा रहता हूं, परिवार में पिता और पत्नी रहते हैं। लेकिन बाहरी दुनिया से अगर किसी को चुनना हुआ तो मैं कोबी ब्रायंट को अपना रोल मॉडल मानता हूं।”
“मुझे उनकी प्रेरक बातें पसंद हैं, जैसे, ‘तुम्हें किसी चीज के बीच में नहीं बल्कि उसे पूरा कर आराम करना चाहिए,’ और ‘जब तक काम पूरा ना हो, तब तक रुकने का कोई मतलब नहीं बनता।'”
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#5 मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स के लिए अकाउंटिंग को छोड़ा
मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में आने से पहले मंगत एक अकाउंटेंट बनने की राह पर आगे बढ़ रहे थे, लेकिन वो जानते थे कि उनका जन्म अकाउंटेंट की नौकरी करने के लिए नहीं हुआ है।
उनके पिता अकाउंटिंग को पीछे छोड़ने के उनके फैसले से खुश नहीं थे, लेकिन ये भी सौभाग्य की बात रही कि उन्हें दूसरे फैमिली मेंबर्स का साथ मिल रहा था।
मंगत ने बताया, “मैं अकाउंटिंग में अपना करियर बना सकता था, लेकिन एक दिन कॉल कर मैंने अपने माता-पिता से कहा कि मैं मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में जाना चाहता हूं, जिसके लिए मुझे उनका गुस्सा भी झेलना पड़ा।”
“मेरे माता-पिता वैंकूवर में नए घर में शिफ्ट हो चुके थे, जिससे मैं अपने सपने को पूरा करने से वंचित रह सकता था। लेकिन मेरे दादा ने मेरी कुछ फाइट्स को देखने के बाद मेरे पिता को समझाते हुए कहा, ‘उसे मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स करने दो, देखो वो पूरे जुनून के साथ फाइट करता है।'”
#6 असहाय बच्चों की देखभाल करते हैं
मंगत अब एक सफल प्रोफेशनल एथलीट बन चुके हैं, जो अमेरिका में अपने मैचों के लिए तैयारी करने में अपना समय व्यतीत करते हैं। इसके अलावा वो असहाय बच्चों के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखते हैं और वो इस सबका श्रेय अपनी पत्नी को देते हैं।
मंगत ने कहा, “हमारा घर एक फोस्टर होम है जहां हम असहाय बच्चों का पालन-पोषण करते हैं।”
“जब मैं ट्रेनिंग कर रहा होता हूं, तब मेरी पत्नी को ये जिम्मेदारी संभालनी होती है। मेरे ऊपर फाइट का दबाव होता है और वो मुझे भी हमेशा प्रोत्साहन देती रहती हैं। वो एक बहुत अच्छी इंसान हैं।”
#7 भारत उनकी सबसे पसंदीदा जगह है
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मंगत का जन्म चाहे कनाडा में हुआ हो, लेकिन वो अपने मूल स्थान भारत से बहुत प्यार करते हैं।
उन्होंने कहा, “मैं मूल रूप से भारतीय होने पर गर्व महसूस करता हूं और भारत का इतिहास भी बहुत गौरवपूर्ण रहा है।”
“वहां कदम रखते ही मुझे एक अलग ऊर्जा मिलने लगती है। वहां जाकर मैं बहुत अच्छा महसूस करता हूं।”
#8 स्टॉक्स पर करीब से नजर बनाए रखते हैं
COVID-19 महामारी के समय में दुनिया के अधिकतर लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ीं, लेकिन मंगत ने इस खाली समय में अपने स्किल सेट को और भी बेहतर बनाया है।
अकाउंटिंग बैकग्राउंड से आते हैं, लेकिन उन्होंने अब ट्रेडिंग में अपना हाथ आजमाना शुरू कर दिया है, जो थोड़े ही समय में उनकी दूसरी पसंदीदा चीज बन चुकी है।
मंगत ने कहा, “स्टॉक्स पर नजर बनाए रखना मुझे बहुत पसंद है।”
“मैं अपनी दिनचर्या को बेहतर बनाने के मौके तलाशता रहता हूं, हमेशा अच्छे लोगों से घिरे रहने की कोशिश करता हूं और समय बर्बाद करना मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता। मैं हमेशा ज्यादा से ज्यादा ज्ञान बटोरने की कोशिश करता हूं क्योंकि ज्यादा ज्ञान से ही मैं अपने व्यक्तित्व में सुधार ला पाऊंगा।”
#9 उनके जीवन पर किताब लिखी गई तो उसका नाम ‘द अंडरडॉग स्टोरी’ होगा
“सेंट लॉयन” का सामना कई अलग-अलग तरह की परिस्थितियों से हो चुका है और वो कठिन परिस्थितियां ही उन्हें अपने जीवन पर एक किताब लिखने को प्रेरित कर रही हैं।
मंगत ने कहा, “मेरी किताब का टाइटल होगा ‘द अंडरडॉग स्टोरी’ मुझे लगता है कि मुझे हमेशा कम ही आंका गया है। MMA के शुरुआती दिनों में भी मुझे कम आंका गया, मैं एक अकाउंटेंट था जिसने मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में कदम रखा था।”
“मैं हमेशा खुद को एक बेहतर एथलीट के रूप में साबित करता आया हूं और अब टॉप पर पहुंचना चाहता हूं। इसलिए चैंपियनशिप जीतने तक मेरी कहानी पूरी नहीं होगी।
“वर्ल्ड टाइटल मेरी कहानी का अगला अध्याय होगा और तब जाकर ‘द अंडरडॉग स्टोरी’ पूरी होगी।”
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