ONE हेवीवेट MMA वर्ल्ड टाइटल का पूरा इतिहास
कॉम्बैट खेलों के इतिहास को उठाकर देखे तो हेवीवेट वर्ल्ड टाइटल सबसे प्रतिष्ठित चैंपियनशिप बेल्ट्स में से एक रही है और इसे जीतने वाले एथलीट दुनिया का सबसे खतरनाक आदमी कहलाता है।
ONE Championship में अब तक केवल 3 एथलीट्स हेवीवेट वर्ल्ड टाइटल को जीत सके हैं, जिनमें डिविजन के नए अनडिस्प्यूटेड किंग का नाम भी शामिल है।
23 जून को ONE Friday Fights 22 के मेन इवेंट में अर्जन भुल्लर और एनातोली मालिकिन के बीच ONE हेवीवेट वर्ल्ड टाइटल यूनिफिकेशन बाउट हुई, जहां मालिकिन ने जीत दर्ज कर वर्ल्ड चैंपियनशिप अपने नाम की।
अब बैंकॉक में हुआ ये इवेंट बीती बात हो चुकी है, लेकिन इस आर्टिकल में आइए जानते हैं ONE हेवीवेट वर्ल्ड टाइटल के अभी तक के पूरे सफर के बारे में।
सबसे पहले ONE हेवीवेट वर्ल्ड चैंपियन ब्रेंडन वेरा
ONE को सबसे पहला हेवीवेट वर्ल्ड चैंपियन दिसंबर 2015 में हुए ONE: SPIRIT OF CHAMPIONS में मिला, जहां फिलीपीनो-अमेरिकी लैजेंड ब्रेंडन “द ट्रुथ” वेरा ने उभरते हुए फिनिशिंग स्टार पॉल चेंग को हराया था।
मनीला में हुए उस इवेंट में वेरा ने केवल 30 सेकंड में जीत दर्ज कर इतिहास की किताब में अपना नाम दर्ज करवाने के अलावा खुद को ONE के सबसे खतरनाक फाइटर के रूप में स्थापित भी किया। शुरुआत में लगे एक लेफ्ट हैंड और हेड किक के प्रभाव से चेंग मैट पर जा गिरे, जिसके बाद उनके लिए फाइट को जारी रख पाना मुमकिन नहीं था।
उसके एक साल बाद ONE: AGE OF DOMINATION में नए हेवीवेट वर्ल्ड चैंपियन ने मनीला में वापसी की, जहां उन्होंने जापानी ग्रैपलिंग स्पेशलिस्ट हिडेकी “श्रेक” सकीने को पहले राउंड में नॉकआउट किया।
“द ट्रुथ” का अगला टाइटल डिफेंस नवंबर 2018 में हुए ONE: CONQUEST OF CHAMPIONS में आया, जिसमें उन्हें इटालियन नॉकआउट आर्टिस्ट मॉरो “द हैमर” सेरिली की चुनौती से पार पाना था।
इस बार भी वेरा ने बिना पसीना बहाए लगातार तीसरी बार नॉकआउट से जीत दर्ज कर वर्ल्ड चैंपियनशिप को डिफेंड किया था।
अर्जन भुल्लर ने ‘द ट्रुथ’ के वर्चस्व को खत्म किया
उस समय वेरा को हराना नामुमकिन लगता था, लेकिन आगे चलकर उनका सामना स्किल्स, शारीरिक ताकत और दृढ़शक्ति से संपन्न एथलीट से हुआ।
उस एथलीट का नाम अर्जन “सिंह” भुल्लर था।
पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनने के करीब 6 साल बाद मई 2021 में हुए ONE: DANGAL में “द ट्रुथ” का सामना पूर्व ओलंपिक रेसलर भुल्लर से हुआ।
उस इवेंट में “सिंह” ने अपने बॉक्सिंग और रेसलिंग गेम का मिश्रण करते हुए डिफेंडिंग चैंपियन को खूब क्षति पहुंचाई और आखिरकार दूसरे राउंड में उन्हें फिनिश करने में सफलता पाई।
इस शानदार जीत के साथ भुल्लर इतिहास के केवल दूसरे ONE हेवीवेट वर्ल्ड चैंपियन बने और साथ ही भारतीय मूल के सबसे पहले MMA वर्ल्ड चैंपियन भी बने।
एनातोली मालिकिन बने डिविजन के अंतरिम वर्ल्ड चैंपियन
वेरा के खिलाफ जीत के बाद काफी लोग भुल्लर से उम्मीद करने लगे थे कि उनका चैंपियनशिप सफर लंबा और यादगार रह सकता है। मगर चोट और अन्य कारणों की वजह से भारतीय-कनाडाई एथलीट को 2 सालों तक कम्पटीशन से दूर रहना पड़ा।
इस दौरान हेवीवेट डिविजन आगे बढ़ता रहा और इस खेल के सबसे खतरनाक फाइटर्स वर्ल्ड टाइटल शॉट पाने के लिए एक-दूसरे से भिड़े।
अंत में प्रोमोशन ने फरवरी 2022 में हुए ONE: BAD BLOOD में उभरते हुए अपराजित स्टार्स एनातोली “स्लेदकी” मालिकिन और किरिल ग्रिशेंको के बीच ONE अंतरिम हेवीवेट वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच को बुक किया।
मालिकिन का इस मैच से पूर्व फिनिशिंग रेट 100 प्रतिशत था। इस मैच में उन्होंने दूसरे राउंड में नॉकआउट जीत से ना केवल अपने अपराजित रिकॉर्ड को कायम रखा बल्कि चैंपियनशिप बेल्ट भी जीती।
इस जीत से “स्लेदकी” ने खुद को इस खेल के सबसे खतरनाक पंचिंग एबिलिटी वाले एथलीट्स में से एक के रूप में स्थापित किया और साथ ही भुल्लर के खिलाफ यूनिफिकेशन चैंपियनशिप मैच भी हासिल किया।
मालिकिन बने अनडिस्प्यूटेड ONE हेवीवेट वर्ल्ड चैंपियन
मालिकिन और भुल्लर के बीच लंबे समय तक चली जुबानी जंग के बाद आखिरकार उनकी भिड़ंत ONE Friday Fights 22 के मेन इवेंट में हुई।
रूसी एथलीट ने अपने 13 फाइट्स के करियर में अपना सबसे शानदार मैच लड़ते हुए 3 राउंड्स तक खतरनाक बॉक्सिंग अटैक्स किए और “सिंह” को फिनिश किया। इस दौरान वो बेल्ट्स को यूनिफाई करते हुए अनडिस्प्यूटेड ONE हेवीवेट वर्ल्ड चैंपियन बन गए हैं।
परफेक्ट MMA रिकॉर्ड और फिनिशिंग रेट को साथ लिए “स्लेदकी” लंबे समय तक वर्ल्ड चैंपियन बने रहना चाहेंगे। मगर इतिहास को उठाकर देखें तो ऐसे कई खतरनाक चैलेंजर्स हैं, जो मालिकिन के लिए भविष्य में बड़ा खतरा बन सकते हैं।