केड रुओटोलो टॉप फाइटर्स से भिड़ना चाहते हैं – ‘लग रहा है जैसे मैं शिकारी नहीं बल्कि दूसरों का शिकार हूं’
बीते शनिवार ONE Fight Night 3: Lineker vs. Andrade में BJJ सुपरस्टार केड रुओटोलो ने सबसे पहला ONE लाइटवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियन बनकर इतिहास रच दिया है।
19 वर्षीय स्टार ने 5 मिनट के अंदर चार बार के सैम्बो वर्ल्ड चैंपियन ऊअली कुरझेव पर हील हुक लगाकर जीत हासिल की।
केड कुछ हफ्तों पहले ही सबसे युवा ADCC वर्ल्ड चैंपियन बने थे और अब ONE वर्ल्ड टाइटल जीतकर ग्रैपलिंग वर्ल्ड के सबसे टॉप सुपरस्टार्स में से एक बन गए हैं।
अपने प्रोमोशनल डेब्यू से लेकर भविष्य के महान पाउंड-फोर-पाउंड एथलीट बनने का अभी तक का सफर काफी शानदार रहा है। वहीं रुओटोलो ने फैंस और एथलीट्स के खुद के प्रति नजरिए में भी बदलाव महसूस किया है।
उन्होंने बेल्ट जीतने के बाद कहा:
“मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मैं शिकारी नहीं बल्कि दूसरों का शिकार हूं। मैं हमेशा से टॉप पर पहुंचना चाहता था और अब ऐसा लगता है जैसे मैं सच में टॉप पर हूं।
“कई खतरनाक फाइटर्स मेरे टाइटल को जीतना चाहते हैं और मैं भी ऐसा ही चाहता हूं। इसलिए मैं उन सभी का सामना करने को बेताब हूं।”
रुओटोलो को इस मुकाबले से पहले जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा था।
हालांकि, मैच में BJJ स्टाइलिस्ट की ओर से एकतरफा अटैक होता देखा गया, लेकिन रूसी सैम्बो एथलीट ने भी निडर होकर फाइट की। मगर उनके इसी आक्रामक स्टाइल ने उन्हें रुओटोलो के सबमिशन गेम में फंसा दिया था।
परिणामस्वरूप युवा स्टार का अपने विरोधी के प्रति सम्मान बढ़ा है:
“मैं कुरझेव का सम्मान करता हूं, केवल इसलिए कि उन्होंने शुरुआत में निडर होकर मुझ पर अटैक किया और वो बहुत ताकतवर भी हैं। उन्हें किसी चीज़ का डर महसूस नहीं हो रहा था और ना ही पीछे हट रहे थे।
“इसलिए मेरा उनके प्रति सम्मान बढ़ा है। मैं जब रिंग में उतरता हूं तो काफी एथलीट्स झिझक रहे होते हैं और वो दबाव में आकर बिखर जाते हैं, लेकिन कुरझेव उन सबसे अलग रहे। इसलिए उनकी तारीफ की जानी चाहिए और वो बहुत खतरनाक भी हैं।”
रुओटोलो ने टाइनन डेल्प्रा और टॉमी लेंगाकर को चुनौती देने का कारण बताया
लाइटवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद केड रुओटोलो ने माइक लिया और अपने पहले टाइटल डिफेंस के लिए 2 संभावित प्रतिद्वंदियों का नाम बताया।
अमेरिकी स्टार कठिन चुनौतियां पसंद करते हैं इसलिए उन्होंने टाइनन डेल्प्रा या टॉमी लेंगाकर का सामना करने की इच्छा जाहिर की है, जिन्होंने हाल ही में ONE Championship को जॉइन किया है।
रुओटोलो ने सोच समझकर इन नामों का चुनाव किया है और उन्होंने इसका कारण भी बताया:
“टाइनन डेल्प्रा और टॉमी लेंगाकर, मैं अगर गलत नहीं हूं तो ये ONE के साथ डील साइन कर चुके हैं। दोनों के साथ मेरा मैच धमाकेदार रह सकता है। मैं टाइनन के साथ काफी समय पहले ट्रेनिंग किया करता था और मैं मानता हूं कि हमारी और हमारे कोचों के बीच प्रतिद्वंदिता पहले से चली आ रही है इसलिए मैं इस मैच के शानदार रहने की उम्मीद कर रहा हूं।
“वहीं ADCC टूर्नामेंट के दौरान मेरी टॉमी से मुलाकात हुई थी। मैं मानता हूं कि मैं उनसे भिड़ने को भी बेताब हूं और उन्हें सबमिशन से हरा सकता हूं।”
रुओटोलो और उनके जुड़वा भाई टाय रुओटोलो भी इससे पहले डेल्प्रा के साथ जिउ-जित्सु की ट्रेनिंग ले चुके हैं।
2017 में रुओटोलो भाइयों ने जिम बदलकर Atos Jiu-Jitsu को जॉइन किया था, वहीं डेल्प्रा ने वहीं बने रहने का निर्णय लिया। उसके बाद तीनों एथलीट्स ने खुद को इस खेल के टॉप फाइटर्स में स्थान दिलाया है।
जहां तक लेंगाकर की बात है, उनकी हाल ही में हुई मुलाकात उनके बीच फाइट की नींव रख सकती है। रुओटोलो ने नॉर्वे के BJJ ब्लैक बेल्ट होल्डर के साथ मुलाकात के बारे में बताया:
“उस टूर्नामेंट के बाद ऐसी बातें बन रही थीं कि आगे चलकर मेरा और टॉमी का मैच हो सकता है। उन्होंने भी उत्साह जताते हुए मुझसे कहा कि हमारी फाइट कब होने वाली है? हम सभी शायद व्यंग कर रहे थे, लेकिन सच कहूं तो वो कोई मज़ाक नहीं था। वो अनुभव अच्छा रहा, लेकिन उनके अंदर एनर्जी मुझे प्रभावित कर रही थी इसलिए उन्होंने मुझे अपने साथ मैच करने के लिए प्रोत्साहित किया था।”