केन ली ने अपने बेटे क्रिश्चियन ली की जमकर तारीफ की – ‘वो एक खास एथलीट हैं’
केन ली ने एक पिता और कोच की भूमिका को अच्छे से निभाते हुए क्रिश्चियन “द वॉरियर” ली को ट्रेनिंग के पहले दिन से एक सुपरस्टार एथलीट और MMA वर्ल्ड चैंपियन बनने में अहम योगदान दिया है।
अब United MMA टीम के स्टार शुक्रवार, 26 अगस्त को ONE 160 में ओक रे यूं के खिलाफ शानदार प्रदर्शन कर दोबारा ONE लाइटवेट वर्ल्ड चैंपियन बनने की उम्मीद कर रहे हैं।
केन ने क्रिश्चियन की स्किल्स को करीब से परखा है, लेकिन उनका मानना है कि उनका स्किल सेट अब एक अलग लेवल का हो गया है और अब इस खेल के दिग्गजों में से एक बनते जा रहे हैं।
उन्होंने कहा:
“क्रिश्चियन हमेशा से टैलेंटेड रहे हैं। उनके करियर के शुरुआती दौर और मौजूदा समय में केवल ये अंतर है कि अब उनके पास ज्यादा अनुभव है, जिसकी मदद से वो परिस्थिति के हिसाब से अटैक कर पाते हैं।
“जब वो युवा थे, तब उनकी फाइट एक ही गति के साथ आगे बढ़ती थी और बहुत आक्रामक अंदाज में फाइट करते थे, लेकिन अब वो परिस्थिति के हिसाब से खुद को ढाल पाते हैं।”
पिछले साल ओक के खिलाफ वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच में करीबी हार से पहले “द वॉरियर” 6 मैचों की विनिंग स्ट्रीक पर चल रहे थे, जिनमें 5 नॉकआउट फिनिश भी शामिल रहे।
आगे चलकर वो ONE लाइटवेट वर्ल्ड ग्रां प्री चैंपियन बने और टूर्नामेंट की सिल्वर बेल्ट भी जीती।
उस प्रदर्शन ने दिखा दिया था कि क्रिश्चियन एक टॉप लेवल के लाइटवेट फाइटर हैं और उनके पिता केन भी मानते हैं कि उनके बेटे एक अलग लेवल के फाइटर हैं।
उन्होंने कहा:
“वो एक खास एथलीट और मार्शल आर्टिस्ट हैं। स्ट्राइकिंग, रेसलिंग और जिउ-जित्सु में भी महारत होना उन्हें एक अलग लेवल का मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट साबित करता है और इस खेल के प्रति ज्ञान भी उन्हें दूसरों से अलग साबित करता है। उनका परिस्थिति के हिसाब से खुद को ढाल लेना उन्हें बहुत अनुभवी फाइटर्स से भी अच्छा है।
“पर्सनैलिटी की बात करें तो उनके अंदर एक जुनून है और कभी हार नहीं मानते। वो बहुत कठिन परिश्रम करते हैं और हमेशा अपने विरोधी को फिनिश करने की कोशिश करते हैं और ऐसा करने की काबिलियत भी रखते हैं।”
केन ली को ओक रे यूं के खिलाफ रीमैच में क्रिश्चियन ली से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद
अपने बेटे की तरह केन ली भी मानते हैं कि ओक रे यूं के खिलाफ पहले ONE लाइटवेट वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच में क्रिश्चियन ली को जीत मिलनी चाहिए थी।
वो एक तरफ टाइटल हारने से निराश हैं, लेकिन उन्होंने 25 मिनट तक चले उस मुकाबले से सबक भी सीखे हैं, जिन्हें वो दक्षिण कोरियाई एथलीट के खिलाफ रीमैच में अमल में लाना चाहेंगे।
केन चाहते हैं कि क्रिश्चियन स्थिति को परखते हुए अटैक करें और इस बार अपने विरोधी को जीत का कोई मौका ना दें।
उन्होंने कहा:
“हमने उस फाइट को देखने के बाद पाया कि हम कई क्षेत्रों में सुधार कर सकते हैं। हम जानते हैं कि कुछ चीज़ों में सुधार किया जा सकता था, लेकिन अब हम उस हार के दौर को भुलाकर रीमैच की तैयारियों में जुटे हैं।
“क्रिश्चियन अपने गेम प्लान पर सटीक तरीके से अमल करने की काबिलियत रखते हैं और प्रभावशाली अंदाज में जीत दर्ज कर सकते हैं या फिर वो स्थिति के हिसाब से प्लान को बदल भी सकते हैं।
“काफी कुछ इस बात पर भी निर्भर करेगा कि ओक रे यूं का गेम प्लान क्या रहता है, लेकिन क्रिश्चियन परिस्थिति के हिसाब से फाइट की गति बदल सकते हैं।”