गैरी टोनन ने अपने भविष्य का प्लान उजागर किया – “जितना सीखा है, उसे अगली पीढ़ी तक पहुंचाना चाहता हूं”
कई बार के BJJ वर्ल्ड चैंपियन गैरी टोनन को कॉम्बैट खेलों में अपनी शानदार उपलब्धियों के लिए याद किया जाएगा, लेकिन वो अपनी विरासत को मार्शल आर्ट्स से आगे बढ़ाना चाहते हैं।
अब शुक्रवार, 11 मार्च को ONE: LIGHTS OUT के मेन इवेंट में टोनन, थान ली को हराकर ONE फेदरवेट वर्ल्ड चैंपियन बनना चाहेंगे।
वो लंबा सफर तय करते हुए लोगों तक व्यक्तिगत तौर पर अपनी पहुंच बनाना चाहते हैं।
अमेरिकी एथलीट दुनिया में कोई बड़ा बदलाव लाने के बजाय अपने करीबियों पर अच्छा प्रभाव डालना चाहते हैं।
टोनन ने कहा:
“अपने करीबियों के लिए कुछ अच्छा करने की चाह मुझे रात को सोने, सुबह जागने और लगातार आगे बढ़ने में मदद करती है।
“मैं ऐसा नहीं सोचता कि, ‘मैं पर्यावरण के लिए कुछ करना चाहता हूं’ या ‘मैं नशीले पदार्थों की तस्करी को रोकना चाहता हूं।’ मैं इस तरह से नहीं सोचता, मेरा ध्यान इस बात पर होता है कि मैं हर रोज किन छोटी से छोटी चीज़ों को बेहतर कर सकता हूं।”
टोनन की दिनचर्या कॉम्बैट खेलों के इर्द-गिर्द घूमती है इसलिए वो अपने अनुभव से अगली पीढ़ी के फाइटर्स के लिए कुछ करना चाहते हैं।
“द लॉयन किलर” के कोच जॉन डैनेहर का नाम ग्रैपलिंग जगत में सम्मान से लिया जाता है और उनसे सीखी गई तकनीकों को टोनन अगली पीढ़ी तक पहुंचाना चाहते हैं।
अमेरिकी एथलीट ने कहा:
“मेरी नजर में किसी व्यक्ति को शिक्षा देना, किसी को कुछ देना या किसी के लिए प्रेरणा का स्रोत बनना सबसे अच्छी चीज़ हैं और आगे चलकर वो लोग अगली पीढ़ी तक उस जानकारी को पहुंचाएं। मेरा नाम चाहे इतिहास की किताब में दर्ज हो या ना, लेकिन मेरे लिए ये बात ज्यादा महत्वपूर्ण है कि मेरे नाम से कितने लोगों को आगे बढ़ने का प्रोत्साहन मिलता है।”
गैरी टोनन की पहली प्राथमिकता उनका MMA करियर है
दूसरे लोगों को सिखाने से पहले गैरी टोनन अपने एथलेटिक करियर के चरम पर पहुंचना चाहते हैं।
30 वर्षीय स्टार पहले ही एक टॉप लेवल के सबमिशन ग्रैपलर बन चुके हैं, उनका MMA रिकॉर्ड 6-0 का है और अब ONE फेदरवेट वर्ल्ड टाइटल शॉट भी हासिल कर लिया है।
मगर ONE में आने से पहले टोनन अपनी ब्राजीलियन जिउ-जित्सु एकेडमी में कोचिंग दे रहे थे। फिलहाल फाइटिंग करियर के कारण उन्होंने कोचिंग करियर से दूरी बना ली है, लेकिन भविष्य में वो अपना पूरा समय कोचिंग को देना चाहते हैं।
उन्होंने कहा:
“मैं पहले भी कोचिंग दे चुका हूं, लेकिन भविष्य में एक फुल टाइम ट्रेनर बनने के बारे में सोच रहा हूं। अभी के लिए मेरा ध्यान अपने फाइटिंग करियर पर है। फाइटिंग करियर के बाद मैं ट्रेनर के रूप में अपना जीवन व्यतीत करना चाहता हूं। शायद 40 की उम्र के करीब रिटायर होकर मैं 60 की उम्र के बाद तक ट्रेनिंग देना जारी रखूं।”
किसी जानकारी को निरंतर आगे बढ़ाते रहना टोनन की सबसे बड़ी प्रेरणा है, लेकिन ऐसा वो केवल कॉम्बैट खेलों में ही नहीं करना चाहते।
अगर उन्हें अन्य तरीकों से लोगों को प्रोत्साहित करने का मौका मिला तो वो ऐसा जरूर करेंगे।
टोनन ने कहा:
“मैंने अपने जीवन से जितना सीखा है, मैं उसे अगली पीढ़ी तक पहुंचाना चाहता हूं। अपनी स्किल्स को दूसरों को सिखाना चाहता हूं, जिससे वो किसी के जीवन में बदलाव लाकर अगली पीढ़ी के लिए कुछ अच्छा कर सकें।
“मेरे लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण यही चीज़ है कि मैं अपने आसपास के लोगों पर किस तरह से अच्छा प्रभाव डाल सकता हूं। फिर चाहे वो मार्शल आर्ट्स के जरिए आए या किसी अन्य तरीके से।”