एड्रियानो मोरेस Vs. युया वाकामत्सु: ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच में जीत के 4 तरीके
ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड चैंपियन एड्रियानो मोरेस ने अभी तक कई कठिन चुनौतियों को पार किया है, लेकिन उनके अगले प्रतिद्वंदी दुनिया के सबसे खतरनाक स्ट्राइकर्स में से एक हैं।
शनिवार, 26 मार्च को ONE X: ग्रैंड फिनाले में ब्राजीलियाई एथलीट को युया वाकामत्सु के खिलाफ अपनी बेल्ट को डिफेंड करना होगा और जापानी एथलीट की पावर “मिकीन्यो” के सामने बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकती है।
इस मुकाबले में बहुत कुछ दांव पर लगा होगा। एक तरफ मोरेस ONE के इतिहास के सबसे डोमिनेंट चैंपियन के रूप में अपनी विरासत को आगे बढ़ाना चाहेंगे, वहीं “लिटल पिरान्हा” का मानना है कि ये एक नए युग की शुरुआत होगी।
ONE X की शुरुआत होने ही वाली है और उससे पहले यहां जानिए मोरेस बनाम वाकामत्सु मैच किन 4 तरीकों से समाप्त हो सकता है।
#1 वाकामत्सु की जबरदस्त पावर
वाकामत्सु के करियर की 15 में से 11 जीत नॉकआउट से आई हैं और इस बार भी वो अपने दमदार पंचों की मदद से नॉकआउट फिनिश करना चाहेंगे।
डिफेंडिंग चैंपियन के खिलाफ ऐसा करना उनके लिए आसान नहीं होगा, जो अपने 11 साल और 22 बाउट्स के करियर में कभी फिनिश नहीं हुए हैं, लेकिन उनके चैलेंजर के हाथों में इतनी ताकत है जो क्षण भर में किसी भी फाइट को फिनिश कर सकती है।
“लिटल पिरान्हा” अपने ब्राजीलियाई विरोधी से लंबाई में छोटे हैं, लेकिन उन्हें फेक मूव्स लगाने में महारत हासिल है और अपने खतरनाक राइट हैंड की मदद से बढ़त बनाना अच्छे से जानते हैं।
उनका लेफ्ट हुक भी प्रभावशाली साबित होता आया है, जिसका इस्तेमाल वो आगे आकर मैच फिनिशिंग शॉट लगाने के लिए करते हैं। अगर मोरेस ने थोड़ी भी जल्दबाजी दिखाई तो वाकामत्सु लेफ्ट हुक लगाकर अपने विरोधी को झकझोर सकते हैं।
5 राउंड्स के एक्शन के दौरान जापानी एथलीट को मोरेस द्वारा केवल एक गलती का इंतज़ार होगा और अपनी शानदार कंडीशनिंग की मदद से वो आखिरी समय तक अपने प्रतिद्वंदी पर दबाव बनाए रख सकते हैं।
#2 मोरेस की लंबी रीच और मूवमेंट
मोरेस को अपनी ग्रैपलिंग स्किल्स के लिए जाना जाता है, लेकिन उनका स्ट्राइकिंग गेम भी कमजोर नहीं है, जो वाकामत्सु के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है।
“मिकीन्यो” अभी तक अपनी शानदार मूवमेंट की मदद से आक्रामक फाइटर्स को बढ़त बनाने से रोकते आए हैं और इस दौरान वो लॉन्ग स्ट्रेट पंच लगाकर अपने विरोधी को खुद से दूर रख सकते हैं।
उन्हें लॉन्ग रेंज किक्स के अलावा पैर और बॉडी पर राउंड किक्स लगाना भी पसंद है। अन्य स्ट्राइकर्स से उलट मोरेस टेकडाउन के डर से इन स्ट्राइक्स को लगाने से पीछे नहीं हटते।
अगर डिफेंडिंग चैंपियन अपने चैलेंजर को निराश कर उन्हें आगे आने पर मजबूर कर पाए तो उनका अपरकट तुरंत फाइट को फिनिश कर सकता है। ठीक वैसा ही जैसा उन्होंने डिमिट्रियस जॉनसन के खिलाफ करते हुए अपने करियर की सबसे बड़ी जीत हासिल की थी।
#3 अपने विरोधी के आगे आने पर खतरनाक शॉट्स लगाते हैं वाकामत्सु
अगर वाकामत्सु सब्र से काम लेकर अटैक करने के मौके तलाशने की रणनीति अपनाते हैं तो मोरेस को मजबूरन ग्रैपलिंग मूव्स लगाने के लिए आगे आना पड़ सकता है, जिससे जापानी स्टार को खतरनाक शॉट्स लगाने का मौका जरूर मिलेगा।
चैलेंजर का टेकडाउन डिफेंस बहुत अच्छा है, जो अपने ONE करियर में अभी तक 40 में से 30 टेकडाउंस को विफल कर चुके हैं और उन्हें अपने विरोधियों की ग्रैपलिंग स्किल्स को उन्हीं के खिलाफ इस्तेमाल करने में भी मजा आता है।
जो एथलीट आगे आकर अटैक करने की कोशिश करता है, “लिटल पिरान्हा” को उन्हें दमदार लो किक्स लगाना पसंद है और इस स्थिति में उनके विरोधी के लिए खुद को डिफेंड कर पाना बहुत मुश्किल होता है।
वहीं वो अपने गार्ड को नीचे रखते हुए अंडरहुक्स लगाने के मौके तलाश रहे होते हैं, यानि अपने विरोधी के एक कदम आने पर वो अपरकट्स लगाने के लिए पहले से तैयार रहेंगे।
मोरेस के करीब आने पर वाकामत्सु नी और एल्बो स्ट्राइक्स से भी अपने विरोधी को क्षति पहुंचा सकते हैं। यानि BJJ ब्लैक बेल्ट होल्डर के लिए इस मुकाबले में टेकडाउन स्कोर कर पाना बिल्कुल भी आसान नहीं होगा।
#4 मोरेस की चोकिंग स्किल्स
ग्राउंड गेम में आने के बाद मोरेस बहुत खतरनाक फाइटर बन जाते हैं, जिससे वाकामत्सु के लिए भी बच पाना बहुत मुश्किल होगा।
ब्राजीलियाई एथलीट का टॉप गेम शानदार है और वो निरंतर पोजिशंस बदलते हुए अपने विरोधी की मुश्किल बढ़ाते रहते हैं।
अगर वाकामत्सु किसी तरह बच निकलने में सफल भी रहे तो भी उनकी मुश्किल कम नहीं होगी। जैसे ही कोई फाइटर बच निकलने की प्रक्रिया के दौरान टर्टल पोजिशन या अपने घुटनों पर होता है, ठीक उसी समय “मिकीन्यो” बहुत तेजी से मूव करते हुए बैक कंट्रोल प्राप्त कर लेते हैं।
इस तरह की पोजिशंस में चोक लगाना आसान होता है और मोरेस ने आज तक रीयर-नेकेड चोकड़, डार्स और गिलोटीन चोक से कई बड़े मुकाबलों को जीता है।