अगिलान थानी के BJJ कोच ने अपने विद्यार्थी के साथ संबंध के बारे में बताया
अगिलान “एलिगेटर” थानी के ONE Championship डेब्यू से ही ब्रूनो “ब्रूनिनियो” बारबोसा उनके साथ रहे हैं। थानी को दुनिया के सबसे अच्छे वेल्टरवेट में से एक बनाने के पीछे उनका बड़ा हाथ है।
मलेशिया के कुआलालंपुर में स्थित Monarchy MMA के ब्राजीलियन जिउ-जित्सु (BJJ) कोच की मदद से थानी मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में आगे बढ़े। बारबोसा ने अपने विद्यार्थी को कई सारे सबमिशंस सिखाकर उन्हें ताकतवर ग्रैपलर बनाया है।
“ब्रूनिनियो” असल में “एलिगेटर” के कोच से बढ़कर हैं। वो थानी के दोस्त, मेंटर और सहयोगी हैं, जिसने 24 वर्षीय स्टार की मुश्किलों और इस खेल में भविष्य को लेकर काफी मदद की है।
अब थानी शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ हैं और कोच मानते हैं कि वो अपने टैलेंट और काम को लेकर लगन की मदद से ग्लोबल स्टेज पर आगे बढ़ते जाएंगे।
अपने इंटरव्यू में इस ब्राजीलियन ने बताया कि वो मलेशियाई हीरो के इतने करीबी कैसे बने। इसके अलावा उनकी पिछले कुछ सालों में थानी के सुधार को लेकर क्या राय है और क्यों वो अभी नई ऊंचाइयों पर पहुंचने की स्थिति में हैं।
ONE Championship: अगिलान थानी को क्या अनोखा बनाता है?
ब्रूनो बारबोसा: एक चीज़ जो अगिलान को सारे लोगों से अलग बनाती है, वो है कठोर परिश्रम। मैं उन्हें 2013 से जानता हूँ जब मैं पहली बार मलेशिया आया था, वो हमेशा ही सुधार करना चाहते थे।
उनकी मानसिकता फाइटर्स से पूरी तरह अलग है। कुछ एथलीट थकने के बाद ट्रेनिंग करना बंद कर देते हैं लेकिन वो उस स्थिति में आने के बाद भी नहीं रुकते।
- अगिलान थानी मलेशिया के बाहर जाकर अपनी स्किल्स को अलग स्तर पर लेकर जाएंगे
- अगिलान थानी 2019 के मुश्किल वक्त के बाद भविष्य की ओर बढ़ते दिख रहे हैं
- वह कोच जिन्होंने अगिलान थानी के जीवन को दिशा दी
ONE: आपको कैसा लगता है जब आपका नौसिखिया स्टूडेंट ग्लोबल स्टेज पर शीर्ष प्रतियोगी बन जाता है?
ब्रूनो: काफी अच्छा महसूस होता है। इसके पीछे उपलब्धि जैसी अनुभूति मिलती है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने BJJ स्टूडेंट्स की तरह मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स मैच में अगिलान के कॉर्नर में खड़ा रहना हमेशा अच्छा लगता है।
वातावरण शानदार रहता है और अंतिम हफ्ते तक पूरा कैम्प काफी अहम रहता है। ट्रेनिंग कैम्प में आने के बाद आप उन्हें एक भूखे एथलीट में बदलते हुए देख सकते हैं। ये देखकर अच्छा लगता है क्योंकि कैम्प के दौरान वो फाइट तक सर्वश्रेष्ठ बनने की कोशिश करते हैं।
अगिलान एक खास व्यक्ति हैं। हम उन्हें जिम में एक बच्चा बुलाते थे लेकिन अब वो छोटे नहीं रहे (हंसते हुए)। वो मेरे सबसे खास विद्यार्थियों में से एक है क्योंकि न सिर्फ वो चीज़ों को जल्दी सीख लेते हैं बल्कि [मैंने और समीर मराबेट, Monarchy के सह-संस्थापक और कोच] ने उनसे बहुत कुछ सीखा है।
हमने उन्हें हारते हुए देखा है और ये हमारे लिए काफी मुश्किल था लेकिन वो हमेशा साबित करना चाहते थे कि वो लड़ सकते हैं। जब वो हारते थे, तो वे अकेले नहीं हारते थे, हम भी हारते थे क्योंकि हम उनकी तैयारी का हिस्सा बनते थे।
ONE: क्या आप बता सकते हैं कि कैसे उन्होंने विकास किया है?
ब्रूनो: मैंने उनके साथ काफी साल गुजारे हैं और वो बहुत जल्दी चीज़ों को सीख जाते हैं।
मैंने उन्हें 5 सालों पहले वाइट से ब्राउन बेल्ट तक सिखाया है। वो पहले दिन जैसे ही सीखते रहे। सबसे बड़ी बात ये है कि वो हमेशा ही परिस्थितियों का अलग-अलग तरीकों से सामना करने का प्रयास करते हैं।
उदाहरण के लिए, अगर मैं उन्हें एक पोजिशन से निकलने के लिए तरीके सिखा रहा हूँ तो वो ये जरूर सीखेंगे लेकिन इसके अलावा और तरीके ढूंढने की कोशिश करेंगे। मैंने पहले भी कहा कि मैं उनसे भी सीखता हूँ।
ONE: पिछले कुछ सालों से उन्हें चोट से गुजरते हुए देखना कितना मुश्किल था?
ब्रूनो: मुझे पता था कि उनकी शारीरिक स्थिति खराब होते जा रही थी और उन्हें मुश्किलें भी हो रही थी लेकिन मैं हमेशा परिस्थितियों को देखकर उनके निर्णय का समर्थन करता हूँ।
उस समय वो ट्रेनिंग के दौरान हमेशा बोलते रहे कि उन्हें अच्छा महसूस हो रहा है लेकिन सर्कल में आप अलग अगिलान को देख सकते थे। जो लोग सालों से उन्हें देख रहे हैं, उन्हें पता होगा वो काफी अलग “एलिगेटर” बन चुके हैं। उदाहरण के लिए, वो टेकडाउन नहीं ले सकते जो उन्हें उनकी फाइट में काफी मदद सकता है।
ONE: उस समय आपकी उनके लिए सलाह क्या थी?
ब्रूनो: वो एक सख्त व्यक्ति है और कभी हार नहीं मानते। मैंने उनसे कहा: “अगर तुम वापसी करना और अपनी पुरानी फॉर्म में आना चाहते हो तो तुम अपने शरीर का सम्मान करो और उसका ध्यान रखो। तुम्हें जो करना है वो करना है, फिर तुम वापसी कर पाओगे।”
चोट का सामना करना आसान नहीं है लेकिन ये जानना जरूरी है कि इसका सबसे अच्छा समाधान आराम की प्रक्रिया है।
उनकी चिंता सर्जरी के बाद लंबे समय तक न हिस्सा लेने की नहीं थी। वो स्पॉन्सर्स और दूसरी चीज़ों को लेकर चोट के दौरान चिंतित थे। उन्होंने मुझे कहा कि उन्हें उनके पैसों की जरूरत है क्योंकि उन्हें किराए और खाने के लिए भुगतान करना है।
ONE: क्या आपने ऐसी परिस्थिति का अनुभव उनके साथ साझा किया जिससे उन्हें अच्छा महसूस हो?
ब्रूनो: हां, ऐसा मेरा साथ भी हुआ, जब मैं सिर्फ 23 साल का था। एक डॉक्टर ने मुझे कहा था कि मुझे दोनों घुटनों में सर्जरी की जरूरत है लेकिन मुझे भी अगिलान जैसी ही परेशानी थी। मैंने डॉक्टर की सलाह मानी और इससे मुझे मदद मिली।
ONE: पिछला साल काफी अलग था, उनके सामने कुछ मुश्किल मैच थे लेकिन उन्होंने दो बड़ी जीत दर्ज की। किस चीज़ ने अंतर बनाया?
ब्रूनो: सबसे बड़ा सुधार जो मैंने देखा, वो था अनुशासन। ऐसा नहीं था कि वो पहले अनुशासित नहीं थे लेकिन फिर वो चीज़ों को चतुराई से उपयोग करने में सफल रहे।
अगिलान एक ऐसे व्यक्ति थे, जो सबसे पहले जिम में आते थे और सबसे आखिरी में जाते थे। कॉनराडो [फर्लांन, मोनार्की के स्ट्राइकिंग, स्ट्रेंथ और कंडिशनिंग कोच] ने उन्हें एक नया प्रोग्राम दिया और उन्होंने इसका पालन किया।
अब जब कॉनराडो उन्हें ट्रेनिंग करने के लिए नहीं कहते हैं तो वे ट्रेनिंग नहीं करते हैं। वो अब अपना सही तरह से ध्यान रख रहे हैं और ये अनुशासन की वजह से है। उन्होंने मानसिक और शारीरिक रूप से काफी सुधार किया है। उनकी जीत पर सब आसान लगता है लेकिन जब वो हारते हैं तो ये उनके साथ रहने का समय होता है।
ONE: आप उनके पिछले साल के प्रदर्शन को कैसे रेट करेंगे?
ब्रूनो: वो पूरी तरह नए अगिलान हैं और मेरे लिए वो सामान्य स्थिति में आ गए हैं। उनकी ग्रैपलिंग की परीक्षा कुछ बड़े और मुश्किल मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स एथलीट्स के साथ हो चुकी है।
मैं उनका BJJ कोच हूँ और मेरा काम उनकी गलतियों को ढूंढना और हल निकालना है। अब तक वो साधारण रूप से ट्रेनिंग करने में सफल रहे हैं। कॉनराडो को उनके ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए खास तौर पर धन्यवाद और अगिलान को भी उनके अनुशासन के लिए धन्यवाद।
ONE: इस साल वेल्टरवेट डिविज़न में उनके लिए क्या संभावनाएं हैं?
ब्रूनो: उनकी संभावनाएं काफी ज्यादा हैं लेकिन हम जल्दबाजी नहीं करना चाहते।
ONE: क्या आप अगिलान और दूसरे विद्यार्थियों के लिए पिता के रूप में खुद को देखते हो? मैट पर इस प्रकार के रिलेशन को कायम रखना कितना जरूरी है?
ब्रूनो: हां, मैं खुद को बहुत लोगों के लिए पिता मानता हूँ और मुझे अच्छा लगता है। मुझे पसंद है क्योंकि मैं उनका आदर करने की कोशिश करता हूँ और वो मेरा आदर करते हैं।
कोच होना आसान नहीं है क्योंकि आप एक एथलीट के जीवन के बारे में जरूरत से ज्यादा जान लेते हैं। आपको उनका दर्द महसूस होता है, हमने काफी समय साथ गुजारा है और मेरे लिए तो ये असंभव है कि हमारा पिता और बेटा का रिश्ता न हो क्योंकि आप उनके लिए सबसे अच्छा चाहते हैं।
अगर वे हारते हैं तो उन्हें बुरा लगता है और तुम्हें उन्हें हौसला देना पड़ता है। अगर वे जीतते हैं तो तुम्हें उनके साथ सेलेब्रेट करना पड़ता है। बहुत कुछ होता रहता है और तुम्हें वहां रखकर ध्यान रखना होता है कि एथलीट सामान्य जीवन और एथलेटिक जीवन में अंदर और जिम के बाहर सही तरह से संतुलन बना पाए।
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