ONE 167 में MMA डेब्यू से पहले केड रुओटोलो के ट्रेनिंग कैंप पर एक नजर
मौजूदा ONE लाइटवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियन केड रुओटोलो अपने बहुप्रतीक्षित MMA डेब्यू की तैयारी में अपने सभी हथियारों को पैना कर रहे हैं।
8 जून को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के इम्पैक्ट एरीना में आयोजित होने वाले ONE 167: Tawanchai vs. Nattawut II में 21 वर्षीय ब्राजीलियन जिउ-जित्सु (BJJ) सनसनी 4-औंस के ग्लव्स पहनकर हवाईयन फाइटर ब्लेक कूपर से भिड़ेंगे।
BJJ में उनकी उपलब्धियों की लंबी सूची और दुनिया के टॉप पाउंड-फोर-पाउंड ग्रैपलर्स में से एक के रूप में उनकी स्थिति को देखते हुए रुओटोलो के MMA में आने से स्वाभाविक रूप से दुनिया भर के मार्शल आर्ट्स प्रशंसकों का ध्यान आकर्षित हुआ है।
रुओटोलो ने सैन डिएगो, कैलिफोर्निया के प्रसिद्ध Atos Academy में अपने ग्राउंड गेम पर काम करना जारी रखा है, लेकिन उन्होंने अपनी MMA और स्ट्राइकिंग ट्रेनिंग के लिए Classic Fight Team में टायलर वॉम्बल्स और Combat Submission Wrestling में प्रसिद्ध MMA दिग्गज एरिक पॉलसन को जॉइन किया है।
खेल के शुरुआती सितारों में से एक और अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक सम्मानित कोच पॉलसन कैच रेसलिंग की पृष्ठभूमि से आते हैं। एक रेसलिंग कला जो BJJ जैसी है लेकिन टेकडाउन, पिनिंग और अनोखे लेग लॉक पर अधिक जोर देती है।
BJJ के एक आधुनिक एथलीट के रूप में रुओटोलो ने onefc.com से बात करते हुए स्वीकार किया कि उन्हें शुरू में पॉलसन के सिखाने के तरीकों को लेकर आश्वस्त नहीं थे:
“पहली बार जब मैं एरिक पॉलसन के साथ ट्रेनिंग करने गया, तब हमने लेग लॉक्स पर काम किया। तब मैं सोच रहा था और ये मैं बहुत सम्मानजनक तरीके से कह रहा हूं कि ये एक नया युग है।
“मैं और मेरा भाई, हम हमेशा से बहुत खुले विचारों वाले रहे हैं, लेकिन जब लेग लॉक की बात आती है तो मैं कहता हूं, आजकल लेग लॉक के कई स्पेशलिस्ट्स हैं और डिफेंस और न जाने क्या क्या…”
दरअसल, रुओटोलो और उनके जुड़वां भाई मौजूदा ONE वेल्टरवेट सबमिशन ग्रैंपलिंग वर्ल्ड चैंपियन टाय रुओटोलो ग्रैपलिंग के दो सबसे समझदार लेग लॉक लगाने वाले एथलीट्स में शामिल हैं।
उदाहरण के लिए, केड ने इनसाइड हील हुक्स से ADCC वर्ल्ड चैंपियनशिप और अपने ONE वर्ल्ड टाइटल को जीता था।
हालांकि, लाइटवेट सबमिशन ग्रैपलिंग किंग का कहना है कि पॉलसन ने सबमिशन के लिए अपने कैच रेसलिंग दृष्टिकोण से उनके दिमाग को नए विचारों के लिए खोल दिया:
“उन्होंने मुझे तीन तकनीकें दिखाईं जो मैंने पहले कभी नहीं देखी थीं, जिससे मेरा दिमाग चकरा गया, जिन्हें मैं अब ट्रेनिंग में उपयोग कर रहा हूं।
“वो वास्तव में एक सच्चे लैजेंड हैं। उनके दिमाग में बहुत सारी तकनीकें हैं। और यही कारण है कि जिउ-जित्सु में खुला दिमाग रखना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे आपको बहुत फायदा हो सकता है।”
रुओटोलो के अनुसार कैच रेसलिंग सबमिशन ग्रैपलिंग के विकास में अगला कदम हो सकता है और ये कुछ ऐसा है जिसे वो इस साल के अंत में प्रतिष्ठित ADCC वर्ल्ड चैंपियनशिप में और अधिक देखने की उम्मीद करते हैं।
उन्होंने बताया:
“हम देख सकते हैं कि ADCC में कैच रेसलिंग की ओर झुकाव आ रहा है। पहले आप एक स्पेशलिस्ट या एक गार्ड वाले एथलीट होने से बच जाते थे, लेकिन अब हर ADCC में हम अधिक से अधिक देख पा रहे हैं कि रेसलिंग कितनी महत्वपूर्ण बनती जा रही है।
“यदि आपके पास अच्छी रेसलिंग नहीं है तो आप हार भी सकते हैं। कैच रेसलिंग ADCC जैसे प्रारूप के लिए प्रशिक्षित होने का एक बहुत अच्छा तरीका है, जहां आप वास्तव में रेसलिंग पर ध्यान केंद्रित करते हैं लेकिन फिर भी अपने सबमिशन पर काम कर रहे होते हैं।”
MMA पर रुओटोलो का बयान: ‘जिउ-जित्सु रेसलिंग के बिना काम नहीं करता’
जाहिर है केड रुओटोलो ONE 167 में ब्लेक कूपर के साथ मुकाबले से पहले अपने स्ट्राइकिंग, ग्राउंड-एंड-पाउंड और पूरे MMA गेम पर लगन से काम कर रहे हैं।
हालांकि, BJJ में उनकी पृष्ठभूमि को देखते हुए जीत के लिए उनकी सबसे आसान और तेज राह ग्राउंड पर सबमिशन है।
रुओटोलो उस आकलन से सहमत हैं, लेकिन जब तक वो अपनी बेहतरीन रेसलिंग का उपयोग कर फाइट को कैनवास पर नहीं ले जाते, उनका विश्वस्तरीय सबमिशन कौशल किसी काम नहीं आएगा।
उनका कहना है कि BJJ से MMA में जाने के लिए रेसलिंग बेहद महत्वपूर्ण होगी:
“यदि आपके पास रेसलिंग नहीं है तो जिउ-जित्सु में ब्लैक बेल्ट होने का MMA में कोई मतलब नहीं है। सच कहूं तो इसका मतलब उल्टा है।
“यदि आप जिउ-जित्सु फाइटर हैं और आपकी रेसलिंग अच्छी नहीं है और आप MMA में लड़ने की योजना बना रहे हैं तो बेहतर होगा कि आप हाई स्कूल रेसलिंग की क्लास में जाएं, चाहे आप किसी भी रेसलिंग क्लास में जाएं। ये पहली बात है क्योंकि जिउ-जित्सु रेसलिंग के बिना काम नहीं करता है।”