पूरी जिंदगी मुश्किलों से जूझते रहने के बावजूद जोश टोना ने कभी हार ना मानने का प्रण लिया
जोश “टाइमबॉम्ब” टोना उस लम्हे से केवल एक हफ्ते दूर हैं, जो उन्हें पूरी दुनिया में नई पहचान दिला सकता है।
9 अक्टूबर को ONE: REIGN OF DYNASTIES में ऑस्ट्रेलियाई स्टार 2-स्पोर्ट ONE वर्ल्ड चैंपियन सैम-ए गैयानघादाओ को उनके ONE स्ट्रॉवेट मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल के लिए चुनौती देने वाले हैं।
32 वर्षीय टोना इस वर्ल्ड टाइटल मैच के महत्व को अच्छे से समझते हैं। ये एक जीत उनकी जिंदगी को नया रूप और युवाओं को भी प्रेरणा दे सकती है।
इससे पहले “टाइमबॉम्ब” रिंग में उतरें, यहां आप उनके शानदार सफर के बारे में जान सकते हैं कि किस तरह वो इस मुकाम तक पहुंच सके हैं।
बचपन में देखा सॉकर प्लेयर बनने का सपना
टोना का जन्म ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा में हुआ और वो पले-बढ़े भी वहीं। जब उनकी उम्र केवल 1 साल थी तो उनके माता-पिता का तलाक हो गया था, लेकिन थोड़े समय बाद ही दोनों ने दूसरी शादी कर ली थी।
इन सब चीजों को युवा टोना पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा, जो शुरुआत में अपनी मां के साथ रहते थे।
उन्होंने कहा, “वो चीजें मेरे लिए असामान्य बिल्कुल भी नहीं थीं।”
“मैं हर हफ्ते अपने दादा-दादी के घर जाकर अपने पिता से मिलता और हर एक वीकेंड पर उनके साथ मस्ती करता था। वो शहर में इधर से उधर शिफ्ट होते रहते थे, लेकिन इन सब बातों ने मुझे ज्यादा परेशान नहीं किया।”
टोना अपने माता-पिता, अपने सौतेले माता-पिता और खासतौर पर अपने कज़िन एडम के बेहद करीब रहे हैं, जो उनसे उम्र में 5 साल बड़े हैं। एडम सॉकर प्लेयर थे जो अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए इंग्लैंड गए थे।
यहीं से टोना ने भी अपने बचपन में एक सपना देखा।
उन्होंने कहा, “मेरे कज़िन भाई सॉकर में बहुत सफल खिलाड़ी बनते जा रहे थे और मुझे भी एक सॉकर प्लेयर ही बनना था।”
“जब वो साउथैम्पटन के खिलाफ एक ट्रायल के लिए जा रहे थे तो इसके प्रति मेरी भी दिलचस्पी बढ़ी। वो बड़े प्रशिक्षण के लिए इंग्लैंड चले गए और उन्हें एयरपोर्ट से जाता हुआ देख मैं सोच रहा था कि, ‘मुझे भी एक सॉकर प्लेयर बनना है।’
“मुझे मैनचेस्टर यूनाइटेड बहुत पसंद है, इसलिए जब वो इंग्लैंड गए तो मैंने भी सोचा, ‘मुझे भी यही करना है।”’
म्यूजिक में हाथ आजमाए
हाई स्कूल की पढ़ाई शुरू होने के समय तक टोना के लिए सॉकर प्लेयर बनने का सपना अब बीती बात हो चुकी थी और अब वो एक रॉकस्टार बनना चाहते थे।
वो अमेरिकी बैंड Blink-182 के बड़े फैन रहे हैं और 15 साल की उम्र में वो अपने कुछ दोस्तों के साथ कैनबरा में हुए एक लाइव कॉन्सर्ट को देखने गए। बैंड के गिटारिस्ट टॉम डीलॉन्ज से मुलाकात ने उनके लिए इस कॉन्सर्ट को और भी यादगार बना दिया था।
टोना ने बताया, “वो दूसरे बैंड को परफ़ॉर्म करते हुए देख रहे थे और इसी बीच मेरी उनसे मुलाकात हुई। हम कॉन्सर्ट से घर वापस आए और 15-20 किलोमीटर की दूसरी को तय करने में हमें 3 घंटे का समय लगा, लेकिन हम बहुत खुश भी थे।”
उस मुलाकात के बाद टोना अपने दोस्तों के साथ मिलकर एक बैंड की स्थापना करना चाहते थे। ग्रुप को उन्होंने Saving Tomorrow नाम दिया। वो Blink-182 और Story of The Year की आवाज को मिलाकर अपना म्यूजिक तैयार कर रहे थे।
Saving Tomorrow को क्षेत्रीय स्तर पर सफलता मिली और वो शहर के बार्स (शराब पीने की जगह) में परफ़ॉर्म कर रहे थे और Story of The Year के “And The Hero Will Drown” जैसे गाने गा रहे थे। टोना गिटार बजाते और अपने दोस्तों के साथ ये काम कर उन्हें मजा आ रहा था और उन्हें ऐसा लग रहा था कि वो इसमें सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
लेकिन करीब डेढ़ साल बाद “टाइमबॉम्ब” को बैंड से बेदखल कर दिया गया।
उन्होंने बताया, “मैं छुट्टी पर गया था और इस दौरान मेरे दोस्त नियमित रूप से अभ्यास करते रहे और उन्होंने स्पष्ट शब्दों में मुझसे कहा कि मेरे लिए अब बैंड में कोई जगह नहीं है। मैं काफी निराश हुआ क्योंकि मेरे दोस्तों ने ही मुझे बैंड से बेदखल कर दिया था।”
टोना ने म्यूजिक छोड़ एक बड़े सपने की ओर आगे बढ़ना शुरू कर दिया।
‘इतना डर मुझे अपने जीवन में कभी नहीं लगा’
टोना जब 17 साल के थे तब वो एक पार्टी में गए, जिसमें करीब 100 बच्चे मौजूद थे। वहां का माहौल इतना खराब था कि हर 10 मिनट में कोई नई लड़ाई शुरू हो जा रही थी।
इसी बीच टोना भी एक शरारती तत्व का निशाना बन बैठे।
उन्होंने बताया, “वहां एक बेवकूफ़ लड़का मुझसे बहस करने लगा और मैं इससे पहले कभी किसी लड़ाई-झगड़े में पड़ा नहीं था। वो मुझे लगातार धक्का दे रहा था और मैं काफी डरा हुआ भी महसूस करने लगा था।”
“मैं वहीं खड़ी एक लड़की के पीछे जा छुपा और उस लड़की के साथ मिलकर कुछ और लोगों ने मामले को शांत कराया, लेकिन बाद में उसने माफी भी मांगी थी। 15 मिनट बाद वो एक बार फिर उसी व्यवहार पर उतर आया और दोबारा मुझे धक्का देने लगा। इसलिए मैं वहां से बाहर चला गया।
“मैं बहुत डर चुका था और इतना डरा हुआ मैंने कभी जिंदगी में महसूस नहीं किया था।”
उससे अगले दिन टोना अपने पिता से नाइटक्लब में मिले, जो वहां एक बाउंसर की नौकरी करते थे और टोना ने अपनी आपबीती उन्हें सुनाई। उनके पिता उन्हें अपने दोस्त जॉन वेरन के पास ले गए जो एक मॉय थाई और किकबॉक्सिंग कोच थे और उस समय क्लब में ही मौजूद थे।
टोना की इसमें कोई दिलचस्पी नहीं थी और 6 महीने तक वो वेरन के Bulldog Gym के आसपार भी भटकते नजर नहीं आए। लेकिन उसके बाद जैसे ही वो जिम में गए उन्हें इस खेल से लगाव होने लगा।
टोना ने कहा, “मैं अपने दोस्त के साथ वहां गया और पहले ही दिन मैं इससे बहुत प्रभावित हुआ।”
“मेरा दोस्त खुद को चोटिल कर बैठा और वो अगले दिन जिम में वापस नहीं आया। मैं कार पार्किंग की जगह पर अकेला बैठा सोच रहा था कि मैं अकेला ये सब कैसे करूंगा क्योंकि मेरे पास कोई ट्रेनिंग पार्टनर नहीं है। लेकिन मैंने हिम्मत बांधी और 6 महीने तक लगातार ट्रेनिंग की।”
इस दौरान टोना की दोस्ती भविष्य के किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन बेन एडवर्ड्स से हुई। एडवर्ड्स को रिंग में उतरता देख उनके मन में भी एक प्रोफेशनल एथलीट बनने की इच्छा जागृत होने लगी थी।
2006 में 6 महीने की ट्रेनिंग के बाद “टाइमबॉम्ब” ने अपना डेब्यू किया और धमाकेदार जीत दर्ज की। वो ना केवल अपने प्रतिद्वंदी से 10 सेंटीमीटर छोटे थे बल्कि उनका वजन भी काफी कम था। लेकिन वो उस डिविजन में ज्यादा कपड़े पहनकर और अपनी जेब में फालतू चीजें रखकर किसी तरह डिविजन का हिस्सा बने।
टोना ने कहा, “मुझे अभी भी याद है कि वो अपने ट्रेनर को देखकर हंस रहा था और उसे लग रहा था कि मैं उसके लिए एक आसान शिकार हूं।”
“वो काफी लंबे थे, मैंने उनकी शिन (घुटने के नीचे का हिस्सा) को देख सोचा कि इससे जरूर मुझे बहुत चोट पहुंचने वाली है। लेकिन मैं शानदार प्रदर्शन करने को बेताब था और फ्रंटफुट पर रहकर उन्हें खूब क्षति पहुंचाना चाहता था। मैंने उन्हें सभी राउंड्स में कम से कम एक-एक बार नॉकडाउन भी किया लेकिन अंत में फैसला जजों को ही सुनाना था।”
उसी जीत के बाद टोना को एडवर्ड्स ने “टाइमबॉम्ब” नाम दिया और उन्हें भविष्य के लिए तैयार किया।
- कैसे मॉय थाई से गरीबी को हराकर महान बने सैम-ए गैयानघादाओ
- ONE: REIGN OF DYNASTIES के स्टार्स के सबसे शानदार नॉकआउट्स
- टोइवोनन के खिलाफ मैच से पहले मैकलेरन ने खुद में काफी सुधार कर लिया है
मानसिक क्षति पहुंची
2009 में टोना अपने मॉय थाई गेम में सुधार करने के साथ-साथ क्षेत्रीय टूर्नामेंट्स में भी भाग ले रहे थे, जिससे भविष्य में उन्हें K-1 में जगह मिल सके।
लेकिन उसी साल फरवरी में एक बड़ी मुसीबत आ खड़ी हुई।
“टाइमबॉम्ब” अपनी बॉडी पर टैटू गुदवाने के लिए टैटू पार्लर गए लेकिन इसी दौरान उन्हें अपने पिता का फोन आया और उन्हें नाइटक्लब में बुलाया। उनके पिता ने उन्हें दुखभरी खबर सुनाते हुए कहा कि उनके कोच वेरन की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई है।
इस खबर ने टोना को भीतर तक झकझोर कर रख दिया।
टोना ने कहा, “किसी की मौत पर इससे पहले मैं कभी नहीं रोया, लेकिन इस बार कई दिनों तक मेरे आंसू नहीं रुक रहे थे। ऐसा लग रहा था जैसे मेरे पिता समान व्यक्ति की मौत हो गई है।”
उस समय टोना और एडवर्ड्स अपने अगले टाइटल मैचों की तैयारी कर रहे थे। टोना एक क्षेत्रीय स्तर की चैंपियनशिप तो एडवर्ड्स अपनी पहली वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतने की तैयारी में थे।
जिम का कार्यभार जेमी मैकक्वाग ने संभाला, कुछ बदलाव किए और अपने पूर्व कोच की याद में सभी एथलीट्स ने अपने-अपने मुकाबले जीते।
टोना ने कहा, “हम सभी ने कहा, ‘हम अपने कोच के लिए जीतना चाहते हैं।’ इसी प्रतिबद्धता की वजह से हमें जीत मिली। मैं वेरन को बहुत चाहता था और उन्हें बहुत याद करता हूं।”
टोना ने अगले कुछ सालों तक मैकक्वाग की निगरानी में ट्रेनिंग की, लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने Bulldog Gym को छोड़ Stockade Training Centre को जॉइन किया। इस बदलाव के बाद उन्होंने कई और चैंपियनशिप जीतीं, जिनमें 2015 ISKA वर्ल्ड टाइटल भी शामिल रहा।
इस वर्ल्ड टाइटल जीत ने उनकी K-1 में जगह बनाने की राह आसान कर दी थी।
2016 में K-1 ने एक नए डिविजन का अनावरण किया और “टाइमबॉम्ब” को 2016 K-1 वर्ल्ड ग्रां प्री फेदरवेट टूर्नामेंट में शामिल करना चाहता था।
टोना इस टूर्नामेंट में जगह बनाकर बहुत खुश थे। लेकिन क्वार्टरफाइनल मैच में वो काइटो ओजावा के खिलाफ केवल 57 सेकंड में मैच को हार बैठे।
ऑस्ट्रेलियाई एथलीट को एक नी स्ट्राइक का प्रभाव झेलना पड़ा लेकिन उससे उन्हें ज्यादा क्षति नहीं पहुंची। वो मैच के शुरू होने से पहले ही घबराए हुए महसूस करने लगे थे।
उन्होंने कहा, “मैं मैच के शुरू होने से पहले ही हार मान चुके था।”
“मैं घबराया हुआ था और उस मैच में बने रहना ही मेरे लिए बहुत कठिन था। मैंने वजन बढ़ाकर ट्रेनिंग करनी भी बंद कर दी थी।”
‘खुद से कभी हार ना मानने का वादा किया’
उस हार के बाद टोना डिप्रेशन में चले गए और ये भी तय नहीं कर पा रहे थे कि क्या उन्हें मार्शल आर्ट्स को छोड़ देना चाहिए। लेकिन उनकी पत्नी किर्स्टी ने उन्हें मनाया कि उनकी जिंदगी में मॉय थाई और किकबॉक्सिंग की जगह कोई और नहीं ले सकता।
इसलिए उन्होंने खुद को दिलासा दिया और एक बार फिर खुद पर भरोसा दिखाया।
उन्होंने कहा, “मैंने खुद से कभी हार ना मानने का वादा किया और अगर कभी मुझे हार मिली भी तो भी मैं और भी हिम्मत के साथ उठ खड़ा होने की कोशिश करूंगा।”
नई प्रतिबद्धता को साथ लिए टोना ने अपने करियर को जारी रखा और साल 2018 में एक फ्लाइवेट एथलीट के रूप में ONE Super Series को जॉइन किया।
शुरुआत में उन्हें काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिले, पहले फ्यूचर ONE फ्लाइवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन पेचडम “द बेबी शार्क” पेटयिंडी एकेडमी ने उन्हें नॉकआउट किया और उसके बाद जोसफ “द हरिकेन” लसीरी के खिलाफ जीत दर्ज की।
जनवरी 2019 में उस समय अपराजित रहे हिरोकी अकिमोटो ने उनकी कड़ी परीक्षा ली।
अभी मैच को शुरू हुए 50 सेकंड हुए थे, तभी अकिमोटो ने टोना को जबरदस्त लेफ्ट राउंडहाउस किक लगाई। रेफरी ने 10-काउंट शुरू किए, जिसने टोना को अपने K-1 के दिनों की याद दिला दी थी।
टोना ने कहा, “मैंने खुद से कहा, ‘दोबारा नहीं,’ फाइट को शुरू हुए अभी एक मिनट भी नहीं हुआ है। मैंने खुद को भरोसा दिलाया कि मैं हार नहीं मानूंगा।”
खुद पर भरोसा रखते हुए “टाइमबॉम्ब” ने मैच को जारी रखा और 2 मिनट बाद अपने प्रतिद्वंदी को दमदार क्रॉस लगाया। हालांकि, मैच में उन्हें हार मिली लेकिन इस तरह के प्रदर्शन से उनका आत्मविश्वास काफी बढ़ा।
टोना ने कहा, “मैंने ये साबित किया कि अगर कोई थोड़ा और प्रयास करे तो वो परिणाम को अपने पक्ष में मोड़ सकता है। मुझे चाहे हार ही क्यों ना मिली हो लेकिन मैंने कभी हार ना मानने का प्रण लिया था।”
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Posted by ONE Championship on Friday, February 7, 2020
इसी बात ने टोना के ONE Championship करियर को नई राह दिखाई। उन्होंने अपने रूटीन में कई बदलाव किए, जिनमें स्टीवन बिंग्ली के साथ अपनी स्ट्रेंथ और कंडिशनिंग पर ध्यान देना और Muay U में काइरन वॉल्श के साथ मिलकर अपनी तकनीक में सुधार करना भी शामिल रहा।
उन्हें कई लोगों से प्रेरणा भी मिली, जिससे उनका आत्मविश्वास और मानसिक मजबूती भी मिल रही थी। इन सभी बदलावों के बाद उन्होंने जुलाई 2019 में योशिहिसा “मैड डॉग” मोरिमोटो को हराया और फिर स्ट्रॉवेट डिविजन में जाकर फरवरी में 5 बार के मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन एंडी “पनिशर” हाओसन को पराजित किया।
अब टोना अपने करियर के सबसे बड़े मैच में लैजेंड एथलीट और ONE स्ट्रॉवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन सैम-ए गैयानघादाओ को उनके टाइटल के लिए चुनौती देने के लिए तैयार हैं।
अभी तक टोना को हर चीज में कम आंका जाता रहा है। वो सॉकर प्लेयर बनने की बात हो या फिर अपने ही बैंड से बाहर निकाला जाना। उनके बचपन के सपने अधूरे रह गए थे, लेकिन पिछले 15 साल से एक चीज हमेशा उनके साथ जुड़ी रही है और उसका नाम मार्शल आर्ट्स है।
ऑस्ट्रेलियाई स्टार अभी तक इन चुनौतियों से सबक लेते आए हैं और 9 अक्टूबर को एक जीत उनकी जिंदगी को एक नया रूप दे सकती है।
टोना ने कहा, “ये फाइट मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है और इससे कई लोगों को प्रेरणा मिल सकती है।”
ऐसी मानसिकता के साथ वो आगे बढ़ते रहे तो भविष्य में उनका ONE वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना जरूर पूरा होगा।
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