युवा पीढ़ी को प्रोत्साहित करना चाहते हैं एंडी सावर: ‘आगे बढ़ते रहो’
एंडी “सावर पावर” सावर पहले ही एक किकबॉक्सिंग लैजेंड का दर्जा प्राप्त कर चुके हैं, लेकिन वो अपनी विरासत में टाइटल्स के अलावा भी कई चीजों को जोड़ना चाहते हैं।
वो युवा पीढ़ी को दिखाना चाहते हैं कि कठिन परिश्रम कर कोई भी अपने सपनों को पूरा कर सकता है।
अभी उनका ध्यान शुक्रवार, 15 अक्टूबर को ONE: FIRST STRIKE में ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री के क्वार्टरफाइनल मैच में मरात ग्रिगोरियन के खिलाफ जीत प्राप्त करने पर है, लेकिन वो उससे भी आगे बढ़ना चाहते हैं।
उनके लिए ये प्रक्रिया भी बहुत फायदेमंद है।
सावर ने कहा, “मैं सभी को दिखाना चाहता हूं कि मेहनत आपको कहां पहुंचा सकती है।”
“मेरी उम्र 38 हो गई है और जल्द ही 39 का हो जाऊंगा। मगर मैं अभी भी टॉप पर हूं, युवा और बेस्ट फाइटर्स को कड़ी टक्कर दे रहा हूं।
“मुझे हार भी मिली तो भी फर्क नहीं पड़ेगा। मैं खुद से खुश हूं कि लोग मुझे अपने लिए प्रेरणा का स्रोत मानते हैं, खासतौर पर मेरा परिवार।”
पिछले कुछ समय में सावर ने पता लगाया कि लोग फाइटिंग गेम को अलग नजरिए से देखने लगे हैं और वो उनकी बातों से सहमत नहीं हैं। सोशल मीडिया के इस दौर में लोग तुरंत सफलता की ऊंचाइयों को छूना चाहते हैं।
मगर असल में ये प्रक्रिया उससे कहीं अधिक जटिल है।
डच स्टार ने अपनी किशोरावस्था में प्रोफेशनल किकबॉक्सिंग डेब्यू किया था और पिछले 22 सालों में उन्होंने ढेरों उपलब्धियां अपने नाम की हैं।
उन्होंने कहा, “लोग बहुत जल्दी सफलता हासिल करना चाहते हैं। उन्हें एक हफ्ते या एक महीने के अंदर चैंपियन बनना है, लेकिन उसके लिए कड़ी मेहनत लगती है।”
“ये अब आम बात हो गई है और सोशल मीडिया पर रोज ऐसा कुछ ना कुछ देखने को मिलता रहता है। मगर सफलता इतनी आसानी से नहीं मिलती, उसके लिए आपको अपने लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्ध होना पड़ता है।”
“असली उपलब्धियां असली मेहनत से ही मिलती हैं। मैं लोगों को इसी बात का अहसास करवाना चाहता हूं।”
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उन्हें 200 से अधिक प्रोफेशनल किकबॉक्सिंग बाउट्स का अनुभव है, इसके अलावा मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स और बॉक्सिंग में भी सफलता हासिल कर चुके हैं।
डच लैजेंड ने स्वीकार किया कि उनका ध्यान कई बार भटका भी है। ऐसा ही कुछ हाल ही में नए बिजनेस की शुरुआत के समय हुआ, जिसे वो फाइटिंग करियर के बाद के लिए बिल्ड करना चाहते हैं। लेकिन उसकी वजह से उनका ध्यान भटका और उन्हें लगातार मैचों में हार झेलनी पड़ी।
सावर को अहसास हुआ कि वो इस तरीके से रिटायर नहीं होना चाहते, खासतौर पर तब जब उन्हें पता हो कि उनके 2 सबसे करीबी लोग उन्हें परफॉर्म करते देख रहे होंगे।
उन्होंने कहा, “मेरे दोनों बेटे, खासतौर पर बड़ा बेटा मेरी तरह संवेदनशील है। पिछले कुछ मैचों को हारने के बाद मुझे काफी ठेस पहुंची और उसके बाद खुद से कहा कि मुझे अपने बच्चों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनना है।”
“मैं उन्हें दिखाना चाहता था कि स्थिति कैसी भी हो, हमें केवल इस जीवन में आगे बढ़ते रहना है। चाहे स्थिति खराब हो तो भी हमें चलते रहना है और ऐसा करते समय आपको 100% अपने लक्ष्य पर ध्यान देना होगा। इसलिए मैं अब एक बार फिर सर्कल में उतरने को तैयार हूं।”
ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री बेल्ट को जीतना उनके करियर की बहुत बड़ी उपलब्धि होगी और लगातार आगे बढ़ते रहने की चाह ही उन्हें बेल्ट को दिला सकती है।
Team Souwer के स्टार ने दोबारा कड़ी ट्रेनिंग शुरू की और ONE: BIG BANG में “बैम्बू स्वॉर्ड” झांग चुन्यू को सर्वसम्मत निर्णय से हराकर जीत की लय वापस हासिल की थी।
वो अपने करियर के अंतिम दौर से गुजर रहे हैं और इस शुक्रवार वो दुनिया के सबसे बड़े किकबॉक्सिंग टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करना चाहेंगे। परिणाम चाहे कुछ भी हो, लेकिन युवाओं को प्रेरित करना उनका सबसे बड़ा लक्ष्य है।
उन्होंने कहा, “मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता हूं। अगर मुझे हार भी मिली तो भी मैं एक अच्छा इंसान बन रहने की कोशिश करूंगा।”
“अगर आपने कोई लक्ष्य तैयार किया है, आप अपनी जिंदगी में कुछ हासिल करना चाहते हैं तो उसे हासिल करने के लिए कभी प्रयास करना मत छोड़िए।
“इसी वजह से मैंने कहा कि मेरा लक्ष्य केवल वर्ल्ड ग्रां प्री को जीतना नहीं है। मैं केवल अपने दिल को खुश देखना चाहता हूं।”
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