अर्जन भुल्लर: मैं यहाँ हेवीवेट चैंपियन बनने आया हूँ।
भारतीय हेवीवेट कंटेंडर अर्जन “सिंह” भुल्लर ने ONE Championship में डेब्यू करते हुए जबरदस्त जीत हासिल की। उन्होंने ONE: CENTURY PART II में अपने प्रतिद्वंदी इटली के मॉरो सेरिली को 3 राउंड तक चली बाउट में जजों के एकमत फैसले से हराया। आइए जानते हैं कि डेब्यू बाउट में जीत हासिल करने के बाद अर्जन भुल्लर ने क्या कहा।
बाउट के बारे में आपकी राय क्या है?
मैं बाउट के बाद फिट हूं, इसके लिए शुक्रगुजार हूं। भगवान की दया से बिना किसी चोट के घर जा सकता हूं। इसके अलावा ये बाउट कामयाबी भरी रही। फाइट में मार खानी पड़ती है और सामने वाले को मारना पड़ता है। हम दोनों ने फाइट के दौरान ये काफी किया। सभी जजों ने मेरे पक्ष में एकमत फैसला सुनाया, जिससे बेहद खुश हूं।
मॉरो के बारे में आप क्या सोचते हैं और किस चीज के सही जाने की वजह से आपको जीत हासिल हुई?
मॉरो बहुत ही टफ और ताकतवर हैं। उन्होंने मेरे द्वारा टेकडाउन की कोशिश को कई बार नाकाम किया। मेरे अच्छे पंच खाने के बाद भी वो लगातार आते रहे क्योंकि वो भी जीतना चाहते थे। लेकिन सौभाग्य से मेरी ट्रेनिंग और पार्टनर्स काफी अच्छे रहे। ये काम काफी मुश्किल होता है और हमे हर पल चौकन्ना रहना पड़ता है। मेरे सामने अभी ढेरों मौके हैं, और उन्हीं मौकों को भुनाने के लिए यहां आया हूं।
ये आपका डेब्यू था और भविष्य में काफी बाउट्स लड़नी हैं। अपने अगले चैलेंज के लिए आप कितना उत्साहित हैं?
मैं बहुत ही ज्यादा उत्साहित हूं। मैं यहां वर्ल्ड चैंपियन बनने के लिए आया हूं और यही मेरा गोल है। मुझे वो (टाइटल) चाहिए जो ब्रेंडन वेरा के पास है। ब्रेंडन वेरा ने फिलिपींस और वहां के लोगों के लिए जो कुछ भी किया है, वही मैं भारत और भारत के लोगों के लिए करना चाहता हूं। मैं अपने सपनों को पूरा कर खुद वर्ल्ड चैंपियन बनना चाहता हूं। इसी सपने को ध्यान में रखते हुए आगे बढूंगा।
ONE को भारत में लाने के लिए कितने उत्साहित हैं?
मैं बहुत एक्साइटेड हूं और हम सब यही कह रहे हैं। पूरी ONE Championship टीम भारत में धमाल मचा सकती है।
आप जो अस्त्र साथ लेकर आते हैं, उसके बारे में कुछ बताइए?
क्या आपने हनुमान का नाम सुना है? भगवान हनुमान का अस्त्र गदा होता है। भारत में ज्यादातर रेसलर्स को इसे ट्रॉफी के रूप में दिया जाता है और ये मुझे एक रेसलिंग टूर्नामेंट से हासिल हुआ। ये रेसलिंग के भगवान की ताकत का प्रतीक माना जाता है, यही कारण है कि इसे अपने साथ लेकर आता हूं।
इस बारे में आपकी राय क्या है कि बाउट जीतने के बाद आपको अब टाइटल शॉट मिलना चाहिए या फिर उससे पहले डिविजन के कई फाइटर्स के साथ भिड़ना चाहिए?
ये बात मैं अपने कोचों पर छोड़ रहा हूं। एक फाइटर के तौर पर यहां वर्ल्ड चैंपियन बनने आया हूं और वही मेरा सपना है। मैं भी अपना सपना पूरा करना चाहता हूं, भले ही वो अगली फाइट हो या फिर कभी बाद में। मैं जिम में रहकर हेल्दी रहूंगा और यही मेरा काम है।
यह भी पढ़ें: ONE: CENTURY PART II में अर्जन भुल्लर की डेब्यू में जीत