बिबियानो फर्नांडीस Vs. जॉन लिनेकर: बेंटमवेट वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच में जीत के 4 तरीके
बिबियानो “द फ्लैश” फर्नांडीस अपने ONE बेंटमवेट वर्ल्ड टाइटल को डिफेंड करने के लिए कमर कस चुके हैं।
शुक्रवार, 11 मार्च को ONE: LIGHTS OUT में ब्राजीलियाई स्टार को जॉन “हैंड्स ऑफ स्टोन” लिनेकर के खिलाफ अपनी चैंपियनशिप बेल्ट का बचाव करना होगा।
सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में उनकी भिड़ंत से पहले यहां आप जान सकते हैं कि ये क्लासिक ग्रैपलर vs. स्ट्राइकर मुकाबला किस तरीके से समाप्त हो सकता है।
#1 फर्नांडीस का जबरदस्त स्टैमिना
फर्नांडीस 2013 से बेंटमवेट डिविजन के टॉप स्टार्स में से एक बने हुए हैं और इस दौरान वो 6 मौकों पर चैंपियनशिप मैचों में 5 राउंड्स तक फाइटिंग कर चुके हैं। उनमें से उन्हें 5 में जीत भी मिली थी।
लिनेकर का आज तक केवल एक मुकाबला पांचवें राउंड तक चला है। हालांकि उन्हें विभाजित निर्णय से जीत मिली, लेकिन अंतिम राउंड तक उनका स्टैमिना जवाब देने लगा था।
अगर “द फ्लैश” अपने हमवतन एथलीट को ज्यादा समय तक फाइट करने के लिए मजबूर कर पाए, तब मैच का कंट्रोल उनके हाथों में जाने की अधिक संभावनाएं होंगी।
डिफेंडिंग चैंपियन अपने अगले विरोधी की पंचिंग पावर से अच्छी तरह वाकिफ हैं। चाहे उन्होंने कहा हो कि उन्हें लिनेकर के पंचों से डर नहीं लगता, लेकिन उन पंचों से उनका बचकर रहना ही सही होगा।
इसलिए फर्नांडीस जल्दबाजी में आगे आकर अटैक करने की रणनीति ना अपनाते हुए दमदार काउंटर मूव्स लगाने पर जोर दे सकते हैं। उन्हें लगातार मूवमेंट करते रहना पसंद है और इस दौरान निरंतर पंच लगाते हुए वो टेकडाउन स्कोर करने का मौका भी तलाश सकते हैं।
जल्दबाजी करने से उन्हें प्रभावशाली शॉट्स का प्रभाव झेलना पड़ सकता है। चूंकि फाइट 25 मिनट तक चलेगी, इसलिए “द फ्लैश” इस मैच को एक स्प्रिंट रेस के बजाय मैराथन समझकर अटैक करेंगे।
#2 लिनेकर के खतरनाक बॉडी अटैक्स
लिनेकर की एक सबसे खास बात ये है कि वो खतरनाक पंच लगाकर अपने विरोधी की बॉडी को क्षति पहुंचाते हैं और यही रणनीति उन्हें फर्नांडीस के खिलाफ भी बढ़त दिला सकती है।
एक तरफ “द फ्लैश” को लंबी फाइट्स का हिस्सा बनना पसंद है, वहीं “हैंड्स ऑफ स्टोन” अपने विरोधी के मिडसेक्शन पर अटैक कर उनके स्टैमिना को कमजोर करने की कोशिश कर सकते हैं।
लिनेकर को लगातार 5 राउंड तक पंच लगाने के लिए आगे आने की जरूरत नहीं है। सब्र से काम लेने पर मौके खुद उनके पास चलकर आएंगे।
फर्नांडीस की बॉडी पर अटैक कर वो 41 वर्षीय एथलीट को टेकडाउन करने से भी रोक पाएंगे।
आमतौर पर, लिनेकर के बॉडी पंचों के प्रभाव को झेलने के बाद उनके विरोधी अपने गार्ड को नीचे कर लेते हैं, जिससे “हैंड्स ऑफ स्टोन” को फाइट को फिनिश करने का मौका भी मिल सकेगा।
#3 फर्नांडीस का शानदार बैक कंट्रोल
फर्नांडीस अपने विरोधी के करीब आकर अटैक नहीं करना चाहेंगे, लेकिन कभी ना कभी उन्हें टेकडाउन करने के लिए आगे आना ही होगा।
वो दमदार राइट हैंड लगाने के बाद डबल-लेग टेकडाउन की कोशिश करते हैं और कुछ ऐसा ही वो लिनेकर के खिलाफ मैच में कर सकते हैं।
अगर वो लिनेकर को टेकडाउन कर पाए तो उनके टॉप गेम, ग्राउंड गेम और खतरनाक सबमिशन मूव्स से बच पाना “हैंड्स ऑफ स्टोन” के लिए बहुत मुश्किल हो जाएगा।
अगर लिनेकर किसी तरह ग्राउंड गेम में आने से बचे रहे, तब भी उनकी मुश्किलें कम नहीं होंगी। फर्नांडीस अक्सर बहुत तेजी के साथ बैक कंट्रोल हासिल करते हैं इसलिए फाइट के दौरान American Top Team के स्टार को इस तरह के खतरे से बचकर रहना होगा।
“द फ्लैश” क्लिंच करते हुए बैक कंट्रोल प्राप्त कर सकते हैं। वहीं लिनेकर द्वारा बच निकलने की कोशिश के दौरान डिफेंडिंग चैंपियन डोमिनेंट पोजिशन हासिल कर सकते हैं। एक बार बैक कंट्रोल हासिल करने के बाद उनके पास रीयर-नेकेड चोक लगाकर मैच को फिनिश करने का सुनहरा मौका होगा।
#4 लिनेकर का दबाव बनाने का तरीका और काउंटर्स
लिनेकर की ठोड़ी बहुत मजबूत है और वो किसी भी एथलीट पर अटैक करने से घबराते नहीं हैं, लेकिन फर्नांडीस के अनुभव के खिलाफ उन्हें अपने अटैक्स में मिश्रण करना पड़ सकता है।
उनके लिए आगे आकर अटैक करने की रणनीति कारगर साबित होती आई है, लेकिन उन्हें अच्छी मूवमेंट करते हुए “द फ्लैश” को सोचने पर मजबूर करना होगा, जिससे उनके विरोधी आगे आने पर मजबूर हो जाएं।
अपने विरोधी को आगे आता देख लिनेकर को सिर और बॉडी पर दमदार हुक्स लगाना पसंद है। ट्रॉय “प्रीटी बॉय” वर्थेन ने भी यही गलती की थी, जिन्हें खतरनाक स्ट्रेट राइट का प्रभाव झेलना पड़ा था।
दोनों एथलीट्स की स्किल्स शानदार हैं और लिनेकर पिछले 10 साल और फर्नांडीस पिछले 16 सालों से फिनिश नहीं हुए हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे ये एक लंबा मैच रह सकता है। वहीं वो चारों तरफ मूवमेंट करते हुए “द फ्लैश” को फिनिश करने के मौके तलाश सकते हैं।
अगर लिनेकर आगे आकर अटैक और कुछ मौकों पर फर्नांडीस को अपनी ओर आने पर मजबूर कर पाए, उस स्थिति में उनके पास नॉकआउट से जीत दर्ज कर वर्ल्ड चैंपियन बनने का अधिक मौका होगा।