कैसे जुड़वा भाई के साथ ने मॉरिस अबेवी को MMA में सफलता दिलवाई
मॉरिस अबेवी ONE Championship में अपनी जीत के सिलसिले को जारी रखना चाहते हैं।
शनिवार, 4 मई को ONE Fight Night 22 में उनका सामना लाइटवेट MMA मुकाबले में चीनी दिग्गज “द वॉरियर” झांग लिपेंग से होने जा रहा है।
इससे पहले कि वो थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में वापसी करें, आइए 24 वर्षीय स्टार की मार्शल आर्ट्स यात्रा पर एक नजर डालते हैं।
ज्यूरिख में पले-बढ़े
अबेवी का जन्म स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख शहर के बाहरी इलाके में हुआ था। उनका एक जुड़वा भाई जोनस और दो बड़े भाई हैं।
उनके पिता टोगो से शरणार्थी बनकर आए थे, जहां उनकी मुलाकात उनकी मां से हुई और फिर दोनों की शादी हो गई।
अपने बचपन को याद करते हुए अबेवी ने कहा:
“ज्यूरिख एक बड़ी ही शांत और सुंदर जगह है। मैं शहर के थोड़ा बाहर रहता था। मैं एक ही घर में 20 साल तक रहा।
“हम साथ-साथ फुटबॉल खेलते थे और दूसरी चीजें करते थे। मेरी खेलों में रुचि थी। मैं फुटबॉलर बनना चाहता था, लेकिन बाद में दिलचस्पी खत्म हो गई। मेरा पढ़ाई में कभी मन नहीं लगता था।”
भाई के साथ प्रतिद्वंदिता से मिला फायदा
अबेवी अपने जुड़वा भाई जोनस के साथ समय बिताते थे। लेकिन बाद में उन्हें अहसास हुआ कि उन्हें अपने भाई के साथ की वजह से जुझारुपन हासिल हुआ है।
उन्होंने बताया:
“हम एक दूसरे से लड़ते रहते थे। हम बड़े ही प्रतिस्पर्धी थे। मुझे लगता है कि मेरा भाई मुझसे बेहतर फाइटर और फुटबॉलर था, इस बात से मुझे गुस्सा आता था। मैं उनसे बेहतर बनने की कोशिश करता था।
“एक बार हम शहर में थे तो छह लड़कों ने पीटने के लिए हम पर हमला कर दिया। उन्होंने हमें मारा और ये हमारा लिए सीख थी। हमने खुद से कहा ‘ये दोबारा नहीं होने देंगे।’ अगले दिन हमने MMA जिम तलाशना शुरु कर दिया। हमें 360 Martial Arts मिला और ये हमारा पहला जिम था।”
प्रतिभा आई नजर
अबेवी की प्रतिभा जिम के पहले सेशन से ही साफ नजर आने लगी थी। दोनों भाइयों ने साथ में ट्रेनिंग की और कड़ी मेहनत करते थे। उनके पहले टूर्नामेंट में बड़ा ही खास मौका भी आया।
अबेवी ने बताया:
“करीब तीन महीने की ट्रेनिंग के बाद हमने ग्रैपलिंग टूर्नामेंट में हिस्सा लिया। ये सिर्फ सबमिशन वाला टूर्नामेंट था और मैं व मेरे भाई टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचे।
“हम फाइनल में लड़े और उन्होंने मुझे आर्मबार लगाकर हराया। वो मेरे लिए मुश्किल दिन था। मैं उनके लिए खुश था। लेकिन मैंने खुद से कहा कि मुझे और बेहतर होना होगा।”
जहां एक तरफ अबेवी के जुड़वा भाई अभी भी ट्रेनिंग करते हुए कभी-कभी मुकाबले करते हैं, लेकिन जोनस को अपने भाई जैसी दिलचस्पी कभी नहीं रही।
Tiger Muay Thai और 360 Martial Arts के एथलीट ने MMA में कामयाबी पाने के लिए पूरी ताकत लगा दी और वो दूसरी जॉब भी करने लगे ताकि उनके पास ट्रेनिंग करने के पैसे हों।
उन्होंने कहा:
“मेरे भाई को MMA से प्यार है। लेकिन वो मेरी तरह नहीं हैं कि यही उनके जीवन का उद्देश्य है। एक साल की ट्रेनिंग के बाद अहसास हुआ कि मुझे क्या करना है क्योंकि मैं इसमें बेहतर होता जा रहा था। लोगों ने कहा कि तुम अच्छा कर सकते हो।”
सफलता ने चूमे कदम
अबेवी ने प्रोफेशनल स्तर पर मुकाबले करना शुरु किया और मेहनत करते हुए सफलता पाई।
एक ही प्रोफेशनल बाउट के अनुभवी ने एक टूर्नामेंट में मुकाबला किया, जहां 10,000 यूरो जीतने का मौका था। स्विस स्टार ने पांच फिनिश हासिल कर टूर्नामेंट जीता और वो आगे की ट्रेनिंग के लिए थाईलैंड आ गए।
उन्होंने याद करते हुए बताया:
“मैं थाईलैंड चला गया है और वहां रहने लगा। ये कभी-कभी चुनौतीपूर्ण होता है क्योंकि मैं कोई ठाठ-बाट वाला जीवन नहीं जी रहा। मैं ट्रेनिंग करता हूं, खाता हूं और सोता हूं, बस यही काफी है।”
ONE के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन करने के बाद उन्हें घुटने की गंभीर चोट के चलते एक्शन से 18 महीने के लिए दूर होना पड़ा।
उसके बाद उन्हें हलील अमीर के खिलाफ अप्रैल 2023 में डेब्यू का मौका मिला, जहां उन्हें हार मिली। हालांकि, उसके बाद सितंबर में उन्होेंने ब्लेक कूपर को हराकर जीत दर्ज की।
उन्होंने कहा:
“चोट के दौरान भी मुझे पता था कि अब मैं पीछे नहीं हट सकता। मेरे लिए यही रास्ता है। यही मेरी जिंदगी है और हार मानने का सवाल ही नहीं उठता
“मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं। मैं जानता हूं कि कितने सारे फाइटर्स हैं, जो मेरी जगह आना चाहते हैं।”