17 बार के वर्ल्ड चैंपियन मार्कस अल्मेडा ने अपने ग्रैपलिंग गेम को वर्ल्ड-क्लास कैसे बनाया?
मार्कस “बुशेशा” अल्मेडा अपने शानदार स्टाइल के दम पर सबसे महान ब्राजीलियन जिउ-जित्सु (BJJ) एथलीट्स में से एक बने हैं और उसी स्टाइल की मदद से MMA में सफलता प्राप्त कर रहे हैं।
जिन सिद्धांतों ने अल्मेडा को 17 बार का BJJ वर्ल्ड चैंपियन बनने में मदद की है, उन्हीं पर अमल करते हुए वो ONE Fight Night 13: Allazov vs. Grigorian में अपने 4-0 के MMA रिकॉर्ड को बेहतर करना चाहेंगे। मगर इसके लिए उन्हें हेवीवेट बाउट में “रग रग” ओमार केन को हराना होगा।
ब्राजीलियाई आइकॉन के लिए MMA में शुरुआत शानदार रही है क्योंकि उन्होंने चारों जीत अपने प्रतिद्वंदी को पहले राउंड में फिनिश कर हासिल की हैं और अब वो सेनेगली रेसलिंग स्टार “रग रग” को भी फिनिश करने के लिए तैयार हैं।
33 वर्षीय स्टार अपने कॉम्बैट खेल करियर में इसी मानसिकता को लेकर आगे बढ़े हैं और अपने ग्रैपलिंग करियर के दिनों की तरह अब भी बहुत आक्रामक अंदाज में फाइट करते हैं।
शनिवार, 5 अगस्त को यूएस प्राइमटाइम पर प्रसारित होने वाले मैच से पूर्व “बुशेशा” ने कहा:
“मेरे आक्रामक गेम की शुरुआत तब हुई, जब मैं ब्लू बेल्ट होल्डर हुआ करता था। जैसे-जैसे मैंने अनुभव हासिल किया मेरा स्टाइल बेहतर होता गया। मैं आज भी फ्रंट-फुट पर आकर अटैक करने के स्टाइल में सुधार करने का प्रयास कर रहा हूं और हमेशा सबमिशन फिनिश की तलाश में रहता हूं।”
एक एथलीट को अपने स्टाइल को बेहतर बनाने में बहुत समय लगता है। इसके लिए उन्हें शारीरिक बनावट और उन सुपरस्टार्स के अनुरूप खुद को ढालना होता है, जिन्हें वो फॉलो करते हैं।
बड़े बॉडी साइज़ के बावजूद अल्मेडा के पास स्पीड और ताकत भी है, जिसने उन्हें अपने गेम को बेहतर बनाने में बहुत मदद की है। उन्होंने कई महान BJJ और MMA एथलीट्स से भी प्रेरणा ली है।
उन्होंने बताया:
“मुझे अपने मास्टर लियो वियरा को देखना बहुत पसंद रहा है। मार्सेलो गार्सिया, रोजर ग्रेसी, शांडे रिबीरो, रोनाल्डो जकारे और फर्नांडो टेरेरे भी मेरे लिए प्रेरणा का स्रोत रहे हैं। मैं इन एथलीट्स को उस समय फॉलो करता आ रहा हूं, जब मैंने जिउ-जित्सु का अभ्यास शुरू किया था।
“मैं हमेशा से रिकार्डो एरोना का बड़ा फैन रहा हूं। मुझे उनका आक्रामक फाइटिंग स्टाइल, अच्छी कंडीशनिंग और फ्रंट-फुट गेम बहुत पसंद था। मुझे ऐसे फाइटर्स हमेशा से प्रोत्साहित करते रहे हैं। मैं उनका बड़ा फैन हूं और उनके गेम के कई पहलुओं को अपने साथ जोड़ने की कोशिश की है।”
‘बुशेशा’ के अनुसार BJJ और रेसलिंग का कॉम्बिनेशन MMA में जीत की कुंजी है
जो BJJ एथलीट्स मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में आते हैं, उन्हें लेकर अक्सर कहा जाता है कि उनका टेकडाउन गेम कमजोर होता है।
मगर मार्कस “बुशेशा” अल्मेडा को इससे कोई दिक्कत नहीं है। ब्राजीलियाई स्टार को टॉप कंट्रोल हासिल करने और आक्रामक रेसलिंग गेम के लिए जाना जाता रहा है। इसी रणनीति ने उन्हें इतिहास का सबसे सफल BJJ एथलीट बनाया है।
“बुशेशा” को पहले ही आभास हो गया था कि रेसलिंग उनके स्किल सेट का अहम हिस्सा बन सकता है और 2021 में MMA में आने के बाद रेसलिंग ने ही उन्हें सफलता प्राप्त करने में मदद की है:
“मुझे अपने जिउ-जित्सु के दिनों में टेकडाउन गेम की जरूरत महसूस हुई थी। मुझे याद है कि जिन फाइटर्स का जूडो गेम अच्छा होता था, वो आसानी से बढ़त बना पाते थे। मैंने बचपन में थोड़ा बहुत जूडो सीखा था और मुझे अहसास हुआ कि ये खेल शायद मेरे लिए ज्यादा फायदेमंद ना रहे। इसलिए मैंने रेसलिंग का रुख किया था।
“मैंने गी कॉस्ट्यूम के साथ रेसलिंग शुरू की, जिससे मेरा टेकडाउन गेम बहुत बेहतर हुआ। मुझे रेसलिंग बहुत अच्छी लग रही थी इसलिए मेरी ग्रिप भी बेहतर होती जा रही थी। मैंने गी और नो-गी में भी अपने गेम में बहुत सुधार किया और आज के समय में MMA के कारण मैं रेसलिंग का अभ्यास अधिक करता हूं।”
अल्मेडा मानते हैं कि रेसलिंग और BJJ के मिश्रण से उन्हें बहुत फायदा हुआ है। उन्हें कॉम्पिटिशन मैट्स पर हरा पाना लगभग असंभव हो चला था। इसी मिश्रण ने उन्हें MMA के सबसे उभरते हुए हेवीवेट स्टार्स में से एक बनाया है।
इस शनिवार उनका सामना एथलेटिक रेसलर ओमार केन से होगा, जहां “बुशेशा” को सुनिश्चित करना होगा कि वो मैच को ग्राउंड पर लाने के लिए अपना बेस्ट दें क्योंकि ग्राउंड गेम उनकी ताकत है।
हालांकि शुरुआत में तेजी से टेकडाउन के मामले में वो कमजोर पड़ सकते हैं, लेकिन American Top Team के प्रतिनिधि जानते हैं कि अपने गेम में नई तकनीक शामिल करने से उन्हें बहुत फायदा मिलेगा।
उन्होंने कहा:
“जिउ-जित्सु और रेसलिंग के कॉम्बिनेशन से मुझे जिउ-जित्सु पोजिशंस में आने में आसानी हुई और अब इसका MMA में भी फायदा मिल रहा है।
“मैं अच्छी पोजिशंस में आने के अलावा रेसलिंग और जिउ-जित्सु के बीच तालमेल भी बैठा पा रहा हूं। ये बहुत अच्छा कॉम्बिनेशन है।”