सबमिशन ग्रैपलिंग किंग केड रुओटोलो ने डरावने सर्फिंग अनुभव के बारे में बताया – ‘मैं मौत के मुंह से बाहर आया’
मौजूदा ONE लाइटवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियन केड रुओटोलो ने जितना समय अपनी सबमिशन स्किल्स को सुधारने में लगाया है, उतना ही समय उन्होंने सर्फिंग करते हुए भी गुजारा है।
ब्राजीलियन जिउ-जित्सु (BJJ) स्टार 10 जून को ONE Fight Night 11: Eersel vs. Menshikov के को-मेन इवेंट में नॉर्वे के एथलीट टॉमी लेंगाकर के खिलाफ अपने टाइटल को डिफेंड करेंगे।
जब रुओटोलो बैंकॉक के लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में अपने टाइटल को डिफेंड करने उतरेंगे, तब उनके साथ ग्रैपलिंग का वो अनुभव होगा जो उन्होंने अपने पूरे जीवन में हासिल किया है। इसके अलावा वो ताकत और मानसिक मजबूती भी उनका साथ दे रही होगी, जो उन्होंने कैलिफोर्निया और कोस्टा रिका के तटीय इलाकों पर सर्फिंग करते हुए हासिल की है।
20 वर्षीय फाइटर और उनके जुड़वा भाई टाय को अपने पिता से प्रेरणा मिली। टाय भी ONE सबमिशन ग्रैपलिंग सुपरस्टार हैं और दोनों भाई बचपन से सर्फिंग, स्केटबोर्डिंग और BJJ में ट्रेनिंग कर रहे हैं।
लाइटवेट सबमिशन ग्रैपलिंग किंग ने ONEFC.com से कहा:
“हम करीब 3 साल की उम्र से सर्फिंग, जिउ-जित्सु, स्केटबोर्डिंग कर रहे हैं। ये सभी स्किल्स हमें हमारे पिता से मिली हैं। हमारे पिता के लिए जिउ-जित्सु, सर्फिंग और स्केटबोर्डिंग 3 सबसे महत्वपूर्ण चीज़ें रही हैं। हमें उन्हीं के गुण मिले हैं और हम ऐसा करने में गर्व महसूस करते हैं।”
केड और टाय लगभग रोज सर्फिंग करते हैं। वो Atos Jiu-Jitsu जिम में कठिन ट्रेनिंग सेशंस के बीच भी अपने पसंदीदा खेल को खेलने के लिए समय निकाल लेते हैं।
रुओटोलो का कहना है कि सर्फिंग के कारण उनका ध्यान नहीं भटकता बल्कि इससे उनकी शारीरिक ताकत बढ़ती है, जिसका उन्हें सबमिशन ग्रैपलिंग मैचों में बहुत फायदा मिलता है।
उन्होंने बताया:
“इसमें सबसे अहम पहलू बैलेंस है, जिसकी आपको जिउ-जित्सु में जरूरत पड़ती है। स्ट्रेंथ से आप ज्यादा ताकतवर बनते हैं। अगर आप सर्फिंग में अच्छे नहीं हैं तो आप ज्यादा दूर नहीं जा पाएंगे, खासतौर पर तब जब लहरें आपके पास आ रही हों।”
सर्फिंग के कारण शारीरिक ताकत मिलने के अलावा इस खेल ने ग्रैपलिंग करियर में अमेरिकी स्टार को मानसिक मजबूती भी प्रदान की है।
इसी मानसिक मजबूती ने उन्हें सबसे पहला ONE लाइटवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियन और इतिहास का सबसे युवा ADCC वर्ल्ड चैंपियन बनने में भी मदद की।
रुओटोलो ने कहा:
“लहरें आपसे जोर से टकरा सकती हैं, लेकिन उसके बाद आप अचानक 3 से 4 बार किनारे पर जाएं और उसके बाद 4 और लहरें आपकी ओर आ रही हों। ये सभी चीज़ें आप पर मानसिक रूप से प्रभाव डालती हैं और आपको सोचने पर मजबूत करती हैं। क्या मैं इन 4 लहरों से पार पा सकूंगा? इसलिए ऐसी स्थिति में सर्फिंग में मानसिक और शारीरिक ताकत जरूरी होती है, जो जिउ-जित्सु में भी मददगार है।”
केड रुओटोलो ने सर्फिंग करते हुए अपने सबसे भयावह लम्हे के बारे में बताया
केड रुओटोलो ने दुनिया के कई खतरनाक सबमिशन आर्टिस्ट्स का सामना किया है, लेकिन प्रकृति की अविश्वसनीय ताकत से आपको कोई नहीं बचा सकता।
उन्होंने कहा:
“पानी एक बेहद खतरनाक चीज है। मैं एक बार मौत के मुंह से बाहर आया था।”
रुओटोलो को अपने जीवन का सबसे भयावह लम्हा अब भी याद है।
वो कोस्टा रिका के एक तटीय इलाके में अपने पिता के साथ सर्फिंग कर रहे थे, जहां एक बड़ी लहर से टकराने के कारण उनका बोर्ड भी छूट गया था।
उन्होंने बताया:
“लहरें ऊंची होती हैं तो बहुत खतरनाक होती हैं, खासतौर पर वो बेहद खतरनाक लहर थी जिससे मेरा सामना हुआ। पानी बीच के तट पर आ जाता है और कई हजारों लीटर पानी आपकी तरफ आ रहा होता है, जिस पर आप काबू नहीं पा सकते। इस पानी का टकराना बहुत भयावह दृश्य होता है।
“मैं एक बैरल से जा टकराया। इसके टकराने से मुझे झटका लगा और नीचे जा गिरे। मेरा बोर्ड टूट गया था, इसलिए मैं तैर नहीं पा रहा था।”
रुओटोलो सांस लेने की चाह में तट पर पहुंचने के लिए संघर्ष कर रहे थे, लेकिन जब वो तट पर पहुंचे तो देखा कि कई बड़ी लहरें उनकी तरफ आ रही हैं।
वो लहरें उन्हें वापस पानी में खींच ले गईं।
उन्होंने बताया:
“मैं अपनी पूरी ताकत से तैरने की कोशिश कर रहा था और सोच रहा था कि समय पर तट पर पहुंच जाऊंगा। मगर जैसे ही मैंने ऊपर देखा, मैं पीछे जाता गया। मैं जमीन पर पहुंचा नहीं था क्योंकि पानी मुझे तट से दूर ले जा रहा था।”
रुओटोलो थक चुके थे और उनका जीवन दांव पर लगा था। वो पूरी ताकत से तट पर पहुंचने की कोशिश करते हुए चिल्ला कर मदद की गुहार लगा रहे थे।
अमेरिकी स्टार अपनी पूरी एनर्जी लगा रहे , लेकिन हर क्षण ज्यादा थकते जा रहे थे। उन्हें मदद की सख्त जरूरत थी।
रुओटोलो ने कहा:
“मुझे याद है कि जब पहली 2 लहरें मुझसे टकराईं तो मैं थका हुआ था और सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। मैं मदद के लिए किसी को देख रहा था। मैंने अपने पिता को देखा और चिल्लाते हुए कहा, ‘मदद करिए! मैं उनके बोर्ड पर चढ़ा और दोबारा सही से सांस लेने में 5 मिनट लगे।”
उस मौत के मुंह से बाहर आने वाले लम्हे को याद करते हुए ONE लाइटवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियन ने कहा है कि अपने कोच और BJJ आइकॉन आंद्रे गल्वाओ के खिलाफ संघर्ष करना उस लम्हे से ज्यादा भयावह नहीं है।
रुओटोलो ने कहा:
“जब गल्वाओ अपने चरम पर होते हैं और मैं पिन होने की पोजिशन में होता हूं तो मैं टैप आउट कर सकता हूं। मगर पानी के अंदर आप ऐसा कुछ नहीं कर सकते।”