कड़ी मेहनत के दम पर टांग काई ने वर्ल्ड टाइटल मैच किया हासिल – ‘सपने मेहनत करने से सच होते हैं, केवल सोचने से नहीं’
टांग काई इतिहास रचने के बहुत करीब हैं और उन्होंने पूरा जीवन इस लम्हे का हिस्सा बनने के लिए कड़ी मेहनत की है।
चीनी नॉकआउट आर्टिस्ट 26 अगस्त को ONE 160: Ok vs. Lee II के को-मेन इवेंट में थान ली को ONE फेदरवेट वर्ल्ड टाइटल के लिए चैलेंज करने वाले हैं और इस फाइट में एक क्लीन स्ट्राइक उन्हें चैंपियन बना सकती है।
टांग के करियर की सबसे अहम फाइट से पहले यहां जानिए उनके MMA वर्ल्ड टाइटल शॉट प्राप्त करने के शानदार सफर के बारे में।
शुरू से गंभीर रवैया अपनाया
मार्शल आर्ट्स में आने वाले अन्य बच्चों की तरह टांग काई भी काफी चुस्त थे, लेकिन कॉम्बैट खेलों में आने तक वो किसी सकारात्मक दिशा में आगे नहीं बढ़ पाए।
उन्होंने स्वीकार करते हुए कहा, “मैं बचपन में बहुत शरारती हुआ करता था, लेकिन मुझे वुशु और मार्शल आर्ट्स पसंद था। इसलिए मैं एक एथलीट बना हूं।”
26 वर्षीय स्टार को खतरनाक स्ट्राइकर के रूप में पहचाना जाता है, जिनकी 14 में से 12 जीत नॉकआउट से आई हैं, लेकिन वो ग्रैपलिंग का खेल था, जिससे टांग काई को सबसे पहले लगाव हुआ था।
उस समय वो बहुत ताकतवर रेसलर्स से काफी प्रभावित हुए और उन्हीं की तरह बनकर दुनिया में नाम कमाना चाहते थे।
उन्होंने ONE Championship से कहा:
“मेरे करियर की शुरुआत एक रेसलर के तौर पर हुई। रेसलिंग ऐसा खेल है जो ताकत का प्रतीक माना जाता है। इसके चाहे अभ्यास की बात हो या मैच की, रेसलर्स को हमेशा ताकत की जरूरत होती है।
“मैं हर एक ट्रेनिंग सेशन और मैच को गंभीरता से ले रहा था और ओलंपिक्स में भाग लेना हर एक एथलीट का सपना होता है। हमारे कोच हमेशा हमें यही बात कहते थे।”
‘कड़ी मेहनत भी एक टैलेंट है’
टांग काई का ओलंपिक्स में परफॉर्म करने का सपना कभी पूरा नहीं हो पाया, लेकिन उन्हें एक ऐसा खेल जरूर मिला जिससे उन्हें बहुत ज्यादा लगाव हुआ।
उन्हें MMA के खेल में सम्मिलित अलग-अलग स्किल्स पसंद आईं और अपने रेसलिंग बैकग्राउंड को साथ लिए उन्होंने भी इस खेल में आने का फैसला लिया।
उन्होंने बताया, “मैं सभी तरह की फाइट्स को फॉलो करता आया हूं। मुझे पंचिंग करना रेसलिंग से ज्यादा पसंद है और किसी को नॉकआउट करना मेरे अंदर जुनून पैदा करता है।”
“मुझे लगता है कि मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स मेरे व्यक्तित्व से सीधे तौर पर मेल खाता है, जिसमें नियमों पर ज्यादा प्रतिबंध नहीं हैं।”
उनके लिए बदलाव करना आसान नहीं था और शुरुआत में उन्हें दिक्कतें भी हुईं, लेकिन टांग ने हार नहीं मानी जिससे भविष्य में उन्हें फायदा हुआ।
वो अब वर्ल्ड चैंपियन को चैलेंज करने के लिए तैयार हैं, लेकिन वो नहीं मानते कि उन्हें किसी खास चीज़ के कारण ये मौका मिला है।
वो मानते हैं कि कड़ी मेहनत और काबिलियत ने उन्हें कठिन परिस्थितियों से पार पाने में मदद की और यही चीज़ उन्हें दूसरों से अलग साबित करती है।
टांग ने कहा:
“ट्रेनिंग बहुत कठिन रही और खासतौर पर करियर के शुरुआती दौर में चोटों से बचना नामुमकिन था क्योंकि उस समय मैं नहीं जानता था कि मुझे खुद को कैसे बचाना है। मुझे ये खेल इतना पसंद था कि मैंने कठिन चुनौतियों को दरकिनार करते हुए केवल इस खेल को इंजॉय करने पर ध्यान दिया।
“मुझे लगता है कि टैलेंट के साथ सभी लोग कुछ ना कुछ हासिल कर ही लेते हैं और कड़ी मेहनत ही असली टैलेंट है। सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कितनी मेहनत करते हैं।”
सबका साथ मिला
अगर टांग काई को अपने करीबियों का साथ ना मिला होता तो उनके लिए परिस्थितियां ज्यादा कठिन हो सकती थीं।
अच्छी बात ये रही कि उतार-चढ़ाव भरे MMA करियर में उन्हें अपने दोस्तों और परिवार से काफी सपोर्ट मिलता आया है।
Sunkin International Fight Club टीम के स्टार ने कहा, “मेरे परिवार और दोस्तों ने मुझे इसलिए सपोर्ट किया क्योंकि वो इस खेल के प्रति मेरे लगाव से वाकिफ थे। मेरी मां को चिंता रहती कि मुझे चोट लग सकती है इसलिए वो मेरी फाइट्स नहीं देखती, लेकिन उन्होंने कभी मुझे अपने सपने की ओर आगे बढ़ने से नहीं रोका।”
“मेरे माता-पिता और कोच ने मुझे सही राह दिखाई। मैं उनके प्यार और उनकी उम्मीदों को समझ सकता हूं और उनके लिए फाइट करने वाला हूं।”
हालांकि उनके परिवार और दोस्तों ने कभी कहा नहीं, लेकिन टांग जानते थे कि उन्हें अपने लक्ष्य की ओर बढ़ने से कोई नहीं रोकने वाला।
वहीं उनके माता-पिता और कोच ने उन्हें जीवन का एक सिद्धांत भी सिखाया।
टांग ने कहा:
“चीन के लोग बहुत अपनी बातों को सही से जाहिर नहीं कर पाते हैं। उन्होंने अपने काम से मुझे बताया कि मुझे क्या चीज़ें करनी हैं और क्या नहीं करनी।
“सपने मेहनत करने से पूरे होते हैं, केवल सोचने से नहीं।”
ग्लोबल स्टेज की रिकॉर्ड बुक में नाम दर्ज करवाने का मौका
अपने देश में शानदार रिकॉर्ड कायम करने के बाद टांग ने ONE Championship को जॉइन किया और लगातार 6 फाइट्स को जीता।
अब वो चीन के सबसे पहले पुरुष वर्ल्ड चैंपियन बनकर इतिहास रचने से केवल एक कदम दूर हैं।
वो जानते हैं कि ये उनके और उनके समर्थकों के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि होगी। यही बातें उन्हें 26 अगस्त को थान ली पर जीत के लिए प्रेरित कर रही हैं।
उन्होंने कहा:
“पहली चीज है कि जो भी मैंने किया, वो सही था। इसके अलावा मैं अपने परिवार के लिए बेहतर चीजें मुहैया करवा सकता हूं।
“सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि मैं इतिहास रचने की उम्मीद कर रहा हूं और दुनिया को चीनी फाइटर्स की ताकत से वाकिफ कराना चाहता हूं।”