Flashback Friday: म्यांमार में बिबियानो फर्नांडीस का तगड़ा नॉकआउट
ONE बेंटमवेट वर्ल्ड चैंपियन बिबियानो “द फ़्लैश” फर्नांडीस को कई सालों से उनकी ब्राजीलियन जिउ-जित्सु ब्लैक बेल्ट स्किल्स के लिए जाना जाता है।
हालांकि, उन्होंने ONE: KINGDOM OF WARRIORS में अपने गोल्ड का बचाव टोनी “डायनामाइट” टोरु के खिलाफ कर लिया था। इसमें उन्होंने दिखा दिया था कि उनके हाथों की फायर पावर भी उतनी ही खतरनाक है।
फर्नांडीस ONE Championship के इतिहास में सबसे दबदबे वाले टाइटल विजेता हैं। उन्होंने जुलाई 2015 की रात को अपने मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स करियर में अविश्वसनीय स्टॉपेज जीत की थी।
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Posted by ONE Championship on Sunday, July 30, 2017
ब्राजीलियाई एथलीट ने विश्व के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स संगठन की ऐतिहासिक रात में फिनलैंड के स्टार को अपने दाएं हाथ से धूल चटा दी थी।
फर्नांडीस उस रात को बहुत गर्व के साथ देखते हैं। उन्होंने म्यांमार के यंगोन के थुवुन्ना इंडोर स्टेडियम में हुए पहले इवेंट में शानदार जीत हासिल की थी।
39 साल के एथलीट ने उस वक्त को याद करते हुए बताया, “मुझे टोनी टोरु के साथ मैच याद है। ये म्यांमार के इतिहास का पहला शो था। मुझे याद है कि उस बाउट के लिए मैंने कितनी कड़ी तैयारी और ट्रेनिंग की थी और उस दिन मुझे काफी अच्छा लग रहा था।”
“वहां के फैंस क्रेजी थे और बहुत शोर मचा रहे थे। माहौल में काफी ऊर्जा थी। म्यांमार में बाउट करने का वो अच्छा अनुभव था। मैं जब भी फाइट करता हूं तो अपना बेस्ट देने की कोशिश करता हूं। मैं ऐसा ही करता हूं और ऐसे ही फाइट करता हूं।”
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टोरु ने अपने चतुराई भरे गार्ड और लगभग ना भेदे जा सकने वाले ग्राउंड डिफेंस से शुरुआती दो राउंड में ONE बेंटमवेट वर्ल्ड चैंपियन के लिए जरूर कुछ परेशानियां खड़ी की थीं। हालांकि, जैसे-जैसे बाउट आगे बढ़ती गई फर्नांडीस की मैच पर पकड़ मजबूत होती गई।
लैजेंड ने बताया, “जब फाइट शुरू हुई तो मुझे एडजस्ट करने में काफी कठनाई हो रही थी। वो काफी बड़े और लंबे कद के प्रतिद्वंदी थे। उन्होंने कुश्ती के जरिए मुझसे काफी संघर्ष किया। ऐसे में मैंने उनके शरीर पर अटैक किया।”
“पहले राउंड में मुझे लगता है कि मैंने उन्हें परेशान किया और जमीन पर गिरा दिया। उन्होंनें मेरे टेकडाउन का बचाव अच्छे से किया और जब हम दोनों खड़े हो गए, तो वो मेरे पैर की तरफ बढ़े।
“मैंने उनसे हाथापाई की और मुझे महसूस हुआ कि मेरी स्ट्रेंथ ग्रैपलिंग में ही है। मैं जब खड़ा हुआ तो मैंने अपने घुटने से उनके शरीर पर वार किए। मुझे लग रहा था कि मैं उन्हें चोट पहुंचा रहा हूं इसलिए मैंने ऐसा करना जारी रखा।”
फर्नांडीज को टोरु के बचाव में खामियां दिखने लगीं। इसके बाद उन्होंने और ज्यादा ताकत झोंकनी शुरू कर दी।
तीसरा राउंड शुरू होने के कुछ ही सेकंड बाद ब्राजीलियाई एथलीट ने अपनी स्ट्राइकिंग से पकड़ बनानी शुरू कर दी। उन्हें पता चल गया था कि अब मैच जल्दी ही खत्म होने वाला है इसलिए उन्होंने अपने विरोधी को पछाड़ना शुरू कर दिया था।
ब्राजीलियाई एथलीट ने बताया, “मैंने अपने घुटने से उनके शरीर पर मारा और मुझे लगा कि मैंने उन्हें चोट पहुंचाई है। इसके बाद उनके शरीर पर वार किया। फिर अपरकट लगाया और उसके बाद दायां हाथ चलाया।”
“वो सही समय पर दाएं हाथ के पास आ गए थे। जब वो उधर गए तो मेरा दांव सही से लग गया और वो गिर गए।”
तीसरे राउंड में 1:02 पर वो दांव लगा, जिसने टाइटल होल्डर को ONE Championship में उनकी पहली नॉकआउट जीत दिला दी।
ज्यादातर एथलीट्स इस तरह की बेहतरीन जीत के बाद खुशी से झूमने लगते हैं। ONE बेंटमवेट वर्ल्ड टाइटल को बचाने के बाद “द फ्लैश” भी खुश थे लेकिन नॉकआउट उनके एजेंडे में शामिल नहीं था।
पांच ब्राजीलियन जिउ-जित्सु चैंपियनशिप अपने नाम करने और कई दशक की ग्रैपलिंग कला में सबसे सफल रहने के बाद उन्होंने माना कि उनकी प्राथमिकता प्रतियोगिता को ग्राउंड पर खत्म करने की होगी।
उन्होंने बताया, “बाद में मुझे काफी अच्छा लगा इसलिए नहीं कि मैंने उन्हें नॉकआउट कर दिया था बल्कि इसलिए कि मैं जीत गया था। मुझे लोगों को नॉकआउट करना पसंद नहीं। मुझे सबमिशन के जरिए जीतना अच्छा लगता है लेकिन उस दिन वो चीज सही समय पर हुई थी।”
“अगर बाउट में आप मेरी बात करें तो मैं हमेशा आत्मविश्वास से भरा रहता हूं। मैं खुद पर कभी भी संदेह नहीं करता हूं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि सामने मेरा मुकाबला किससे होने वाला है।
“टोनी टोरु के साथ बाउट में मैंने खुद को एडजस्ट कर लिया था। उन्होंने मुझसे हाथापाई करने की कोशिश की तो मैंने भी ऐसा ही किया। उसके बाद मैंने उन्हें पंच मारे, किक मारीं और घुटना भी मारा। उन्होंने मेरे लिए जीत का रास्ता तैयार कर दिया और मैंने मैच जीत लिया। उस रात को खत्म करने के लिए वही अच्छा नॉकआउट था।”
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