Flashback Friday: डिमिट्रियस जॉनसन की डेब्यू मैच में शानदार जीत
डिमिट्रियस “माइटी माउस” जॉनसन ONE Championship में आने से पहले भी एक वर्ल्ड-फेमस सुपरस्टार हुआ करते थे और ONE: A NEW ERA में उनके डेब्यू मुकाबले को ONE के इतिहास के सबसे दिलचस्प मैचों में शामिल किया जाता है।
लैजेंड एथलीट का सामना 31 मार्च, 2019 को जापान में होमटाउन हीरो युया वाकामत्सु से हुआ था और उन्होंने इस ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड ग्रां प्री क्वार्टरफाइनल मैच में दूसरे राउंड में सबमिशन से जीत हासिल की थी।
मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में काफी सफलता प्राप्त करने के बाद भी 12 बार के फ्लाइवेट वर्ल्ड चैंपियन जॉनसन अपने ONE करियर को लेकर बेहद उत्साहित थे क्योंकि यहीं से उन्होंने अपने सपने को पूरा करने की ओर पहला कदम आगे बढ़ाया था।
उन्होंने कहा, “पहले कोई फ्लाइवेट डिविजन नहीं हुआ करता था और किसी ग्रां प्री का हिस्सा बनने का एकमात्र तरीका यही था कि हमें PRIDE में फाइट करने के लिए जापान जाना होता था।”
“जीत मेरे लिए लगभग असंभव थी क्योंकि हर एक प्रतिद्वंदी मुझसे बड़े और तगड़े होते थे। इसलिए एक ग्रां प्री बेल्ट जीतना मेरा हमेशा से एक बड़ा सपना रहा है।”
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जब जॉनसन को पता चला कि दुनिया की सबसे बड़ी मार्शल आर्ट्स कंपनी ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड ग्रां प्री का आयोजन करने वाली है तो वो बेहद उत्साहित हो उठे। क्वार्टरफाइनल मैच में उनका सामना एक दमदार एथलीट से हुआ।
उस समय वाकामत्सु ने अपनी 10 में से 9 जीत अपने प्रतिद्वंदी को नॉकआउट कर दर्ज की थीं लेकिन अमेरिकी स्टार को भरोसा था कि उनका अनुभव जरूर उन्हें इस कठिन चुनौती को पार करने में मदद करेगा।
उन्होंने कहा, “आमतौर पर गेम प्लान जैसी कोई चीज ही नहीं होती, केवल फाइट करने रिंग में उतरें और फाइट जिस दिशा में जा रही है उसी में संतुष्ट रहें।”
“बिना कोई संदेह वाकामत्सु के पास ज्यादा ताकत थी और वो Tribe Tokyo जैसी बेहतरीन टीम से आते हैं। मैं केवल दूरी को ध्यान में रख रहा था लेकिन साथ ही साथ मैं उनके करीब भी बने रहना चाहता था।”
पहले राउंड में जॉनसन टेकडाउन करने के अथक प्रयास कर रहे थे लेकिन उनके युवा प्रतिद्वंदी की एथलेटिक काबिलियत इतनी शानदार थी कि वो हर बार ग्राउंड गेम से खुद को दूर रखने में सफल हो रहे थे। इसके अलावा उन्होंने कुछ दमदार पंच भी लगाए।
वहीं, “माइटी माउस” इस खतरे से वाकिफ थे और लगातार उस पोजिशन से दूर रहने की कोशिश कर रहे थे, जहाँ वाकामत्सु ज्यादा ताकतवर साबित हो रहे थे।
अमेरिकी स्टार ने बताया, “वो मुझसे दूरी बनाए हुए थे और मेरी रीच से बाहर रहने की कोशिश कर रहे थे। जब भी मैं उनकी तरफ जाने की कोशिश करता वो पीछे चले जाते और बड़े शॉट का इंतजार कर रहे थे।”
“मैं जब भी सही दूरी पाने में सफल हो रहा था तो साथ में अपने सिर को मूव कर रहा था और बॉडी मूवमेंट भी कर रहा था, इससे मुझे उनपर दबाव बनाने में मदद मिल रही थी। इस प्लान से उन्हें सांस लेने तक का मौका भी नहीं मिल पा रहा था।”
ONE के पहले मैच का सबसे पहला राउंड जॉनसन के लिए उतना आसान नहीं गुजरा था जितना उन्होंने सोचा था। लेकिन उन्हें अपने दिमाग का प्रयोग करने के लिए जाना जाता है जिससे वो अपने प्रतिद्वंदी के गेम प्लान के साथ-साथ उनकी बची हुई एनर्जी को भी परखते हैं।
दूसरे राउंड की शुरुआत हुई तो वो पूरी तरह से बदले हुए नजर आए।
33 वर्षीय एथलीट ने कहा, “मुझे लगता है कि मेरा गेम हर राउंड के साथ बेहतर होता जाता है। कार्डियो मेरी सबसे बड़ी ताकत में से एक है और जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ता है, मैं अपने प्रतिद्वंदी को परख लेता हूँ।”
“मेरे कॉर्नरमैन ने मुझसे यही बात कही कि उन्हें अंदाजा लगाने पर मजबूर करो और एक बार टेकडाउन करने के बाद तुम सबमिशन का प्रयास कर सकते हो।”
जॉनसन ने उसी गेम प्लान पर काम किया। उन्होंने दूसरे राउंड के पहले 30 सेकंड में ही वाकामत्सु को नीचे गिराने में सफलता पाई और उसके बाद ये सुनिश्चित किया कि जापानी एथलीट को अब स्ट्राइक लगाने का कोई मौका ही ना मिले।
जॉनसन अपने प्रतिद्वंदी द्वारा गार्ड पोजिशन से बाहर निकले और मैच पर अपनी पकड़ ज्यादा मजबूत करनी शुरू कर दी, आखिरकार उन्हें साइड कंट्रोल प्राप्त हुआ जहाँ से उन्हें मैच का फिनिश नजर आने लगा था।
उन्होंने बताया, “मैं साइड कंट्रोल हासिल कर भी उन्हें सिर पर एल्बो (कोहनी) मार रहा था और उनके हाथ को अपनी पकड़ में लेना चाहता था। फिर चाहे किमूरा का मौका मिले या आर्मबार का।”
“मुझे ऐसा करने में सफलता नहीं मिली, इसलिए गिलोटिन पर मैंने अपने फोकस शिफ्ट कर दिया और सिर पर नी स्ट्राइक (घुटने से वार) लगानी शुरू कर दी। उन्होंने अपने सिर को बचाने की कोशिश की और मुझे चोक लगाने का अवसर मिला।”
वाकामत्सु ने हाई-एल्बो गिलोटिन चोक से टैप आउट किया था और जॉनसन द्वारा जीत का सेलेब्रेशन भी एक देखने योग्य लम्हा रहा।
एक तरफ वो ग्लोबल स्टेज पर डेब्यू मुकाबले में मिली जीत से बेहद उत्साहित थे, वहीं दूसरी ओर उन्होंने वाकामत्सु के प्रति सम्मान जाहिर करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी।
उन्होंने कहा, “मैच जीतने के बाद युया के पास जाकर ये पूछना चाहता था कि ‘तुम कैसा फील कर रहे हो’ और उन्हें फाइट के लिए धन्यवाद भी देना चाहता था, अपनी कॉर्नर टीम का भी धन्यवाद व्यक्त करना चाहता था। मैं युया के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए सेलेब्रेशन पर कम ध्यान देना चाहता था।”
जॉनसन की ये जीत उन्हें ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड ग्रां प्री चैंपियनशिप के एक कदम करीब ले गई थी और ये एक ऐसा शो रहा जिसे वो कभी नहीं भूल पाएंगे।
अब जब ग्रां प्री वर्ल्ड चैंपियनशिप उनके पास है तो “माइटी माउस” ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड चैंपियन एड्रियानो मोरेस को चैलेंज करना का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं।
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