Flashback Friday: योसूके सारूटा के जोखिम ने उन्हें ONE के डेब्यू में सफलता दिलाई

Yosuke Saruta

नवंबर 2018 में योसूके “द निंजा” सारूटा ने एक ऐसा बहादुरी भरा निर्णय लिया, जिसने उनका मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स करियर पूरी तरह से बदल दिया।

7 दिसंबर 2018 को मलेशिया में आयोजित हुए ONE: DESTINY OF CHAMPIONS में डेब्यू करने के लिए उन्हें सिर्फ 2 हफ्तों का नोटिस दिया गया था और उन्होंने इस चुनौती को स्वीकार किया।

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भले ही वो चोट से उबर रहे थे और उनके पास तैयारी करने के लिए कम समय था, लेकिन इस एथलीट को पता था कि इस मौके के लिए जोखिम लिया जा सकता है।

न सिर्फ उन्हें ग्लोबल स्टेज पर मुकाबला करने का मौका मिल रहा था, बल्कि अगर वो पूर्व ONE स्ट्रॉवेट वर्ल्ड चैंपियन एलेक्स “लिटल रॉक” सिल्वा को हरा देते तो वो कम समय में डिविजन में अपनी छाप छोड़ सकते थे।

उन्होंने इस मौके को जाने नहीं दिया क्योंकि इससे उन्हें काफी बड़ा फायदा हो रहा था।

32 वर्षीय स्टार ने कहा, “अगर आपको बाउट के लिए दो हफ्ते पहले ऑफर मिलता है तो आप अमूमन उसे रिजेक्ट करना चाहेंगे। लेकिन प्रतिद्वंदी पूर्व चैंपियन था और ONE जैसी बड़ी स्टेज थी तो मैंने ऑफर को ले लिया।”

“मुझे लगा कि मैं उस साल और बाउट्स में हिस्सा नहीं ले पाऊंगा। जुलाई में आयोजित Shooto की बाउट के दौरान मुझे फ्रैक्चर हो गया था इसलिए मैंने अगले साल वापसी करने का लक्ष्य बनाया था।”



बाउट से पहले उनकी थोड़ी तैयारी रह गयी थी क्योंकि “द निंजा” को इवेंट के पहले कुछ कार्य पूरे करने थे।

उन्हें वजन कम करना था, नए संगठन के नियमों को सीखना था और ONE Championship की हाइड्रेशन टेस्टिंग का सामना भी करना था, जो उन्होंने पहले कभी नहीं किया था।

उन्होंने बताया, “मुझे दो हफ्तों में 5 किलोग्राम वजन कम करना था। मैं जापान से खाना लाया था और कुआलालंपुर की स्थानीय चीज़ों में फल शामिल थे।”

“मैंने कभी भी हाइड्रेशन चेक नहीं किया था इसलिए मैं चिंतित था कि क्या है, अच्छा जाएगा या नहीं। मैं कांटे पर अपना वजन नाप रहा था लेकिन हाइड्रेशन वैल्यू जांचने के लिए मेरे पास कोई तरीका नहीं था।”

सारूटा को जापानी मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में 10 साल का अनुभव था और उन्होंने 2017 में Shooto स्ट्रॉवेट वर्ल्ड टाइटल पर कब्जा किया था, इस वजह से उन्हें मैच के पहले होने वाली दिक्कतों का अनुमान और उन्हें हैंडल करने के बारे में पता था।

हालांकि, उस समय तक उनके सारे 28 प्रोफेशनल मुकाबले “The Land Of The Rising Sun” में हुए थे।

कई सारे कार्यों की तैयारी करने और नई जगह पर रहने से “द निंजा” चेंजिंग रूम में अपनी भावनाओं को खोते नजर आए।

उन्होंने बताया, “मुझे थोड़ा तनाव जरूर था। जब मैं वॉर्मअप कर रहा था, तब मेरी चर्चा मेरे कॉर्नर में खड़े रहने वाले शख्स से हुई। हालांकि वो बुरे आदमी नहीं हैं। मुख्य बात तो ये थी कि मैं अपनी पहली बाउट को लेकर चिंतित था।”

इन सबके बावजूद शुरुआती बैल बजते ही सारूटा ने जबरदस्त प्रदर्शन किया।

सिल्वा सबमिशन में विशेषज्ञ हैं और उनके पास ब्राजीलियन जिउ-जित्सु में थर्ड-डिग्री बेल्ट हैं। सिल्वा ने कई बार उन्हें अपने आर्मबार में फंसाया लेकिन इस एथलीट ने उस भयानक पल को दूर किया और मैच में अपना दबदबा बनाया।

सारूटा ने बताया, “मैं खुद को साबित करना चाहता था। मैंने दुनिया के शीर्ष एथलीट्स में से एक को चुनौती दी थी, ये सोचकर कि वो कितने ताकतवर होंगे।”

“मैं मानता हूँ कि मैं ये दर्शाने में सफल रहा कि मैं क्या कर सकता हूँ और मेरे ताकतवर पॉइंट्स क्या है। मैं हमेशा ही प्रभावी था, न सिर्फ ग्राउंड गेम में बल्कि स्ट्राइकिंग में भी। मैं फिनिश का लक्ष्य बना रहा था लेकिन मैं हमेशा की तरह प्रदर्शन करने में सफल रहा।”

जब तीन राउंड की कड़ी टक्कर के बाद बैल बजी तो जापानी सुपरस्टार मैट पर बैठ गया।

उन्होंने बताया, “मैं कभी भी उस तरह से नहीं करता हूँ लेकिन उस समय सबसे बड़ी परेशानी मेरे सामने स्टैमिना की थी।”

“मैं हमेशा अपना स्टैमिना बढ़ाने के लिए एक महीने से ज्यादा समय तक ट्रेनिंग करता हूँ लेकिन मेरे पास सिर्फ दो हफ्ते थे। मैं इस चीज़ को लेकर परेशान था इसलिए मैच के अंत में मैंने खुद से कहा, ‘मैंने पूरी कोशिश की! मैं काफी थक गया हूँ!'”

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“द निंजा” ने मुश्किलों के सामने अपना पूरा प्रयास किया और ग्लोबल स्टेज पर अपनी पहली जीत दर्ज की। ये जीत उनके कठोर परिश्रम की मदद से आई है लेकिन उन्होंने बताया कि जीत के लिए एक और बलिदान दिया।

सारूटा ने प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए अपना हनीमून कैंसिल किया। दो साल पहले शादी करने के बाद भी उनके व्यस्त शेड्यूल ने उन्हें ट्रिप प्लान करने का मौका नहीं दिया। जब उन्होंने सिंगापुर के लिए ट्रिप बुक कर दी थी, तब उन्हें बाउट का ऑफर मिला।

सारूटा ने कहा, “वो गुस्सा नहीं हुईं। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता दूसरे क्या कहें मैं वहीं करता हूँ जो मैं तय करता हूँ। मैं स्वार्थी रहा हूँ और मैं वो चीज़ करता रहूंगा जो मैं करना चाहता हूँ, इसलिए उन्होंने कहा, ‘ओह, फिर से…।'”

उनकी पत्नी ने उनका पूरा साथ दिया और इस वजह से वो अपने सपनों को पूरा कर पाए और उनकी पत्नी साथ देने मलेशिया भी साथ गई थीं।

उन्होंने कहा, “उनकी इंग्लिश पर काफी अच्छी पकड़ है। मैं 2 हफ्तों में तैयारी सिर्फ उनके कारण कर पाया। ONE का कॉन्ट्रैक्ट इंग्लिश में था और उन्होंने मेरी मदद की। मुझे अच्छे नतीजे मिले, इसलिए वो मेरे लिए खुश थीं।”

अंत में जोखिम उठाने से नतीजा मिला।

इस जीत के बाद सारूटा को ONE स्ट्रॉवेट वर्ल्ड चैंपियन जोशुआ “द पैशन” पैचीओ के खिलाफ टाइटल शॉट मिला और उन्होंने जनवरी 2019 में फिलीपिनो को विभाजित निर्णय की मदद से हराकर गोल्ड पर कब्जा किया।

पहले उठाए साहस के बिना उन्हें इतना बड़ा मौका नहीं मिल पाता और वो अब तक अपने करियर की सबसे बड़ी जीत नहीं हासिल कर पाते।

उन्होंने कहा, “उस बाउट के बाद से मुझे अच्छा मोमेंटम मिला है और मैं वर्ल्ड टाइटल बाउट तक गया।”‘

“भले ही मेरा डेब्यू निर्णय से मिली जीत से हुआ था लेकिन मैंने सिल्वा को प्रभावशाली तरीके से हराया था और एक महीने बाद मैंने पैचीओ को ONE: ETERNAL GLORY में चैलेंज किया। मैं मानता हूँ कि अगर मैं सिल्वा के खिलाफ बाउट में हिस्सा नहीं लेता तो मुझे पैचीओ के खिलाफ मौका नहीं मिलता।”

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