विरोधी बन गए दोस्त: कैसे जेरेमी मिआडो और रॉबिन कैटलन में हुई गहरी दोस्ती
ONE Championship स्ट्रॉवेट एथलीट्स जेरेमी मिआडो और रॉबिन कैटलन ने एक-दूसरे के साथ अपनी मार्शल आर्ट्स की यात्रा प्रतिद्वंदियों के तौर पर शुरू की थी। हालांकि, जब वो मिले तो एक-दूसरे के कड़े प्रतिद्वंदी थे, लेकिन बाद में उनके बीच बहुत गहरी दोस्ती हो गई।
अब कैटलन शनिवार, 26 मार्च को ONE X में फिलीपीनो स्टार्स मिआडो और लिटो आदिवांग के बीच होने वाले MMA मुकाबले को गौर से देखने वाले हैं।
ONE के 10 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में होने वाले ऐतिहासिक शो के इस मुकाबले से पहले दोनों हमवतन दोस्तों ने अपनी शुरुआत, साथ ही सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में आने वाली दिलचस्प फाइट को लेकर बात की।
दोनों की शुरुआत अलग सी रही
अपने परिवार को आर्थिक रूप से सहारा देने के लिए मिआडो ने 20 साल की उम्र में बॉक्सिंग करनी शुरू कर दी थी।
हालांकि, फिलीपींस के ग्रामीण इलाकों में सीमित मौके होने के चलते 29 साल के एथलीट को जल्द ही देश की राजधानी मनीला जाना पड़ा, जहां उन्होंने कई तरह की मार्शल आर्ट्स विधाओं में ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी।
इस दौरान उन्हें मॉय थाई बहुत अच्छी लगी। साथ ही रेसलिंग और ब्राजीलियाई जिउ-जित्सु भी पसंद आने लगे। ऐसे में “द जैगुआर” ने मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स को चुना, ताकि वो इन सभी विधाओं को साथ लेकर आगे बढ़ सकें। आगे चलकर ये उनका बहुत सही निर्णय साबित हुआ।
दूसरी तरफ, 31 साल के कैटलन को उनके पिता ने मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स से काफी कम उम्र में रूबरू करवा दिया था क्योंकि उनके पिता खुद भी एक पूर्व बॉक्सर रह चुके थे।
साल 2006 में उन्होंने कॉम्बैट स्पोर्ट्स को गंभीरता से लेने का निर्णय किया और अपने बड़े भाई के पदचिह्नों पर वो भी चल दिए। इसके साथ उन्होंने वुशु, मॉय थाई और फिर आखिरकार MMA में अपना करियर आगे बढ़ाया।
इस तरह से भले ही मिआडो और कैटलन अलग-अलग कारणों से प्रोफेशनल फाइटिंग में शामिल हुए थे, लेकिन मुकाबलों में उनका जोश एक जैसा ही दिखता था।
विरोधियों के तौर पर हुआ सामना
दोनों एथलीट्स का सामना साल 2015 में पहली बार तब हुआ था, जब बटांगस प्रांत में एक स्थानीय MMA प्रतियोगिता में उनका एक-दूसरे के विरुद्ध मैच हुआ था।
“द इलोंगो” के साथ उनके बड़े भाई रेने उनके कॉर्नर पर थे और वो मुकाबले के दौरान स्थानीय भाषा में चिल्लाकर उन्हें कई तरह के निर्देश देते जा रहे थे।
उन्हें जो बात नहीं पता थी कि वो ये कि मिआडो उनके अपने गृहनगर के पास इलोइलो शहर में ही बड़े हुए थे, जिसका सीधा सा मतलब था कि वो दोनों व्यावहारिक रूप से पड़ोसी थे।
“द जैगुआर” ने ONE Championship को बताया:
“मुकाबले से पहले ही मुझे पता चल गया था कि वो इलोइलो शहर से आए हैं। बस उन्हें ये नहीं पता था कि मैं भी वहीं से आया हूं। वो जब अपने कॉर्नर से रॉबिन को अपनी भाषा में निर्देश दे रहे थे, तब उन्हें नहीं पता था कि मैं उनके द्वारा बताए जा रहे सभी निर्देशों को समझ रहा था।”
कैटलन उस मुकाबले को जीत गए थे, लेकिन उसके बाद जब मिआडो ने बात करनी शुरू की तो दोनों प्रतिद्वंदी एक-दूसरे के दोस्त बन गए।
कैटलन ने बताया, “वो काफी मजेदार मौका था। मैंने उन्हें पुकार कर बुलाया क्योंकि मुझे नहीं पता था कि वो हमारी भाषा बोल सकते हैं। इस चीज के चलते हम दोनों को बहुत तेज हंसी आई।”
इस तरह से इन दोनों एथलीट्स की दोस्ती की शुरुआत हो गई। फिर उसके कुछ ही समय बाद दोनों ने एक-दूसरे को दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स संगठन में मुकाबला करते हुए देखा।
ग्लोबल स्टेज पर फिर हुआ सामना
स्थानीय सर्किट में 6 लगातार जीत का धमाकेदार सिलसिला जारी रखने के बाद मिआडो पर ONE Championship का ध्यान गया, जिसके चलते उन्हें कई फाइट्स का कॉन्ट्रैक्ट मिल गया।
साल 2017 में मनीला में आयोजित ONE: KINGS OF DESTINY में “द जैगुआर” ने अपना प्रोमोशनल डेब्यू किया और उस समय उन्हें ये बात नहीं पता थी कि उनका मुकाबला एक बार फिर कैटलन से होने जा रहा है।
उन्होंने कहा:
“ONE जॉइन करना हमेशा से मेरा लक्ष्य रहा था। ऐसे में जब मैं पहली बार इसमें शामिल हुआ और उन्होंने मुझे मुकाबले का मौका दिया, वो भी एक फिलीपींस के एथलीट के खिलाफ तो मुझे इस बात का बुरा नहीं लगा। ये मेरे लिए अच्छी बात थी कि मैं कम से कम प्रोमोशन का हिस्सा तो बन ही गया था।”
ONE में रॉबिन कैटलन के खिलाफ अपने डेब्यू पर हैरानी जताते हुए जेरेमी मिआडो ने बताया
हालांकि, अपने साथी फिलीपीनो एथलीट के साथ मुकाबला करना उन्हें पसंद नहीं आया, लेकिन मिआडो ने इस चुनौती को स्वीकार कर लिया।
उन्होंने कहा, “एक मार्शल आर्टिस्ट होने के नाते मुकाबला करना ही हमारा काम है। हमें ये मानकर चलना चाहिए कि जो भी दोस्त हमारा इस खेल में शामिल है, वो हमारा प्रतिद्वंदी बन सकता है। खासकर, अगर हम एक ही डिविजन में हों तो।”
इसके साथ ही कैटलन भी ये साबित करना चाहते थे कि वो दुनिया के सबसे बेहतरीन एथलीट्स में से एक हैं। इन चीजों के चलते “द इलोंगो” ने अपने दोस्त के खिलाफ मुकाबला करने को स्वीकार कर लिया।
उन्होंने कहा, “मैंने अपनी परिस्थितियों को स्वीकार कर लिया था। ऐसा फिलीपींस में भी हो चुका था इसलिए मुझे लगा कि अपने साथी फिलीपीनो एथलीट से मुकाबला करना ही सही रहेगा।”
दोनों दोस्ती को नए मुकाम तक ले गए
कैटलन ने फिर से मिआडो को हराकर जीत हासिल कर ली थी। तीन राउंड तक चला कड़ा मुकाबला बहुत ही करीबी रहा था, जिसे विभाजित निर्णय के साथ उन्होंने जीता था। वो आखिरी मौका था, जब दोनों एथलीट्स ने सर्कल में एक दूसरे से मुकाबला किया था।
इसके बाद दोनों एथलीट्स की मुलाकात 2018 में ONE: IRON WILL में दोबारा हुई थी। उस शाम को मिआडो व कैटलन का मुकाबला स्थानीय थाई सुपरस्टार्स डेडामरोंग सोर अम्नोयसिरीचोक व कृतसदा कोंग्रीचाई के साथ क्रमश: होना था।
मिआडो दो लगातार मुकाबले हार चुके थे और इसलिए उन्होंने “द इलोंगो” के साथ काम करना शुरू किया, जिन्होंने अपने पुराने विरोधी की जानकारी और रणनीतियां बनाने में मिआडो की मदद की थी।
“द जैगुआर” ने बताया:
“(डेडामरोंग) से मुकाबले के पहले मैंने (रॉबिन) से बात की और उनसे कुछ टिप्स मांगे थे क्योंकि वो पहले डेडामरोंग के खिलाफ मुकाबला कर चुके थे। उन्होंने बहुत ही विनम्रता के साथ मुझसे अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने बताया कि उनके (डेडामरोंग) पास बहुत जोरदार किक्स और बाकी चीजें नहीं हैं। ऐसा महसूस हुआ कि वो मुझे अच्छा महसूस करवाने के साथ मेरे ऊपर का दबाव भी कम करने की कोशिश कर रहे थे।”
कैटलन से मिली सलाह उनके काम आ गई और मिआडो ने शानदार अंदाज में अपने विरोधी को हराकर सर्कल में अपनी पहली जीत दर्ज की।
उन्होंने डेडामरोंग को पहले ही राउंड में शानदार राइट हुक लगाकर नॉकआउट किया था।
हालांकि, कैटलन की कोंग्रीचाई के खिलाफ बाउट योजना के अनुसार नहीं रही क्योंकि बाउट को समय से पहले ही रोक दिया गया था, जब फिलीपीनो एथलीट को एक अवैध स्लैम की वजह से नॉकआउट कर दिया गया था।
इन मुश्किल परिस्थिति के बावजूद 31 साल के एथलीट ने नाइटआउट करके “द जैगुआर” की जीत का जश्न मनाया।
मिआडो ने याद करते हुए बताया, “हम बाहर निकले, ताकि कुछ अच्छा खा सकें। उन्होंने मुझे अपने साथ आने को कहा क्योंकि उनका मूड बहुत अच्छा नहीं था। ऐसा इसलिए था क्योंकि उस समय कृतसदा को विजेता घोषित कर दिया गया था।”
“जब उन्होंने मुकाबले की समीक्षा फिर से की तो देखा कि वो अवैध मूव था, इस वजह से उन्होंने बाद में अपने फैसले को बदल दिया था। उन्हें ये बात नहीं पता थी कि अंतत: उन्हें ही विजेता घोषित कर दिया गया था इसलिए उनका मूड अच्छा नहीं था। उन्होंने अपने दुख को भूल जाने के लिए कुछ ड्रिंक्स भी खरीदी थीं। अच्छी बात ये हुई कि नतीजे को बदल दिया गया था।”
वहां से फिलीपीनो स्ट्रॉवेट एथलीट्स ने वापस मुड़कर कभी नहीं देखा।
जब भी उन्हें मौका मिलता तो वो साथ में समय बिताते थे। खासकर, तब जब उनका मुकाबला एक ही इवेंट में होने वाला होता था।
रॉबिन कैटलन ने ONE X में होने वाले लिटो आदिवांग और जेरेमी मिआडो के मुकाबले की समीक्षा की
26 मार्च को ONE X में मिआडो का मुकाबला एक और उभरते हुए फिलीपीनी स्टार और पूर्व #5 रैंक के स्टॉवेट कंटेंडर लिटो आदिवांग से होने जा रहा है।
कैटलन पहले आदिवांग का सामना कर चुके हैं और उन्हें पता है कि Team Lakay के प्रमुख एथलीट इस बाउट में “द जैगुआर” के खिलाफ बहुत खतरनाक स्किल सेट के साथ साथ आएंगे।
इन चीजों का ध्यान में रखते हुए “द इलोंगो” ने इस दिलचस्प MMA मुकाबले का आकलन किया:
“मुझे लगता है कि जेरेमी को रीच (पहुंच) का फायदा मिलने वाला है और उनकी स्ट्राइकिंग शानदार रहने वाली है। मैंने भी कुछ समय पहले लिटो का सामना किया था इसलिए मुझे लगता है कि जेरेमी उनको अच्छे से संभाल लेंगे। उन्हें बस अपने आपको ग्राउंड पर ले जाने से बचाना होगा। Team Lakay अपने ग्राउंड गेम और रेसलिंग को सुधार रही है।
“अपनी चीजों का फायदा उठाने के लिए जेरेमी को ये मुकाबला खड़े रहकर ही पूरा करना होगा। उनकी बॉक्सिंग भी कमाल की है। जो चीज मैं देखता हूं वो ये कि अगर लिटो को लगता है कि वो उन्हें फिनिश कर सकते हैं तो वो फिनिश करने के इरादे से आएंगे। मुझे ये मुकाबला 50-50 वाला लगता है। मैं किसी भी एथलीट को कमजोर या मजबूत नहीं मान रहा हूं क्योंकि मुझे दोनों ही एथलीट कमाल के लगते हैं।”
इन सबके बावजूद कैटलन को विश्वास है कि उनके दोस्त अच्छा मुकाबला करने वाले हैं और प्रशंसकों को एक्शन से भरपूर मैच देखने को मिलने वाला है, जो धमाके के साथ पूरा होगा।
उन्होंने बताया, “ये मुकाबला एक नॉकआउट के तौर पर खत्म होगा। वो दोनों एक-दूसरे से जरा भी कमजोर नहीं पड़ने वाले हैं। उनकी जब तक पूरी ताकत खत्म नहीं हो जाने वाली, तब तक वो अपना पूरा जोर लगाने वाले हैं।”
“मुझे लगता है कि लिटो, जेरेमी के सामने तगड़ी चुनौती पेश करने वाले हैं क्योंकि वो उन एथलीट्स में से नहीं हैं, जो अपने विरोधी की स्ट्राइकिंग से डर जाएं। ऐसा इसलिए क्योंकि उनके पास भी उतनी ही कमाल की स्ट्राइकिंग मौजूद है। ऐसे में उन्हें अति आत्मविश्वास से बचना होगा, वरना वो जेरेमी के खिलाफ मुश्किल में पड़ जाएंगे।”