स्कूल में पिटाई से लेकर दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स स्टेज तक आने का फ्रांसिस्को लो का शानदार सफर
सम्मानित ब्राजीलियन जिउ-जित्सु ब्लैक बेल्ट (BJJ) फ्रांसिस्को लो अपना ONE Championship डेब्यू करने जा रहे हैं, जहां उन्हें करियर का सबसे बड़ा मौका मिलेगा।
शनिवार, 6 अप्रैल को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में होने वाले ONE Fight Night 21: Eersel vs. Nicolas में उनका सामना मौजूदा लाइटवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियन केड रुओटोलो से 180-पाउंड कैचवेट मैच में होगा।
इससे पहले कि वो दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स संगठन में डेब्यू करें, आइए ब्राजीलियाई स्टार के अब तक के सफर पर नजर डालते हैं।
‘मुझे स्कूल में पीटा जाता था’
लो मनाउस शहर में पले-बढ़े, जिसे शीर्ष BJJ प्रतियोगियों का गढ़ माना जाता है।
उनका बचपन संघर्ष से भरा हुआ था। पिता की गैर-मौजूदगी और मां द्वारा अच्छी तरह घर ना चला पाने के कारण काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
23 वर्षीय स्टार ने बताया:
“मेरा बचपन मुश्किलों भरा रहा था। मेरी मां घर चलाने में असमर्थ थीं। वो एक नौकर के रूप में काम करती थीं और मैं अपनी दादी के पास रहता था। मेरे पिता शराबी थे तो मैं उनके साथ नहीं रहा। जब मैं छोटा था तो मेरे पिता ने मेरी मां को छोड़ दिया था। मेरी परवरिश मां और दादी ने की।”
घर पर दिक्कतों की वजह से लो का स्कूली जीवन भी चुनौतियों से भरा रहा। उन्हें अक्सर बड़े बच्चों का शिकार बनना पड़ता था, जो उन्हें मारते-पीटते थे।
उन्होंने कहा:
“मैं स्कूल में ज्यादा लोकप्रिय नहीं था। मुझे सीखने-समझने में दिक्कत होती थी। मैंने मेडिटेशन किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। मेरी मां ने दवाइयां दीं, जिससे मैं शांत हुआ।
“मुझे स्कूल में पीटा जाता था। जब भी ऐसा होता था तो अपने क्लास के बच्चों को काट लेता था क्योंकि मुझे खुद को बचाने के लिए बस यही आता था।”
जिउ-जित्सु से हुआ प्यार
पिटाई और लड़ाई-झगड़ा चलता रहा। लेकिन किस्मत से लो जिउ-जित्सु की तरफ आकर्षित हुए, जब वो 10 साल के थे।
ये उनके जीवन के सबसे खास पलों में से एक था क्योंकि इसके कारण वो एक पीड़ित से आत्मविश्वास वाले युवा बन गए।
लो ने इस बारे में बताया:
“गली में बहुत सारे बच्चे थे, जो मुझसे फाइट करना चाहते थे क्योंकि मैं दुबला सा था। अगर मैं कुछ कहता भी तो वो मुझे पीटना चाहते थे।
“मैं एक बार लड़ाई में पड़ गया और मुझे पीटा गया। तब मैंने कहा कि अब बहुत हुआ। उसके बाद मैंने जिउ-जित्सु की ट्रेनिंग की।”
उन्हें इससे तुरंत लगाव हो गया और खुद को डिफेंड करने के लिए काफी अच्छा काम मिल गया था।
इससे पहले लो एक प्रोफेशनल फुटबॉल खिलाड़ी बनने के बारे में सोचते थे, लेकिन जिउ-जित्सु ने उनके अंदर एक नया जुनून पैदा कर दिया था।
उन्होंने कहा:
“मुझे लगता है कि खुद से फाइटिंग ने मेरे अंदर मार्शल आर्ट्स के प्रति प्यार जगाया। मैं जिउ-जित्सु में खुद को पूरा महसूस करता था और इस वजह से मुझे इससे प्यार हुआ।”
जिउ-जित्सु में करियर
लो ने सबमिशन ग्रैपलिंग में अपनी ताकत दिखाई। लेकिन साओ पाउलो शहर की यात्रा के बाद उन्हें अहसास हुआ कि वो इसमें अपना करियर भी बना सकते हैं।
लो ने कहा:
“मुझे साओ पाउलो जाने के बाद अहसास हुआ कि मैं जिउ-जित्सु में करियर बना सकता हूं। मैंने बड़े इवेंट्स में महान जिउ-जित्सु एथलीट्स को मुकाबला करते हुए देखा था।”
उन्हें पता था कि जिउ-जित्सु में आगे बढ़ने के लिए उन्हें अमेरिका में इसके मौके तलाशने होंगे।
अपने दोस्तों और समर्थकों के साथ के चलते वो उत्तर अमेरिका आ गए और खुद को सबमिशन लगाने वाले बेहतरीन ग्रैपलर के रूप में स्थापित किया:
“जब से मुझे पता चला था कि IBJJF वर्ल्ड चैंपियनशिप और अन्य प्रतियोगिताएं अमेरिका में होती हैं, तब से मैंने अमेरिका में रहने का सपना देखा था। मैं जानता था कि अमेरिका में रहते हुए जिउ-जित्सु में पैसे कमा सकता हूं। अमेरिका की जिंदगी ब्राजील की जिंदगी से बहुत अलग है, यहां मौके हैं।”
ONE Championship में आगमन
बचपन के मुश्किल दिनों को पीछे छोड़ लो अब दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स संगठन के टॉप स्टार्स के साथ स्टेज साझा करने वाले हैं।
वो जानते हैं कि रुओटोलो को हराना आसान काम नहीं होगा और उन्हें इसी तरह से कठिन मौकों की तलाश है:
“मेरा ONE Championship में आने का यही कारण है कि मैं नई चुनौतियां चाहता था। ONE Championship में ग्रैपलिंग का बहुत विकास हुआ है।
“मैं अपने डेब्यू के लिए बहुत उत्साहित हूंं और दर्शकों के लिए एक अच्छा शो देना चाहता हूं। मैं जीत हासिल कर ONE Championship में करियर बनाना चाहता हूं।”