ONE Fight Night 14 में वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच से पहले हैम सिओ ही से जुड़ी अनसुनी बातों को जानिए
हैम सिओ ही के जबरदस्त फाइटिंग स्टाइल ने उन्हें काफी पहचान दिलाई है, लेकिन अब वो ग्लोबल ऑडियन्स तक अपनी पहुंच बना रही हैं।
ONE Fight Night 14 में हैम का सामना ONE अंतरिम विमेंस एटमवेट MMA वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच में स्टैम्प फेयरटेक्स से होगा और दुनिया भर के फैंस इस मुकाबले को देखने के लिए उत्साहित हैं।
काफी लोग दक्षिण कोरियाई एथलीट की स्ट्राइकिंग से वाकिफ हैं, लेकिन उनके अनोखे बैकग्राउंड के बारे में बहुत कम लोगों को पता है।
यहां आप शनिवार, 30 सितंबर के मैच से पूर्व हैम के बारे में खास बातों को जान सकते हैं।
एक स्टेज परफॉर्मर बनना चाहती थीं
जब हैम कॉम्बैट खेलों में परफॉर्म कर रही होती हैं तब ऐसा लगता है जैसे वो इसी के लिए जन्मी थीं, लेकिन युवा दिनों में वो मार्शल आर्ट्स पर अधिक ध्यान नहीं देती थीं।
हैम एक अलग क्षेत्र में करियर बनाना चाहती थीं। वो एक सेलिब्रिटी बनने की चाह में आर्ट्स अकादमी में भी गई थीं।
उन्हें एक्टिंग और स्टेज पर रहना पसंद आ रहा था और उनका लक्ष्य एक गायक बनने का था।
बचपन में टीवी शोज़ में काम किया
हैम जब पांचवीं कक्षा में थीं, तब उन्होंने अपने सपने की ओर आगे बढ़ने के लिए एक कास्टिंग एजेंसी को ऑडिशन भी दिया था।
ऑडिशन में सफल होने के बाद युवा स्टार को कई टीवी शोज़ में किरदार मिलने शुरू हुए। उन्होंने 2000 में एक ड्रामा सीरीज़ में भी काम किया था।
एक्टिंग सेट पर हर रोज कड़ी मेहनत करना उनके मौजूदा करियर की नींव रख रहा था।
उन्हें मजबूरन एक्टिंग छोड़नी पड़ी
वो ऑफिशियल रूप से एक एक्टर बन चुकी थीं, लेकिन हैम के अंदर हमेशा एक सख्त भावना थी जो उनके बाहरी किरदार से बहुत अलग थी।
हालांकि फाइट शुरू करने वाली हैम नहीं होती थीं, लेकिन वो अपने दोस्तों का साथ देने से कभी पीछे नहीं हटती थीं। इस कारण वो मुश्किलों में पड़ने लगी थीं।
इस बर्ताव के कारण अक्सर उनके माता-पिता को स्कूल बुलाया जाता, जिसके कारण उनकी मां ने हैम के एक्टिंग सर्टिफिकेट्स को फाड़ दिया था।
मार्शल आर्ट्स की राह चुनी
अब उनका करियर अधर में लटक रहा था। उन्होंने एक्टिंग छोड़ने के बाद दक्षिण कोरियाई आर्मी जॉइन करने का लक्ष्य बनाया।
उन्होंने हाई स्कूल के दूसरे साल में टायक्वोंडो की ट्रेनिंग शुरू की। चूंकि ये उनके देश का राष्ट्रीय खेल है इसलिए सफलता मिलना उन्हें खूब पहचान दिला सकता था।
मगर इस बीच उनके सामने एक और मुश्किल आ खड़ी हुई। उन्होंने किकबॉक्सिंग और मॉय थाई में जाना बेहतर समझा क्योंकि इन खेलों में ज्यादा तरीके के अटैक किए जा सकते हैं।
इसी के साथ उनका टायक्वोंडो करने और आर्मी जॉइन करने का जुनून भी समाप्त हो चला था।
एक फाइटर के रूप में जीवन की शुरुआत
हैम ने खुद को स्ट्राइकिंग आर्ट्स में सम्मिलित किया और जल्द ही उनके अंदर फाइटिंग की भूख बढ़ने लगी थी।
चूंकि हैम के माता-पिता उनके फाइटिंग करियर के पक्ष में नहीं थे। इसलिए 2004 में जब एक जूनियर के तौर पर उन्होंने फाइट्स का हिस्सा बनने का प्रयास किया तो उन्हें बड़ी बहन का साथ मिला था। उनकी बहन ने माता-पिता के नकली हस्ताक्षर कर उनका साथ दिया था।
साल 2007 तक वो जापान समेत कई अन्य देशों में फाइट करने लगी थीं। यहां तक कि उन्होंने ज्यादा फाइट्स पाने के लिए मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में भी हाथ आजमाए।
उन्होंने इस नए खेल को गंभीरता से लिया और 2010 में वर्ल्ड फेमस Team MAD जिम में अभ्यास करना शुरू किया।
जरूरतों को पूरा करने के लिए सैलून में काम किया
रीजनल लेवल की फाइट्स से अच्छी कमाई नहीं होती थी, लेकिन आर्मी में ना जाने और एक्टिंग करियर में सफलता ना मिलने के कारण हैम ने एक अलग राह चुनी।
उन्होंने फाइटिंग के जरिए अच्छी कमाई करने से पहले अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए एक सैलून में काम किया था।
एक समय पर वो संघर्ष कर रही थीं, लेकिन अब अपने करियर के चरम पर हैं।