जियोर्जियो पेट्रोसियन ने अपने पिता की सहायता से पाई सभी सफलता
जियोर्जियो “द डॉक्टर” पेट्रोसियन के मार्शल आर्ट की दुनिया में शीर्ष पर पहुंचने में उनकी ताकत और प्रेरणा का सबसे बड़ा स्रोत उनके पिता आंद्रेई रहे हैं।
यह अर्मेनियाई-इटालियन इस शुक्रवार 16 अगस्त को ONE: ड्रीम्स ऑफ गोल्ड के ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रांड प्रिक्स सेमीफाइनल में “स्मोकिन” जो नटावट के खिलाफ एक्शन में वापसी करेगा। इससे पहले कि वो जिम के अंदर पैर रखे उसके पिता का अटूट समर्थन था।
पांच बार के किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन ने अपने लक्ष्यों को वास्तविकता बना दिया, लेकिन उसके पिता आंद्रेई की इस सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका थी।
🔥 THE REMATCH IS ON 🔥With US$1,000,000 on the line, Giorgio Petrosyan and Smokin' Jo Nattawut are set to battle on 16 August for a coveted spot in the ONE Featherweight Kickboxing World Grand Prix finals!🗓: Bangkok | 16 August | 5:30PM | ONE: DREAMS OF GOLD🎟: Get your tickets at 👉 http://bit.ly/onegold19📺: Check local listings for global TV broadcast📱: Watch on the ONE Super App 👉 http://bit.ly/ONESuperApp 👨💻: Prelims LIVE on Facebook | Prelims + 2 Main-Card bouts LIVE on Twitter
Posted by ONE Championship on Monday, August 5, 2019
उन्होंने बताया कि “मेरे पिता विशेष हैं। मैं आज जो हूं उसका श्रेय उन्हीं को देता हूं। मैंने इस खेल को इसलिए चुना क्योंकि वह मुझ पर विश्वास करते थे। जब मैं 7-8 साल का था तब वो कहते थे कि मैं दुनिया में नंबर एक बन जाऊंगा। लेकिन किसी ने मुझ पर विश्वास नहीं किया सिवाय उनके।”
आंद्रेई अपने परिवार को युद्धग्रस्त आर्मेनिया से 1999 में एक बेहतर और अधिक सुरक्षित भविष्य की तलाश में इटली ले गए। शुरू राह कठिन थी क्योंकि वे बेघर थे। उनका कोई सहारा भी नहीं था लेकिन एक बार जब उन्हें चैरिटी के माध्यम से मदद मिली तो सिर छिपाने के लिए छत मिल गई। इसके बाद वे नए जीवन के रूप में बसने लगे।
युवा जियोर्जियो मार्शल आर्ट फिल्मों के प्रशंसक थे और ब्रूस ली को अपना आदर्श मानते थे। वह आदर्श नायक की तरह बनना चाहता था और अपने जुनून को करियर के रूप में ढालना चाहता था। इससे पहले कि वह जिम में प्रशिक्षण ले पाता उसके पिता ने उसे प्रोत्साहित किया कि अपने सपनों को पूरा करने के लिए वह जो भी अभ्यास कर सकता है करे।
Striking great Giorgio Petrosyan is now eyeing his greatest prize yet — winning the ONE Featherweight Kickboxing World Grand Prix! First, he'll need to get through Smokin' Jo Nattawut on 16 August!🗓: Bangkok | 16 August | 5:30PM | ONE: DREAMS OF GOLD🎟: Get your tickets at 👉 http://bit.ly/onegold19📺: Check local listings for global TV broadcast📱: Watch on the ONE Super App 👉 http://bit.ly/ONESuperApp 👨💻: Prelims LIVE on Facebook | Prelims + 2 Main-Card bouts LIVE on Twitter
Posted by ONE Championship on Thursday, August 8, 2019
उसने बताया कि “किकबॉक्सिंग आर्मेनिया में कोई नई बात नहीं थी। मैंने पूरी तरह से अलग खेल का अभ्यास किया। जब हम इटली आए तो मैं किकबॉक्सिंग जिम खोजने के लिए बेताब था लेकिन गोरीज़िया एक छोटा शहर था। इसलिए यहां उसे ढूंढना आसान नहीं था। हम कैरीटस आश्रय स्थल में रह रहे थे। फिर भी मेरे पिता मुझसे कहते थे कि अपने दम पर प्रशिक्षण लेते रहो, मैं जल्द ही या बाद में आपके लिए एक जिम ढूंढूंगा। मैं अपने दम पर खुद को प्रशिक्षित करना था इसलिए मैंने बास्केटबॉल पोल पर मसंद लटका दिए जिन पर मैं मुक्के मारने का अभ्यास करता। ”
उन्होंने आखिरकार औपचारिक प्रशिक्षण शुरू करने के लिए “द डॉक्टर” के लिए एक जगह ढूंढ ली फिर भी आंद्रेई ने अभी भी अपने बेटे को अपना समर्थन जारी रखा। उन्होंने जिम से दूर होने पर जियोर्जियो को अतिरिक्त मील जाने के लिए प्रोत्साहित किया। उसे आत्म-विश्वास बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
“बिस्तर पर जाने से पहले मैं हमेशा अपने पिता से पूछता था कि पिताजी अगर मैं 10 पुश-अप लगाता हूंतो क्या कल मैं मजबूत हो जाऊंगा? तो वो मुझसे कहते नहीं। आपको 11 लगानी चाहिए इससे आप और भी मजबूत हो जाएंगे। मुझे उनकी बातों पर विश्वास था। इसलिए वास्तव में मैं सोने से पहले 11 पुश-अप लगाऊंगा।”
The Ferrari of kickboxing, Giorgio Petrosyan, and the monster truck of Muay Thai, Smokin' Jo Nattawut, rematch on 16 August in the ONE Featherweight Kickboxing World Grand Prix semifinals! Predictions? 🤔 🗓: Bangkok | 16 August | 5:30PM | ONE: DREAMS OF GOLD🎟: Get your tickets at 👉 http://bit.ly/onegold19📺: Check local listings for global TV broadcast📱: Watch on the ONE Super App 👉 http://bit.ly/ONESuperApp 👨💻: Prelims LIVE on Facebook | Prelims + 2 Main-Card bouts LIVE on Twitter
Posted by ONE Championship on Sunday, August 4, 2019
“डॉक्टर” ने पहली बार 16 साल की उम्र में प्रतिस्पर्धा करने के लिए रस्सियों के बीच कदम रखा। तब से उसने खेल इतिहास में सबसे अविश्वसनीय सार ये है उसने केवल दो हार के खिलाफ 101 जीत हासिल की।
उनके करियर के दौरान कई बार ऐसा हुआ जब वे किशोरावस्था में अपना ध्यान खो सकते थे लेकिन उनके पिता ने उन्हें हमेशा अनुशासित रहने के महत्व के बारे में बताया ताकि वे भविष्य में पुरस्कार वापस पा सके।
पेट्रोसियन कहते हैं कि “वह मुझे रात को शहर में मारपीट करने और शराब पीने से रोकते थे। मैंने उनकी सलाह को ध्यान से सुना जिससे मुझे ये सब कुछ मिला।
पेट्रोसियन बैंकॉक, थाईलैंड के इम्पैक्ट एरिना में नटावट को चुनौती देने की तैयारी के अंतिम दिनों में है। जहां वह ONE फेदरवेट वर्ल्ड ग्रांड प्रिक्स फाइनल में अपना स्थान पक्का कर सकता है।
यदि वह सभी तरह के तरीकों से लड़ा तो इस ऐतिहासिक टूर्नामेंट को जीत सकता है। वह अपने खेल के सबसे बड़े एथलीट होने के अपने दावे को मजबूत करेगा और 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर के जीवन बदलने वाले भव्य पुरस्कार पर दावा करेगा।
The ONE Featherweight Kickboxing World Grand Prix semifinals are SET! 🇮🇹 Giorgio Petrosyan vs. Smokin' Jo Nattawut 🇹🇭🇫🇷 Samy Sana vs. Dzhabar Askerov 🇷🇺📺: Check local listings for global TV broadcast
Posted by ONE Championship on Friday, July 12, 2019
हालांकि, इससे पहले कि वह दूसरी बार अपने थाई प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ सर्किल में कदम रखता। वह जानता है कि उसने अपने पिता पर गर्व किया है।
वह 33 वर्षीय कहते हैं कि “क्या उसे खुश करता है? मैं एक विश्व स्तरीय एथलीट बन गया। आप कैसे शीर्ष पर पहुंचे हैं? वह बहुत खुश है। इसलिए मुझे अपने पिता पर गर्व है। वह भी स्पष्ट रूप से मुझ पर गर्व करते हैं।”