गुस्तावो बलार्ट अपने परिवार को अमेरिका लाने के लिए कर रहे हैं फाइट – ‘परिवार को अच्छा जीवन दे पाऊंगा’
गुस्तावो “एल ग्लैडीएडर” बलार्ट ना सिर्फ अपने सपनों का पीछे कर रहे हैं बल्कि वो अपने परिवार को साथ लाने और भविष्य को सुरक्षित करने के लिए फाइट करेंगे।
उन्हें ONE Fight Night 24 में ONE अंतरिम स्ट्रॉवेट MMA वर्ल्ड टाइटल जीतने से बहुत फायदा होगा और वो इसके लिए शनिवार, 3 अगस्त को पूर्व डिविजनल चैंपियन जैरेड “द मंकी गॉड” ब्रूक्स से भिड़ेंगे।
क्यूबा के पूर्व ओलंपिक रेसलर अपने परिवार को घर पर छोड़कर अमेरिका आ गए ताकि वो इस खेल के टॉप पर पहुंच सकें और लगता है कि उनका त्याग अब रंग ला रहा है।
“एल ग्लैडीएडर” ने onefc.com को बताया:
“मैं जब छोटा था, तब से MMA फाइटर बनने और अमेरिका जाकर फाइट करने का सपना देख रहा था। जब मैं ओलंपिक (2012) से वापस आया तो मैंने तय कर लिया था कि अपना टाइम मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स को देना है।
“मैं अपने और अपने परिवार के अच्छे मौकों के लिए अमेरिका आया क्योंकि क्यूबा में वित्तीय हालात ठीक नहीं हैं। मैं जानता था कि वहां MMA फाइटर बनने का मेरा सपना कभी पूरा नहीं हो पाता।”
बलार्ट अपने निवास स्थान सैंटियागो डी क्यूबा से अपने पिता के साथ निकले और करीब चार महीने दक्षिण अमेरिका से गुजरने के बाद यूनाइटेड स्टेट्स पहुंचे।
उन्हें अपनी प्रेग्नेंट पत्नी और दो बेटियों को वहीं छोड़ना पड़ा, लेकिन “एल ग्लैडीएडर” ने कसम खाई थी कि वो कुछ बड़ा हासिल करेंगे ताकि अपने परिवार के साथ फिर जुड़ सकें:
“मेरे पिता मेरे साथ अमेरिका आए। मेरी पत्नी, मां और तीन बेटियां क्यूबा में ही हैं। मेरी दादी और बाकी परिवार भी वहीं हैं। मैं चाहता हूं कि मेरा परिवार मेरे साथ हो। यही मेरा सपना है।
“मेरे पास जितनी कामयबी होगी तो उतना ही पैसा होगा और मैं अपने परिवार को अच्छा जीवन दे पाऊंगा। मैं चाहता हूं कि मेरी बेटियों को अच्छी शिक्षा मिले और मेरे माता-पिता को यूएस में अच्छी जिंदगी मिले।”
कैसे गुस्तावो बलार्ट को अपने परिवार से दूरी से ताकत मिल रही है
अपनी पत्नी और बेटियों के बिना जीवन जीना गुस्तावो बलार्ट के लिए बहुत कठिन है। दूरी के बावजूद इन्हीं के कारण वो हर दिन उठकर ट्रेनिंग करते हैं ताकि कामयाबी हासिल कर सकें।
37 वर्षीय स्टार ने बताया:
“मैं पिछले आठ सालों से अमेरिका में अपने परिवार के बिना हूं। मैं यहां 2016 में आया था। मैंने बहुत बड़ा त्याग किया है। मेरा परिवार हमेशा मेरे दिमाग में रहता है।
“अपनी बेटियों के बारे में सोचकर मुझे ताकत मिलती है। उन्हीं की वजह से मैं रोज उठता और फाइट करता हूं। मेरा परिवार यहां होना मेरे लिए सबसे अच्छी बात होगी।
“वो इस बात पर निर्भर है कि इस पल में क्या कर रहा हूं। वे मेरे प्रयासों पर निर्भर हैं। फाइट के दौरान जब भी मैं थका हुआ या फिर कठिन पलों से गुजरता हूं तो उनके बारे में सोचता हूं। मैं सोचता हूं कि फाइट जीतना मेरे लिए कितना अहम है।”
भले ही वो रोजमर्रा की जिंदगी में अपने परिवार के साथ नहीं रहते, लेकिन बलार्ट पूरी कोशिश करते हैं कि वो अपनी बेटियों के लिए मौजूद रहें।
भले ही फोन कॉल और वीडियो कॉल से दूर होने की भरपाई नहीं हो सकती, मगर “एल ग्लैडीएडर” हर प्रयास कर रहे हैं कि उनकी गैरमौजूदगी एक दिन जरूर फायदा पहुंचाएगी:
“मैं अपनी बेटियों से हर दिन बात करता हूं। मैं उन्हें गुड नाइट कहता हूं और उनके स्कूल के बारे में पूछता हूं। मैं भले ही वहां नहीं हूं, लेकिन कोशिश करता हूं कि वहां रहूं।
“जब वो मेरे साथ यहां होंगी तो पूरा प्रयास करूंगा कि उन्हें अच्छी शिक्षा मिले। मैं उन्हें पूरा समय दूंगा, जो अब नहीं दे पा रहा। मैं उन्हें दिखाऊंगा कि उनसे कितना प्यार करता हूं।”