कोच जिन्होंने टायफुन ओज़्कान को समस्याओं से बाहर निकाला – ‘उन्होंने मुझे अच्छा इंसान बनाया’
टायफुन ओज़्कान को बचपन में अपने घर में एक रोल मॉडल की काफी कमी खली, लेकिन उनके जीवन में ये भूमिका परिवार के बाहर किसी अन्य व्यक्ति ने निभाई।
डच-टर्किश किकबॉक्सिंग स्टार अब 10 जून को ONE Fight Night 11: Eersel vs. Menshikov में सुपरबोन सिंघा माविन के खिलाफ मैच की तैयारियों में जुटे हैं। उन्हें शुरुआत में मैकी बेन-अज़ूज़ के रूप में एक गुरु मिला, जिन्होंने उन्हें Siam Gym में ट्रेनिंग दी थी।
किकबॉक्सिंग कोच को ये पता करने में ज्यादा समय नहीं लगा कि युवा स्टार को घर से संबंधित दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं क्योंकि उनके पिता को नशे की लत लग चुकी थी।
इसलिए बेन-अज़ूज़ ने युवा स्ट्राइकर को अपनी निगरानी में रखा। अब 18 साल बाद वो “टरबाइन” के साथ कॉर्नर पर मौजूद होंगे, जब बैंकॉक के लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में #1 रैंक के फेदरवेट किकबॉक्सिंग कंटेंडर सुपरबोन से भिड़ेंगे।
ओज़्कान ने ONEFC.com से कहा:
“बेन-अज़ूज़ को मैं पिता के रूप में देखने लगा था। मैंने जब जिम में कदम रखा, तब उन्होंने मुझे इतनी तवज्जो दी जो मुझे कभी नहीं मिली थी। इसलिए वो मेरे लिए रोल मॉडल रहे और मेरे लिए पिता की तरह रहे हैं। उन्होंने मेरी बहुत मदद की।
“उन्होंने पाया कि मेरे अंदर टैलेंट था और कड़ी मेहनत करता था और वो मेरे घर पर चल रही समस्याओं से भी अवगत थे। इसलिए उन्होंने काफी हद तक मेरा पालन-पोषण किया।”
ओज़्कान को जिम में उपकरणों के इस्तेमाल के लिए कोई फीस नहीं देनी होती थी। बेन-अज़ूज़ जानते थे कि उनका युवा शिष्य इस खेल में नई ऊंचाइयों को छू सकता है इसलिए उन्होंने ओज़्कान को आगे बढ़ने में बहुत मदद की।
उनके इसी विश्वास के कारण आज “टरबाइन” ONE के किकबॉक्सिंग डिविजन में #5 रैंक के कंटेंडर हैं।
वहीं ओज़्कान मानते हैं कि वो अपने कोच के साथ के कारण ही इतनी सफलता प्राप्त कर सके हैं:
“मुझे उन्होंने मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाया है, इसी वजह से आज इस मुकाम तक पहुंच सका हूं और साथ ही उन्होंने मुझे अच्छा इंसान भी बनाया है। वो सुपरबोन के खिलाफ मैच में मेरे साथ कॉर्नर पर होंगे। मेरी सफलता में उनका बहुत बड़ा हाथ रहा है।
“मैं गर्व से कह सकता हूं कि उन्होंने मेरे लिए बहुत कुछ किया है। मैं दिखाना चाहता हूं कि उनका साथ मेरे लिए कितना मायने रखता है।
“आप कुछ भी कह सकते हैं, लेकिन वो जानते हैं कि वो मेरे ऊपर भरोसा कर सकते हैं। ये एक ऐसा साथ है जिसे आप तोड़ नहीं सकते।”
ओज़्कान ने अपने गुरु से सीखे सबसे अच्छे सबक के बारे में बताया
करीब 2 दशकों तक कोच मैकी बेन-अज़ूज़ ने टायफुन ओज़्कान की मदद के लिए बहुत बार सीमाएं लांघी हैं, लेकिन उन्हें मिली सबसे अच्छी सलाह किकबॉक्सिंग से संबंधित नहीं है।
बेन-अज़ूज़ ने अपने शिष्य को केवल ट्रेनिंग करने में नहीं बल्कि एक अच्छा इंसान बनने में भी मदद की।
उन्हें अपने गुरु से मिला सबसे अच्छा सबक ऐसा था, जो उनसे काफी लोगों को दूर कर सकता था। लेकिन अब ओज़्कान मानते हैं कि उस शिक्षा के कारण वो अपने व्यक्तित्व में सुधार कर पाए हैं।
31 वर्षीय स्टार ने कहा:
“कोच ने मुझे हमेशा अपनी बात बिना घुमाते हुए स्पष्ट रूप से करने के लिए कहा। अगर आप कुछ महसूस कर रहे हैं तो अपने दिल में ना रखते हुए उसे बोल देना चाहिए।
“आजकल के लोग बहुत अलग हैं, जो झूठ बहुत बोलते हैं। आपको कभी किसी को झांसा नहीं देना चाहिए। आपके मन में जो चल रहा है, उसपर खुल कर बात करनी चाहिए। क्या पता काफी लोग आपको पसंद करें और कुछ ना करें, लेकिन अपनी बात स्पष्ट रखने पर आपको तुरंत पता चल जाएगा कि वो आपको पसंद करते हैं या नहीं। ये उनके द्वारा मुझे मिली सबसे अच्छी सलाह रही।”
अब किकबॉक्सिंग के खेल में बड़े स्टार बन चुके ओज़्कान की लोकप्रियता बढ़ी है और ये सलाह उनके बहुत काम आ रही है।
परिणामस्वरूप उनके साथ हमेशा अच्छे लोग होते हैं और इसका श्रेय बेन-अज़ूज़ को जाता है।
“टरबाइन” ने कहा:
“अगर आप सफलता प्राप्त कर रहे हैं तो बुरे लोग आपके करीब आने की कोशिश करेंगे। मगर आप उन्हें स्पष्ट जवाब देंगे तो आप जान जाएंगे कि वो आपको पसंद नहीं करते। इसलिए ये सलाह मेरे लिए कारगर रही है।”