कैसे MMA करियर ने माइरा मज़ार को मुश्किल परिस्थितियों से निकालकर एक सफल एथलीट बनाया
पिछले साल नवंबर में हुए ONE: INSIDE THE MATRIX IV में चोई जिओंग युन को हराने के बाद माइरा मज़ार कई इंटरव्यूज़ दे चुकी हैं।
लेकिन एक ऐसा समय भी था, जब मज़ार सवाल पूछने वाली जगह पर हुआ करती थीं।
34 वर्षीय स्टार साओ पाउलो, ब्राजील के बड़े न्यूज़ नेटवर्क जोवेम पैन के लिए रेडियो रिपोर्टर का काम किया करती थीं। उस समय वो साओ होज़े डोस कैम्पोस में अपनी मां के साथ रहती थीं।
उस समय मज़ार स्थानीय अपराध, राजनीति, खेल और बिजनेस की खबरों को कवर किया करती थीं। लेकिन 2012 में उनकी पिनहीरीन्यो के लोगों के समुदाय का अपनी चीजों को खोना एक नेशनल स्टोरी बनी, जिससे मज़ार ने भी बहुत सुर्खियां बटोरीं।
उन्होंने कहा, “मैं उन लोगों को अपने घर, सामान और अन्य चीजों को छोड़कर जाते देख बहुत दुखी थी। जब मैं उस दिन वापस घर आई, मैंने उन लोगों के बारे में सोचकर अपनी मां को गले लगाया।”
उस बात को अब 8 साल बीत चुके हैं, लेकिन उस घटना से मज़ार को कई सबक सीखने को मिले थे।
उन्होंने कहा, “अक्सर हम किसी फोन, किन्हीं जूतों या फिर एक महंगे रेस्तरां में खाना ना खा पाने की स्थिति को कोसते हैं, लेकिन हमें ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जिनके पास रहने, खाने और पहनने के लिए शायद कुछ भी नहीं होगा।”
“इसलिए मेरे मन में जब भी ऐसा कोई विचार आता है तो मैं खुद से कहती हूं कि, ‘माइरा ऐसा मत करो और खुद को मिले जीवन में खुश रहो।”
साल 2015 में जब उनके प्रोफेशनल मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स करियर की शुरुआत हुई तो उनके सबकी मदद करने वाले रवैये की कड़ी परीक्षा ली गई।
ब्राजीलियाई स्टार रेडियो स्टेशन को छोड़ साओ पाउलो में अपने पिता के साथ रहने लगीं और इस उम्मीद में थीं कि उन्हें अच्छी ट्रेनिंग और भविष्य में मैच भी मिल सकेंगे।
मज़ार को मार्शल आर्ट्स, बॉक्सिंग और सांडा की ट्रेनिंग देने का काम मिला, जिससे वो खुद भी अपने फाइटिंग करियर में आगे बढ़ सकें।
लेकिन जैसे ही मज़ार के जीवन में अच्छी चीजें होनी शुरू हुईं, उनके पिता का इम्यून सिस्टम बहुत खराब स्थिति में जा पहुंचा। उनके शरीर में उम्मीद से ज्यादा हॉर्मोन बन रहे थे, जिसके कारण स्थिति और भी बिगड़ती जा रही थी।
मज़ार ने कहा, “वो बहुत परेशान रहने लगे। उन्हें कई सारे टेस्ट्स से गुजरना पड़ा, नियमित तौर पर डॉक्टर के पास जाना और बहुत सारी दवाइयां भी लेने लगे थे।”
उस घटना के बाद मज़ार को अहसास हुआ कि वो अपने पिता के कितना करीब हैं। इसलिए अपने परिवार की वित्तीय मदद करने के लिए उन्होंने मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग से होने वाली कमाई से अपने पिता के स्वास्थ्य संबंधी खर्चे को उठाना शुरू किया।
उसी समय उन्होंने रीज़नल लेवल के मैचों में भाग लेना शुरू किया। लेकिन उन्हें अपने सभी खर्चों को खुद ही उठाना था।
उन्होंने स्वीकार करते हुए कहा, “मुझे फाइट करना बहुत पसंद था, कभी-कभी ये बहुत कठिन होता था क्योंकि वो बिना कोई पैसे लिए मैचों का हिस्सा बनती थीं। उन्होंने मुझे कभी पैसे नहीं दिए। मैंने रिंग में उतरना इसलिए जारी रखा क्योंकि मैं वहां पैसे कमाने नहीं बल्कि खुद को सपने को पूरा करने के लिए गई थी।”
2019 में उनकी किस्मत बदली। Evolve ने नए स्टार्स को टीम में शामिल करने के लिए ट्राइआउट करवाए और मज़ार भी अपनी समस्या से निजात पाने के लिए सिंगापुर आ गईं।
जिम के कोचों को प्रभावित करने के कारण उन्हें टीम से जुडने का ऑफर मिला। लेकिन उनके सामने सवाल ये था कि क्या वो ब्राजील में अपने परिवार को पीछे छोड़ सिंगापुर शिफ्ट होना चाहेंगी या फिर अपने परिवार के साथ रहकर करियर में आगे बढ़ने के लिए संघर्ष करती रहेंगी?
मज़ार ने अपने माता-पिता से बात की, उन्होंने फैसला लिया कि उनकी बेटी ने यहां तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है।
अपने माता-पिता से दूर रहकर ब्राजीलियाई एथलीट अच्छा महसूस नहीं कर पा रही थीं, खासतौर पर उन्हें अपने पिता की बहुत याद आ रही थी।
उन्होंने कहा, “मैं सिंगापुर आने के बाद डरी हुई थी क्योंकि मेरे पिता उस समय भी बीमार थे।”
“लेकिन हम जानते थे कि सिंगापुर में मेरे द्वारा कमाए गए पैसों से हम उन्हें एक अच्छे डॉक्टर के पास ले जा सकते थे। साथ ही मैं ये भी जानती थी कि उस समय मेरी मां उनकी मदद के लिए घर पर मौजूद थीं।”
मज़ार का फैसला सही साबित हुआ। “द लॉयन सिटी” में आने के बाद उनके करियर को एक नई राह मिली। वो अपने पिता के स्वास्थ्य का भी ख्याल रख पा रही थीं, जो अब पूरी तरह स्वस्थ हैं।
ये सफर मज़ार के लिए आसान नहीं रहा, लेकिन कठिन परिस्थितियों से गुजरने का ही नतीजा है कि आज वो खुश हैं।
मज़ार का अगला लक्ष्य अपने परिवार के साथ रहना है, वापस ब्राजील में नहीं बल्कि अपने माता-पिता को सिंगापुर लाना चाहती हैं।
ब्राजीलियाई स्टार ने कहा, “एक दिन मैं अपने परिवार को सिंगापुर में लाना चाहती हूं। मैं उन्हें एक ज्यादा सुरक्षित जगह पर रहते देखना चाहती हूं क्योंकि यहां रहकर मुझे भी ऐसा ही महसूस होता है।”
“सिंगापुर में मुझे किसी चीज से कोई दिक्कत नहीं है। यहां मैं अच्छा महसूस करती हूं। मैं फोन को हाथ में लिए कहीं भी घूम सकती हूं और यहां ज्यादा सुरक्षित महसूस करती हूं। देर रात तक भी यहां घर से बाहर जाने में मुझे डर का अहसास नहीं होता।
“2 साल पहले मैं सोच भी नहीं सकती थी कि मैं सिंगापुर में रहूंगी। मैं हमेशा सोचती थी कि जरूर भगवान ने मेरे लिए कुछ अच्छी चीज सोचकर रखी होगी।”
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