BJJ सुपरस्टार डेनियल केली ने किस तरह निजी समस्याओं से उबरकर सबमिशन ग्रैपलिंग में सफलता पाई
डेनियल केली अभी तक ONE Championship के 3 मैचों में अपराजित रही हैं और अब एक महान एथलीट बनने की ओर अग्रसर हैं।
शनिवार, 30 सितंबर को होने वाले ONE Fight Night 14: Stamp vs. Ham में अमेरिकी स्टार का सामना मौजूदा IBJJF वर्ल्ड चैंपियन जेसा खान से होगा, जहां सबसे पहला ONE विमेंस एटमवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड टाइटल दांव पर लगा होगा।
सिंगापुर इंडोर स्टेडियम से यूएस प्राइमटाइम पर लाइव प्रसारित होने वाला ये मैच ONE के इतिहास का सबसे पहला विमेंस सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप मुकाबला होगा और इसमें जीतने वाली फाइटर दुनिया भर में एक अलग पहचान हासिल कर सकती है।
लाइव एक्शन के शुरू होने से पहले यहां जानिए केली ने अपने कॉम्बैट करियर में कितनी कठिनाइयों का सामना किया है।
ब्राजीलियन जिउ-जित्सु से प्यार हुआ
केली का जन्म फिलाडेल्फिया शहर में हुआ और इसी जगह पर पली-बढ़ी हैं। वो बचपन में बहुत शर्मीले स्वभाव की थीं। केली के पिता ने उन्हें पहली बार मार्शल आर्ट्स (कराटे) सीखने तब भेजा, जब वो 10 साल की थीं।
मगर कुछ महीनों बाद ये खेल केली के माता-पिता के लिए मुसीबतें पैदा करने लगा था, जिसके कारण उन्हें अपने घर से नजदीक जिम ढूंढना पड़ा। गूगल पर रिसर्च के बाद उन्होंने BJJ ट्रेनिंग सेंटर में दाखिला लिया।
उन्हें अधिकांश मौकों पर लड़कों के साथ ग्रैपलिंग करनी होती थी, लेकिन थोड़े समय बाद ही उन्हें इस खेल से लगाव महसूस होने लगा था।
उन्होंने बताया:
“मैंने जब पहली बार जिउ-जित्सु क्लास को जॉइन किया, तब मुझे एक और लड़की नज़र आई। मगर वो मुझसे उम्र में कुछ साल छोटी थी इसलिए मैं उनके साथ पूरी ताकत से फाइट नहीं कर सकती थी। इसलिए मैंने लड़कों के साथ फाइट की। उस समय मेरे कोच को लगा कि उन्हें मुझे कुछ नए मूव्स सिखाने चाहिए और थोड़े समय में ही मैंने इसमें महारत हासिल कर ली थी।
“हमने करीब 2 मिनट का स्पारिंग सेशन किया, जिसके बाद मैंने सभी लड़कों को धराशाई कर दिया। मुझे ये खेल बहुत पसंद आया था।”
केली को जैसे प्रकृति ने ग्राउंड फाइटिंग स्किल्स के रूप में एक तोहफा दिया था और उन्होंने ट्रेनिंग शुरू करने के 4 महीनों बाद पहली फाइट की।
यहीं से उनके लंबे प्रोफेशनल ग्रैपलिंग करियर की शुरुआत हुई और वो आगे चलकर अमेरिका की सबसे नामी फाइटर्स में से एक बनीं।
मार्शल आर्ट्स में नए दोस्त मिले
अमेरिकी स्टार के लिए BJJ केवल एक वर्कआउट का जरिया नहीं है, बल्कि इससे वो सेल्फ-डिफेंस भी कर सकती थीं।
केली के इस खेल में आने के बाद उनका परिवार एक नए नगर में आ गया था, जहां उन्हें नए दोस्त बनाने में दिक्कतें हो रही थीं।
उन्होंने बताया:
“मुझे किसी विषय में पूरी तरह सम्मिलित हो जाना अच्छा लगता है। शायद लोग सोचते हैं कि बच्चों के लिए परिस्थितियों से उबर पाना आसान होता है। मगर मानसिक स्थिति की बात करूं तो नए स्कूल में आने के बाद मेरा कोई दोस्त नहीं था।”
शर्मीले स्वभाव के कारण केली के लिए नए स्कूल में आना और यहां नए दोस्त बनाना बहुत मुश्किल था, इसलिए वो अपने परिवार के नई जगह पर आने के फैसले से नाराज थीं।
मगर ब्राजीलियन जिउ-जित्सु ने उन्हें मानसिक रूप से कमजोर होने से बचाया। इस खेल के कारण उन्हें नए दोस्त मिले, जिससे कठिन परिस्थितियों में उनका आत्मविश्वास बढ़ने लगा था:
“मैं अपने परिवार के नई जगह पर शिफ्ट होने के फैसले से नाराज थी क्योंकि मैं नई जगह पर नहीं जाना चाहती थी। जैसे मैंने अपने पहले जिउ-जित्सु स्कूल में दोस्ती कायम की थी, वैसे ही मुझे यहां भी नए दोस्त मिले जिससे मुझे बहुत अच्छा महसूस हुआ।
“मेरा आत्मविश्वास बढ़ रहा था और अच्छा महसूस करने लगी थी। चूंकि मेरा बॉडी फैट ज्यादा हुआ करता था, लेकिन जिउ-जित्सु में आने के कारण मैं अच्छी शेप में आ पाई।”
‘माता-पिता के लिए फाइट कर रही हूं’
युवा ग्रैपलर ने प्रोफेशनल BJJ में अच्छा करना जारी रखा और आक्रामक तरीके से सबमिशन मूव्स लगाने और खतरनाक लेग लॉक्स लगाने वाले स्टाइल के जरिए खूब पहचान हासिल की।
मगर सफलता प्राप्त करने के दौरान वो व्यक्तिगत रूप से बहुत आहत भी हुईं। उन्हें बहुत छोटी उम्र में अपने माता-पिता को खोना पड़ा, जो काफी समय से बीमार थे।
बीमार माता-पिता की देखभाल करते हुए बड़ा होना आसान नहीं था। इस स्थिति का मुकाबला करने के लिए उन्होंने मार्शल आर्ट्स की राह चुनी:
“जिउ-जित्सु और ट्रेनिंग के जरिए मैं घर पर चल रही कठिन परिस्थितियों से मुकाबला कर पा रही थी।”
वो अब एक वर्ल्ड क्लास ब्लैक बेल्ट फाइटर और दुनिया की सबसे खतरनाक सबमिशन आर्टिस्ट्स में से एक के रूप में पहचानी जाती हैं। केली अपने माता-पिता को खोने को प्रोत्साहन के रूप में देखती आई हैं।
उन्होंने कहा:
“अपने किसी चहेते इंसान को संघर्ष की स्थिति में देखना आसान नहीं होता, जिससे बच्चों पर काफी असर पड़ता है। इसी वजह से मैं आज भी जिउ-जित्सु से जुड़ी हुई हूं। मुझे लगता है कि जब मैं खासतौर पर ONE में फाइट करती हूं, तब मेरे अंदर एक नया जुनून होता है।
“अपने पुराने मैचों को देखती हूं तो अलग तरह का अहसास होता है। मैं अब किसी वजह से फाइट कर रही हूं। मैं अपने माता-पिता के लिए फाइट कर रही हूं, जिससे मुझे बहुत प्रोत्साहन मिलता है। दुर्भाग्यवश, वो आज मेरे साथ नहीं हैं इसलिए मेरा प्रोत्साहन उन्हें ये दिखाने का तरीका है कि उन्होंने मेरे लिए क्या किया है। मैं खुद को साबित करने के अलावा समय के साथ खुद में सुधार भी करती रहूंगी।”
उनके सबसे बड़े फैन
जब केली अपने बचपन की अच्छी और बुरी यादों के बारे में सोचती हैं, तब एक बात हमेशा उनके दिमाग में घूमती रहती है।
अमेरिकी स्टार के पिता उनके सबसे बड़े फैन हुआ करते थे और उनका सपोर्ट आज भी केली के साथ है:
“मैंने जब भी खेलों में आगे बढ़ने का फैसला लिया, मेरे पिता ने हमेशा मेरा साथ दिया। वो पिता होने के साथ-साथ मेरे कोच भी थे। उनके जैसा समर्थन होना अच्छा अनुभव था, जो मुझे हमेशा बेहतर करते हुए देखना चाहते थे।”
27 वर्षीय स्टार को याद है कि उनके पिता को उनका करियर का शुरुआती प्रदर्शन कितना पसंद आया था।
वो जानती हैं कि उनके पिता को उनपर आज भी गर्व होगा। वो आज ग्रैपलिंग जगत की टॉप फाइटर्स में से एक हैं और जल्द ही सबमिशन ग्रैपलिंग के सबसे बड़े वर्ल्ड टाइटल के लिए फाइट करने वाली हैं।
केली ने अपने पिता की यादों का जिक्र करते हुए बताया:
“मेरे जिउ-जित्सु में बने रहने का ये भी एक कारण है। प्रत्येक दिन मुझे उनकी और उनके प्रेरणा भरे शब्दों की याद आती है। वो मेरी हर बड़ी जीत पर मुझे प्रोत्साहन देते थे।
“वो आज मेरे सभी मैचों को देखकर गर्व महसूस करते। मुझे अपने करियर में अच्छा करने और खुद में सुधार करते देखने पर उनके चेहरे पर जो हंसी आती थी, मैं उन यादों को कभी नहीं भुला पाऊंगी।”