कैसे ड्रॉइंग करने से मुहम्मद आइमान को मिलती है शांति
ONE Championship के रोस्टर में भले ही “जंगल कैट” मुहम्मद आइमान सबसे ऊर्जावान एथलीट्स में से एक हों लेकिन उनके पास एक दूसरा पैशन भी है, जो मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स के प्रति लगाव को चुनौती देता है।
वो जब सर्कल में अपने तेज-तर्रार मार्शल आर्ट्स का प्रदर्शन नहीं कर रहे होते हैं तो ये शानदार मलेशियाई एथलीट हाथों में स्केचबुक के साथ देखे जा सकते हैं।
मैकेनिकल पेंसिल और इरेजर से लैस दुबले-पतले बेंटमवेट घंटों अपने दिमाग को रचनात्मकता के बहाव में बहा सकते हैं।
निगेरी सेंमबिलन में जन्मे एथलीट ने बताया, “मैं अब तक की अपनी पूरी जिंदगी में ड्रॉइंग करता आ रहा हूं। ऐसा मैं मार्शल आर्ट्स या और कोई भी चीज, जो मेरी जिंदगी का हिस्सा है, उससे पहले से कर रहा हूं।”
“बचपन में मुझे ड्रॉइंग और स्क्रबिंग बहुत अच्छी लगती थी और जब मैं आठ या नौ साल का था, तब मैंने इसे गंभीरता से लेना शुरू कर दिया। मैंने देखा कि मैं अपने आसपास के दूसरे बच्चों से ज्यादा अच्छा कर रहा हूं तो मैं इसके साथ जुड़ा रहा।”
कला जल्द ही उनकी जिंदगी का बड़ा हिस्सा बन गई।
यहां तक कि जब “जंगल कैट” अपने माता-पिता के साथ केलाना जाया में शॉपिंग करने जाया करते थे तो वो खिलौनों की जगह पेंसिल और स्केचबुक खरीदने को कहते थे। वो अपनी ड्रॉइंग टूल को हर जगह ले जाते थे और खुशी से अपना काम दूसरों को दिखाते थे।
आइमान का ये टैलेंट उनके करीबियों से भी छुपा नहीं रहा है। इस युवा एथलीट के नये पैशन को उनके माता-पिता ने जल्द ही पहचान लिया और टीचर व दोस्त उनकी ड्रॉइंग देखकर दंग रह जाते थे।
कई दोस्त उनके जैसा ही स्केच करना चाहते थे और इसके लिए उनसे टिप्स भी लिया करते थे। बचपन में काफी कम बोलने की वजह से वो किसी की ज्यादा मदद नहीं कर पाते थे।
उन्होंने बताते हुए कहा, “मैं बस लोगों से यही कहता रहता था कि अगर आप अच्छा करना चाहते हैं तो ऐसा नेचुरली हो जाता है। इस वजह से आपको चीजें बार-बार दोहरानी होती हैं।”
“उस समय सबको यही लगता था कि मैं एक दिन आर्टिस्ट बनूंगा लेकिन मैं इसलिए ड्रॉइंग करता था, ताकि मन को शांति मिल सके। यही सच्चाई थी।”
हालांकि, एक और कारण भी था कि इस मलेशियन एथलीट ने पेंसिल थामे रखकर स्केचिंग जारी रखी। इस तरह से वो अपने आपको ज्यादा बेहतर तरीके से व्यक्त कर पाते थे।
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अपने किशोरावस्था के दिनों में वो ज्यादा बात नहीं किया करते थे लेकिन इसका ये मतलब बिल्कुल नहीं है कि वो भावनाहीन थे और समाज से अलग-थलग रहना पसंद करते थे।
उनके लिए ये जरिया अपने विचारों को लोगों से बताने से ज्यादा आसान था।
उन्होंने बताया, “ये मेरे लिए अपने भावों को दर्शाने का एक तरीका था क्योंकि मैं लोगों से बात करने में अच्छा नहीं था। कई लोग अपने विचार को दिमाग से बाहर लाने के लिए लिखने का सहारा लेते हैं। वहीं मैं ड्रॉइंग के जरिए ऐसा करता हूं।”
जल्द ही “जंगल कैट” ने ब्लीच और नरुटो के एनिमे कैरेक्टर भी ड्रॉ करने शुरू कर दिए लेकिन जब वो केवल 12 साल के ही थे तो उन्होंने अपना दायरा बढ़ाते हुए खुद की शॉर्ट कॉमिक्स बनानी शुरू कर दी थीं।
आइमान ने मलेशिया में रहने वाले एक लड़के के बड़े होने पर सामने आ रहीं मुश्किलों पर अपनी कॉमिक्स बनाने के काम पर ध्यान लगाया।
ये स्ट्रगल उनके 15 साल के होने पर आ रही दिक्कतों से जोड़कर देखे जा सकते हैं। दरअसल, उनका परिवार केलाना जाया से वापस अपने होम टाउन निगेरी सेंमबिलन चला गया था। वहां के नए स्कूल के क्लासमेट उन्हें बहुत परेशान करते थे।
एक बार फिर उनके दिमाग में चल रही उथल-पुथल की परछाई देखी गई, जो उनके लिए बता पाना काफी मुश्किल हो रहा था।
इस बेंटमवेट एथलीट ने बताया, “ये चीजें कुछ किरदारों के बारे में थीं, जो स्कूल जा रहे होते थे, वो स्कूल में क्या कर रहे होते थे, स्कूल खत्म होने के बाद और घर पर उनकी जो स्थिति होती थी? इसमें मेरी काफी सारी भावनाएं शामिल थीं, जो मलेशिया में रोजाना की जिंदगी से जुड़ी थीं।”
“साथ ही मेरा कॉमिक्स की ओर झुकाव इसलिए बढ़ा क्योंकि मैं काफी सारी जैमपेक स्टार्ज कॉमिक्स खरीद रहा था। उन दिनों ये काफी मजेदार कॉमिक्स हुआ करती थीं और इसने ही मुझे अपनी खुद की कॉमिक्स शुरू करने के लिए प्रेरित किया था।
मलेशियाई टीनेजर को अपने आर्ट टीचर से भी काफी प्रेरणा मिली थी, जिन्होंने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्हें आगे बढ़ाया।
जब किसी ने उनको प्रोत्साहित किया और उन्हें मददगार टिप्स दीं तो इससे आइमान की ड्रॉइंग बिल्कुल ही नए स्तर पर पहुंच गई।
बेंटमवेट एथलीट ने बताया, “मैंने ड्रॉइंग की बुनियादी चीजों को सीखा। खासकर, शेडिंग को क्योंकि मैं उसमें ज्यादा अच्छा नहीं था। उन्होंने मुझे अपना पूरा दिमाग लगाने को कहा था इसलिए मैंने इस पर काफी ध्यान दिया और उन्हें हमेशा अच्छा करके दिखाया।”
“थोड़ी बहुत रिसर्च करने के बाद मुझे पता चला कि कई तरह की पेंसिल आती हैं जैसे 2बी, 4बी, 8बी आदि, जिन्हें ड्रॉइंग के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। मैंने और ज्यादा कॉटन बड्स भी खरीदने शुरू कर दिए क्योंकि इससे मुझे शेडिंग करने में मदद मिलती थी।
“एक अन्य तरीके से भी मैंने अपनी क्षमताओं को बढ़ाया और पेन से ड्राइंग करना शुरू कर दिया क्योंकि इससे आपको अपने तरीकों पर भरोसा करना आ जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि पेन का लिखा आप मिटा नहीं सकते हैं।”
एक बार जब वो पूरी तरह से तैयार हो गए, तो निगेरी सेंमबिलन के रहने वाले एथलीट ने अपनी पहली कुछ तस्वीरें पूरा करने का लक्ष्य बनाया।
उस समय “जंगल कैट” ने अपनी दो पसंदीदा एक्ट्रेस की तस्वीरें बनाईं। इनमें से पहली क्रिस्टन स्टीवर्ट थीं, जिन्होंने फैंटेसी रोमांस मूवी फ्रेंचाइजी ट्वाइलाइट में बेला स्वॉन का किरदार निभाया था। दूसरी कोल्हे मॉरेट्ज हैं, जिन्होंने किक ऐस में बेहतरीन किरदार निभाया था।
हालांकि, उन्होंने इन तस्वीरों को करीब एक दशक पहले बनाया था लेकिन ये दोनों मास्टरपीस आज तक उनके द्वारा बनाए गए सबसे पसंदीदा कामों में से एक हैं।
उन्होंने गर्व से बताया, “मुझे इन्हें पूरा करने में करीब दो हफ्ते लगे और आज के दिन तक ये मेरे पसंदीदा कामों में से हैं। पिता ने इनको मेरे लिए फ्रेम करवा दिया था।”
इस समय तक आइमान ने अपना एथलेटिक करियर बनाना भी शुरू कर दिया था।
वो अपनी स्किल को “द स्वीट साइंस” में विकसित करने में लगे थे और हाई स्कूल में जाने के समय से ही बॉक्सिंग मैचों में मुकाबला कर रहे थे।
इन सबके बावजूद “जंगल कैट” ड्रॉइंग करने के लिए कुछ समय निकाल लेते थे। खासकर, शाम या रात का समय जब उनका शेड्यूल फ्री हो चुका होता था।
हालांकि, जब वो ग्रेजुएट हो गए तो आइमान ने ड्रॉइंग को ज्यादा समय नहीं दिया और अपनी पूरी ताकत मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में लगा दी।
उन्होंने बताया, “मैं ड्रॉइंग को अपनी महत्वाकांक्षा कभी नहीं बनाना चाहता था क्योंकि मैं बॉक्सिंग में अच्छा था और जल्द ही मिक्स्ड मार्शल भी करने लगा था। मेरे दिमाग में बस यही दानों चीजें चलती रहती थीं।”
जल्द ही उनको ड्रॉइंग पूरी तरह से रोकनी पड़ी क्योंकि वो अपने बढ़ते हुए एथलेटिक करियर पर ध्यान देना चाहते थे। इसे देखते हुए उन्होंने ONE Championship जॉइन कर ली और Bali MMA में अपना कौशल निखारने के लिए इंडोनेशिया चले गए।
हालांकि, वो The Home Of Martial Arts में मलेशिया के सबसे चमकते सितारे हैं लेकिन उन्हें काफी कठिन अनुभवों से गुजरना पड़ा था। इस दौरान उन्हें कई चोटें भी लगी थीं।
इससे आइमान को व्यक्तिगत स्तर पर काफी लंबे समय तक आघात झेलना पड़ा था। उन्हें महसूस हुआ कि उनके पास अपनी खीझ निकालने का कोई सही रास्ता नहीं है।
किस्मत से उन्हें अपने बीते दिनों की याद आ गई और उन्हें ये भी पता चल गया कि ऐसी परिस्थतियों से कैसे सामना किया जाता है। इस बात को दिमाग में रखते हुए उन्होंने बाली में एक शाम को अपनी स्केचबुक और पेंसिल निकाल ली।
इस बार उन्होंने दो साल में पहली बार ड्रॉइंग की थी।
उन्होंने बताया, “मैं काफी सारी मुसीबतों से गुजर रहा था और फिर कुछ चोटें लग गईं। ऐसे में चीजें मेरे लिए काफी मुश्किल हो गई थीं। मैं अपनी सुध-बुध खो रहा था। मेरे दिमाग में काफी सारी चीजें थीं लेकिन मैं ये नहीं समझ पा रहा था कि उन्हें व्यक्त कैसे करूं।”
“इसने फिर से मेरी मदद की। मैं हाल ही में इस लड़की से मिला था और उसने मुझसे कहा था कि मुझे और ज्यादा ड्रॉइंग करनी चाहिए। मेरा पूरा ध्यान तस्वीरों पर था लेकिन मैं बाली में फूलों और सीनरी बनाने की कोशिश भी कर रहा था।
“मुझे लगता है ये मेरे लिए सबसे अच्छी थेरिपी है। कौन जानता था कि मेरी पसंदीदा पुरानी आदत ही ट्रेनिंग के बाद रिलैक्स करने का सबसे अच्छा तरीका साबित होगी।”
आइमान ने भले ही कुछ साल पहले पेंसिल चलानी छोड़ दी थी लेकिन अब ऐसा सुनने में नहीं आता है कि वो इसे अब छोड़ने वाले हैं।
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