हिरोयुकी टेटसुका अपने सपने को पूरा करने के लिए कैसे सच के साथ खड़े रहे
हिरोयुकी “लास्ट समुराई” टेटसुका ने मिक्सड मार्शल आर्ट की शुरुआत के बाद से अपनी विस्फोटक ताकत से जापानी प्रशंसकों को रोमांचित किया है। अब ONE: CENTURY PART II में उन्हें वैश्विक दर्शकों को प्रभावित करने का मौका मिलेगा। 2015 में दो 10-सेकंड की फिनिश के साथ उन्होंने पेशेवर रैंक में धमाका किया और जून में पेंक्रेज वेल्टरवेट वर्ल्ड चैंपियन बन गए।
13 अक्टूबर को वो खुद को सर्वश्रेष्ठ साबित करने के लिए इतिहास के सबसे बड़े मार्शल आर्ट इवेंट में शूटो वर्ल्ड चैंपियन हर्नानी पेरपेटु का सामना करेंगे। रैंकों के माध्यम से उनका प्रसिद्धी जुनून की एक प्रेरणादायक कहानी है। रयोगुकु कोकुगिकन में अपने मुकाबले से पहले उन्होंने खुलासा किया कि वे दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट संगठन के सुपर स्टारडम तक पहुंचने के लिए छोटे शहर के ग्रामीण जीवन से कैसे उभरकर आए।
परिवार की नैतिकता
टेटसुका टोक्यो के उत्तर में टोचिगी प्रान्त के एक छोटे से शहर श्याओमाची में बड़े हुए। उन्हें अपनी बड़ी बहन के साथ माता-पिता ने पाला और मजबूत आचरण दिया। 29 वर्षीय बताते हैं कि ” मुझे तीन बातें अक्सर बताई जाती थीं- दूसरों की परेशानी का कारण नहीं बनना, अपने दोस्तों के साथ अच्छे व्यवहार करना और कुछ भी बुरा ना करना।”
एक बच्चे के रूप में वो हमेशा मार्शल आर्ट के लिए तैयार थे। उनके पिता और दादा दोनों मार्शल आर्ट प्रशंसक थे। उनके पड़ोस में प्रशिक्षण के लिए एकमात्र स्थान केन्डो डोजो था। इसलिए वह 8 वर्ष की आयु में उसमें शामिल हुए और 15 वर्ष की आयु तक प्रशिक्षण जारी रखा। यहां से उन्हें धैर्य, परिश्रम और तकनीक का ज्ञान मिला, जो आने वाले सालों में प्रतियोगी के रूप में उन्हें सर्वश्रेष्ठ बनने में मदद करेगा। उन्होंने ओडा किकबॉक्सिंग जिम में पहुंचकर भी बहुत कुछ सीखा।
सुविधाजनक क्षेत्र से बाहर
हाई स्कूल के बाद “लास्ट समुराई” सेकागाया क्षेत्र में जापान स्पोर्ट्स साइंस विश्वविद्यालय में दाखिला लेने के लिए टोक्यो में चले गए। यहां उन्होंने टीम ड्रैगन किकबॉक्सिंग जिम ज्वाइन किया। जबकि उन्होंने शारीरिक शिक्षा शिक्षक बनने के लिए पढ़ाई की। वो अपने मिक्सड मार्शल आर्ट को सीखना और कौशल को बढ़ाना चाहते थे। उस समय यह खेल अमेरिका में विस्फोटक हो गया था। इसलिए वह विदेश में प्रशिक्षण और अपने कौशल को बढ़ाना चाहते थे।
उनके पास अध्ययन या प्रशिक्षण के लिए अमेरिका जाने के लिए पैसे नहीं थे लेकिन इंटरनेट पर उन्हें अमेरिका के पोर्टलैंड में एक कार्यक्रम की जानकारी मिली, जहां वे खेत में कृषि प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते थे। विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त कर वो एमएमए में पहुंच गए। यहां टेटसुका की नई जीवन शैली पहले से मुश्किल थी। यहां भाषा की परेशानी एक और चुनौती बन गई थी।
वे बताते हैं कि जब तक मैंने दोस्त नहीं बनाए तब मुझे अंग्रेजी बोलना नहीं आता था। वहां की संस्कृति भी अलग थी। मैंने खुद से अध्ययन किया और दोस्तों के साथ बात करते हुए धीरे-धीरे अंग्रेजी सीखी। मुझे पता चला कि मैं कुश्ती पसंद करता था। मैं किकबॉक्सिंग में अपनी मांसपेशियों और ताकत का अधिक इस्तेमाल कर सकता हूं।”
दो साल और चार शौकिया मुकाबलों के बाद वह जापान लौट आए और यमदा दोजो में शामिल हो गए। जहां उन्होंने कोच कोइची ओटा के साथ अपना ग्राउंड गेम विकसित करना जारी रखा।
खुद के लिए सच रहना
जब टेटसुका घर लौटा उसने अपने शारीरिक शिक्षक डिग्री का इस्तेमाल अपने गृहनगर के जूनियर हाई स्कूल में एक शिक्षक के रूप में नौकरी पाने के लिए किया। लेकिन जल्द ही उसे अहसास हो गया कि उसके जुनून को पूरा किए बिना वह खुश नहीं रह सकता।
उन्होंने बताया कि “मैं छात्रों को अपना सर्वश्रेष्ठ ज्ञान देने का प्रयास करता था लेकिन मुझे एहसास हुआ कि कुछ सही नहीं था। मैं जानता था कि मैं एक पेशेवर मिक्सड मार्शल कलाकार बनना चाहता था और मैं अपने सपने को सच नहीं कर रहा था। ऐसे में मैं बच्चाें को कैसे उनके सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित कर सकता हूं। यही वो क्षण था जब मैंने पेशेवर एथलीट बनने का मन बनाया।”
उन्होंने एक साल का अनुबंध पूरा किया और चार महीने के लिए पोर्टलैंड वापस आ गए। यहां उन्होंने कोच एंडी मिन्सकर के साथ रोज सिटी फाइट क्लब में प्रशिक्षण लिया। नॉकआउट उनका परिचय कार्ड बन गया। उनकी आक्रामक शैली ने दूरी पर एक पेशेवर जीत दिलाई।
विश्व चैम्पियनशिप का सपना
टेटसुका को एक भारी चुनौती का सामना करना पड़ा जब उन्होंने भारी-भरकम केंटा ताकगी का सामना किया। इसने उन्हें पेंक्रेज वेल्टरवेट चैंपियन बनाया। जब वे तीन साल पहले मिले थे तो “लास्ट समुराई” को दूसरे राउंड में जल्दी ही रोक दिया गया था लेकिन वह ड्रॉइंग बोर्ड में वापस चला गया। अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ बेल्ट हासिल करने के लिए चार और मुकाबले जीते।
इस बार उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहले राउंड सबमिशन देकर जीत हासिल की और वेल्टरवेट किंग ऑफ पेंक्रेज बन गए। तोचिगी निवासी बताते हैं कि “इससे पहले मैं चिंतित था। पहली बार उन्होंने मेरी नाक तोड़ दी और मैं बुरी तरह से घायल हो गया। मैं जानता था कि उनकी स्ट्राइकिंग कितनी खतरनाक थी। वेट-इन्स से पहले की रात डर गया था।
उन्होंने कहा कि ‘मैच के बाद मुझे बढ़ी राहत मिली। यह दिखाना अच्छा लगा कि मैं अपने दो मैचों के बीच तीन सालों में एक एथलीट के रूप में कितना विकसित हुआ हूं। इसने 29 वर्षीय को एक स्तर पर कदम रखने और विश्व के सबसे बड़े मार्शल आर्ट संगठन में पदार्पण करने का मौका दिया, जो पेंक्रेज विश्व चैंपियन बनाम शूटो वर्ल्ड चैंपियन मैच-अप के क्वॉर्टेट का हिस्सा था।
टेटसुका को उम्मीद है कि वो एक शो में जगह बनाएंगे। वहां से दुनियाभर में अपना रोशन करने के लिए और भी बेहतर करेंगे। वह कहते हैं कि “मेरा उद्देश्यONE Championship बेल्ट हासिल करना है। मैं एक ऐसा एथलीट बनना चाहता हूं जो जब प्रदर्शन करता हो तो लोग उत्साह कांप जाएं।”
टोक्यो | 13 अक्टूबर | ONE: CENTURY | टीवी: वैश्विक प्रसारण के लिए स्थानीय सूची का अवलोकन करें | टिकट: https://onechampionship.zaiko.io/e/onecentury
ONE: CENTURY